ई अखबार देखे हो ?

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

ई अखबार देखे हो ?

चंचल 
चुआ गुरु अरसे बाद नमूदार हुए हैं . उनके बगल,  चौकी के सट कर खड़ा एक मरियल सा खौरहवा कुकुर जीभ निकाले हांफ रहा है . चुआ गुरु दोने में जलेबी लिए बैठे हैं . कुकुर कभी जलेबी का दोना और कभी चुआ गुरु की आंख देख रहा है . दूसरी चौकी पर पसरे बैठे उमा गुरु ने जिज्ञासा व्यक्त की . 
  - चुआ गुरु ! गर इसे फोटो में कैद कर लिया जाय तो गजब का मंजर दिखेगा. हर अखबार इसे जरूर छापेंगे. 

    - अखबार ? ई अखबार देखे हो ? 
चुआ गुरु ने दूसरे हाथ से एक अखबार लहराया -  
    -  नम्बर एक पर है , पर इस खौरहवा कुकुर से कम नही है , देख लो .  लखीमपुर की खबर का हेडिंग देखो , 6 कालम में , एक्सट्रा बोल्ड , लिखता है , -  लखीमपुरमे किसान उपद्रव से आठ लोग  मरे. इसे कहते हैं-' गुरही जीभ'  . ई कुकुर को देखो . ससुरा के गुर (गुड़)  के सीरा  

देख के लार टपक रही है . दोना चाटते चाटते सरा बदरंग हो गया है . हर ड्योढ़ी पे मारा जाता है .  दुरदुराया जाता है . पर लत से मजबूर . ई कुकुर औ उ अखबार में कौन ज्यादा कुकुर है समझ नही आ रहा गुरु .  
  -  का हेडिंग दिया है गुरु ?  
   - तुम्हरे  मठ में ई अखबार नॉय आता का ?  
  - आता है , पर पंडिताइन उसे बगैर  खोले , कैंची से काट काट के टुकड़ा टुकड़ा कर देती है .  
  - पुड़िया बनाये वास्ते ?  
   -  ना गुरु ! एक अंग्रेज मेम किराएदार है उ ले जाती है  
   -  का वास्ते उमा गुरु ?  
   - पूछ के जंजाल लेइ , होए कुछ  गुप्त इस्तेमाल . ऐसे अखबार की कीमत उ लोग ज्यादा जानते हैं .  
    - ऐसी खबर जो लोग लिखता है , उ कौन लोग हैं ?  
    - मर गए चचा खुशवन्त , कौन बताए कि ये पत्रकार कहाँ से पैदा हुए ?  
     - कुछ मत बोलो गुरु ! आज आपके हाथ मे दोना है , आपके सामने पूछ हिला रहा है , कल किसी और के हाथ मे दोना होगा तो ये वहां मिलेगा इसी तरह .  इसे कहते हैं  
     
गुरही जीभ. 
 

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