सिन्हा साहब को महंगाई नहीं दिखती

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सिन्हा साहब को महंगाई नहीं दिखती

आलोक कुमार

नयी दिल्ली : वर्तमान मानसून सत्र में संसद की कार्यवाही दो सप्ताह तक बाधित रहने के बाद सोमवार से दोनों सदनों के सुचारु रूप से चलने लगी.सोमवार को लोकसभा में महंगाई पर चर्चा की गयी. भारतीय जनता पार्टी के सांसद जयंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि अगर आप किसी गरीब की थाली को देखते हैं और उससे पूछते हैं कि आप चावल के लिए क्या कीमत दे रहे हैं, तो वह आपको बताएगा कि यह मुफ्त है, दाल भी कम कीमत पर उपलब्ध है.आठ साल पहले जो सब्जियां आपको 10-15 रुपये में मिल रही थी, वह अब भी आपको उतनी ही कीमत और अधिकतम 15-20 रुपये में मिल रही है.सिन्हा ने दावा किया कि आटा, दूध और अंडे जैसी जरूरी चीजों की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण बेजोड़ रहा है.विपक्ष बेबुनियादी बातों से देश को गुमराह कर रहा है.

सांसद जयंत सिन्हा ने आगे कहा कि देश में विपक्ष को महंगाई ढूंढने से भी नहीं मिल रही है क्योंकि महंगाई है ही नहीं. उन्होंने लोकसभा में नियम 193 के तहत महंगाई पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की.पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रेवड़ी कल्चर’ वाले एक बयान का हवाला देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली वालों को एक ऐसा हलवाई मिला है जो जलेबी ही तलता रहता है तथा अब वह अपनी कढ़ाई लेकर गुजरात और हिमाचल प्रदेश में घूम रहा है. 

झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा सदस्य का कहना था विपक्ष के लोग महंगाई की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने शासन वाले राज्यों में महंगाई देखनी चाहिए. उन्होंने महंगाई के मोर्चे पर केंद्र सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘ जरूरी वस्तुओं की कीमत पर इस सरकार का नियंत्रण अतुलनीय और अकल्पनीय है.आपके समय में ऐसा नहीं था. आज गरीब की थाली आंकड़ों से नहीं, वस्तुओं से भरी हुई है.’’ सिन्हा ने कहा, ‘‘आप (विपक्ष) महंगाई ढूंढ रहे हैं, लेकिन महंगाई नहीं मिल रही है क्योंकि महंगाई है ही नहीं.’’  उनके अनुसार, ‘‘आम जनता के नजरिये से देखें तो पता चलेगा कि हमने उसकी थाली भर दी है. न सिर्फ थाली भर दी है, बल्कि गरीब के घर में बैंक का खाता पहुंचा दिया, बिजली पहुंचा दी, शौचालय पहुंचा दिया. पांच लाख रुपये का आयुष्मान बीमा दिया है. अगर पांच लाख आयुष्मान बीमा दिया तो फिर कौन सी महंगाई?’’ भाजपा नेता ने कहा कि करोड़ों लोगों को कम कीमत पर गैस सिलेंडर मुहैया कराया गया है.     

उन्होंने कहा, ‘‘अगर गरीब को महंगाई महसूस नहीं हो रही है तो यह प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच के कारण है.सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की...कोविड के समय सबके जनधन खाते में पैसा पहुंचा दिया.’’ सिन्हा ने कहा, ‘‘विपक्ष के कई साथी आंकड़े लाते हैं. दुनिया के बड़े अर्थशास्त्री कह रहे हैं कि मोदी जी की सरकार ने इस मुश्किल परिस्थितियों को जिस तरह से संभाला है उसकी कोई मिसाल नहीं है.’’  उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में महंगाई दर सात प्रतिशत है, लेकिन अमेरिका जैसे देश में आठ प्रतिशत है. यही संप्रग सरकार के अंधेरे और हमारी सरकार की रोशनी के फर्क को दिखाता है.’’   

हाल के राष्ट्रपति चुनावों में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा ने कहा, ‘सुप्रिया सुले जी ने ठीक ही कहा है कि पेट आंकड़ों से नहीं भरा जाता है. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र की पंचायतों में जाता हूं और लोग मुझसे कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि हमारा पेट भरा रहे. कोविड ​​महामारी के दौरान सभी गरीबों को मुफ्त राशन प्रदान किया गया था और उन्हें जरूरत का सब कुछ उपलब्ध कराया गया था.’

राहुल गांधी ने दावा भी किया कि देश की जनता परेशान है, लेकिन सरकार एक ‘अहंकारी राजा’ की छवि चमकाने के लिए अरबों रुपये फूंक रही है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘अमृतकाल के जश्न में मगन भाजपा सरकार ने सदन में कह दिया कि, देश में महंगाई है ही नहीं.ख़ैर, इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, मित्रों को फ्री फंड में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं.उल्लेखनीय है कि सोमवार को लोकसभा में नियम 193 के तहत महंगाई पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने कहा था कि विपक्ष के लोग महंगाई ढूंढ रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं मिल रही है, क्योंकि महंगाई है नहीं.

राहुल गांधी ने जनता को संबोधित एक फेसबुक पोस्ट में कहा, खुद को अकेला मत समझना, कांग्रेस आपकी आवाज़ है, और आप कांग्रेस की ताक़त.तानाशाह के हर फ़रमान से, जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश से हमें लड़ना है.आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं, और आगे भी लड़ेंगे.

 इस पर दीपेंद्र मोहन सिंहा ने कहा कि आपको रेवड़ी तो नहीं मिलेगी श्रीमान !अच्छी ख़ासी हैसियत व शोहरत थी विद्या अर्जन और बहुआयामी ज्ञान अर्जन में, सब मिट्टी में मिल गई- चमचागिरी के प्रयास में.मोदी जी के पास असंख्य चमचे हैं,कहाँ नज़र पड़ेगी आप पर माननीय ? कृष्णा कश्यप ने कहा कि जनता द्वारा दिए गए टैक्सों के पैसे से मिल रही पेंशन और सैलरी से दिमाग खराब हो गया है इसलिए महंगाई नहीं दिख रही है गरीबों को बोल रहा है कि गरीबों को महंगाई नहीं लगी तुम जैसे भ्रष्ट नेता चाटुकारिता करने में लगे रहते हैं महंगाई नहीं लग रही है 1100 की सिलेंडर महंगी नहीं है.शशि वर्धन ने कहा कि अंडा ₹3.00 से बढ़कर ₹6.00,आलू ₹15.00 से बढ़कर ₹25.00 से ₹30.00,कोई भी सब्जी का दाम डेढ़ से दो गुना बढ़ गया है सिर्फ टैक्स फ्री सचिवालय और मंत्रालय में दाम नियंत्रित है.यहां तो बिहार का हाल है शराबबंदी है जो दीखता नहीं है वही बिकता है.और तो और  महंगाई डायन खाए जात है.

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