गुजरात में मोदी-हिमाचल में प्रियंका का चला जादू

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गुजरात में मोदी-हिमाचल में प्रियंका का चला जादू

हिसाम सिद्दीकी

नई दिल्ली. गुजरात, हिमाचल असम्बली और दिल्ली के म्यूनिस्पिल कारपोरेशन के चुनाव में गुजरात में मोदी, हिमाचल में प्रियंका और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का जादू चला. गुजरात में इस बार बीजेपी ने एक सौ बयासी में से एक सौ छप्पन सीटें जीतकर नया रिकार्ड कायम किया. 2002 के मुस्लिम मुखालिफ फसाद के बाद भी बीजेपी एक सौ सत्ताइस सीटें जीत सकी थी. इसके बाद प्रदेश में बीजेपी की सीटें मुसलसल कम होती गई. 2017 में बीजेपी निन्नानवे सीटें और कांगे्रेस सतहत्तर (77) सीटें जीती थी. लेकिन इस बार बीजेपी बार के मुकाबले सत्तावन सीटें ज्यादा जीत कर नया रिकार्ड कायम कर दिया. कांग्रेस 2017 के मुकाबले इकसठ  सीटें   कम होकर सत्रह सीटों पर आ गई. बहुत धूमधाम और शोरशराबे के साथ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी गुजरात में एलक्शन लड़ने गई थी वह खुद तो सिर्फ पांच सीटें  जीत सकी लेकिन कांगे्रस को हराने का काम उसने कर दिया. असद उद्दीन ओवैसी ने भी गुजरात की तेरह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार कर कांगे्रस को ही नुक्सान पहुंचाया. गुजरात जीतने वाली बीजेपी ने हिमाचल और एमसीडी चुनाव हारने के बावजूद अपने सदर दफ्तर में जीत का जश्न इस तरह मनाया जैसे वह सारे एलक्शन जीत गए हों. अपनी हार और नाकामियों  को भी अपने हक में भुनाने और हर मौके को इवेंट  में तब्दील कर देने में महारत हासिल कर चुके वजीर-ए-आजम नरेन्द्र मोदी ने भी जीत के जश्न में लम्बी-चैड़ी तकरीर इस बात पर पर्दा डालने की कोशिश की कि हिमाचल प्रदेश में पांच साल से और एमसीडी में पन्द्रह साल से काबिज होने के बावजूद उनकी पार्टी हार गई.

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जानिब से अकेली प्रियंका गांधी ने ही पूरी मुहिम को संभाला, अवाम पर उनका जादू चला और असम्बली की अरसठ मेें से चालीस सीटें जीत कर उन्होने कांग्रेस की हुकूमत बनाने का रास्ता साफ कर दिया. पांच साल पहले कांगे्रस सिर्फ इक्कीस सीटें जीती थी लेकिन इस बार पिछली बार के मुकाबले उन्नीस सीटें ज्यादा जीती. यह सभी उन्नीस सीटें बीजेपी से ही छीनी हैं क्योकि पिछली बार बीजेेपी ने चवालीस सीटें जीती थी. इस बार तीन सीटें आजाद उम्मीदवारों ने जीती है. आम आदमी पार्टी बड़े धूमधाम के साथ यह कहकर हिमाचल में एलक्शन लड़ने गई थी कि हिमाचल की सरहदें पंजाब से मिलती हैं पंजाब की तरह हम हिमाचल प्रदेश भी जीत लेंगे. लेकिन उसे एक भी सीट पर कामायाबी हासिल नहीं हुई बेश्तर सीटों पर तो उसके उम्मीदवारों की जमानतें भी जब्त हो गई. हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के जीते हुए मेम्बरान असम्बली की खरीद-फरोख्त और तोड़फोड़ न कर सके इसलिए छत्तीसगढ के वजीर-ए-आला भूपेश बघेल और हरियाणा के साबिक चीफ मिनिस्टर भूपेन्द्र सिंह हुडडा समेत पार्टी के कई सीनियर लीडर हिमाचल पहुंच गए. खबर यह थी कि अपने सभी चालीस मेम्बरान असम्बली को बीजेपी का शिकार होने से बचाए रखने के लिए छत्तीसगढ ले जाने का प्रोग्राम था.

गुजरात की रिकार्ड जीत, मोदी के लिए यकीनन फख्र करने वाली जीत है हालांकि इसके लिए पीएम मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह उनके दर्जनों वजीर और रियासती चीफ मिनिस्टर्स ने गुजरात में महीनों इस अंदाज में डेरा जमाए रखा जैसे वह असम्बली नहीं पंचायत का चुनाव लड़ रहे हों और हर गांव में एक वजीर तैनात हो. अब तक के रिकार्ड के मुताबिक वजीर-ए-आला रहे माधव सिंह सोलंकी की कयादत में कांग्रेस ने 1985 के असम्बली एलक्शन में एक सौ उनचास (149) सीटें जीतकर रिकार्ड कायम किया था वह रिकार्ड अब एक सौ छप्पन (156)  सीटें   जीतकर मोदी की बीजेपी ने सोलंकी का रिकार्ड तोड़ दिया. मोदी ने गुजरात जीतने पर तोे जश्न मना लिया लेकिन हिमाचल में बीजेपी के दस में से आठ वजीर चुनाव हार गए इसपर वह खामोश रहे. पार्टी सदर जे पी नडडा ने हिमाचल मे हार का जिक्र तो किया साथ ही यह भी कहा कि हमें जितने फीसद वोट मिले वह पहले से ज्यादा हैं. कांगे्रस सदर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम हिमाचल के अवाम का शुक्रिया अदा करते हैं. साथ ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और एलक्शन में जबरदस्त मेहनत करने वाली प्रियंका गांधी का भी शुक्रिया अदा करते हैं. क्योकि उन्हीं दोनों की वजह से हमें यह शानदार जीत हासिल हुई है.

दिल्ली में बीजेपी के सदर दफ्तर में इकटठा पार्टी वर्करों और लीडरान को खिताब करते हुए वजीर-ए-आजम नरेन्द्र मोदी ने कहा गुजरात के अनोखे चुनाव नतायज देखकर मैं न सिर्फ इंतेहाई खुश हूं बल्कि  हैरतजदा हूं. उन्होने कहा कि यह जीत गरीबों, दलितों आदिवासियों और कमजोर तबकों की उम्मीदों की अक्कासी है. उन्होने कहा कि चुनाव इस अंदाज में कराए गए कि एक भी पोलिंग बूथ पर रिपोलिंग की जरूरत नहीं पड़ी. वोटिंग का फीसद भी ठीक रहा. उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट जीतने का तो उन्होने खुसूसी तौर पर जिक्र किया लेकिन खतौली की अपनी पुरानी सीट हारने और मैनपुरी में डिंपल यादव की  रिकार्ड जीत का जिक्र तक नहीं किया. उन्होने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि बीजेपी के जीतने की वजह यह है कि बीजेपी मुल्क के मफाद मे कड़े से कड़ा और बड़े से बड़ा फैसला करने की हिम्मत  रखती है. उन्होने कहा कि गुजरात ने तो कमाल ही कर दिया और मुल्क को अब सिर्फ बीजेपी पर ही भरोसा है. कुन्बा परस्ती और बेईमानी के खिलाफ अवामी गुस्से में मुंसलसल इजाफा हो रहा है. आखिर में उन्होंने इमोशनल कार्ड चलते हुए कहा कि अब जुल्म में इजाफा होने वाला है. मुझ पर भी और आप पर भी 2002 के बाद मेरे हर कदम की बुरी तरह से धज्जियां उड़ाई गई.

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