जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर

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जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर

चंचल  
यह लखनऊ की सबसे ऊंची इमारत है'  , वह  अपनी बात को और दिलचस्प बनाने के लिए अंग्रेजी में उतरा -  टालेस्ट बिल्डिंग इन लखनऊ , हम इसके पिछले गेट से अंदर आ गए है , अब आपको दिखाते हैं यहां क्या क्या है ? '  
हमने चैनल बदल दिया . यूट्यूब चैनल पर जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर कवर कर रहा, एंकर   इस इमारत की भव्यता पर ही अड़ा हुआ था . यह कोई नई बात नही है . बहरहाल उसने एक क्लियु  तो दिया ही . हमे उत्सुकता  हुई लखनऊ में इतना बड़ा सेंटर बना खड़ा है और हमे ( लोंगो को )  पता तक नही ? आंख बंद कर के सवाल हल करने लगा - किसने बनवाया इस इमारत को ? उसकी मंशा क्या है ?  इस इमारत का उपयोग क्या है ? वग़ैरग . गूगल पर नही गया , जाता तो थोड़ा बहुत काम का मसाला मिल सकता था लेकिन उससे अर्थ न सधता . पता किया तो पता चला  यह 'आयडिया ' पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का रहा और उन्ही के कार्यकाल में यह इमारत बन कर तैयार  हुई . किससे बात की जाय ? समाजवादी पार्टी में बहुत से दोस्त लोग हैं , ( हम भी कभी इस पार्टी में रहे , अब कांग्रेस में हूँ ) भाई राजेन्द्र चौधरी हैं , नेता विरोधी दल रामगोविंद  चौधरी समेत अनेक लोग हैं लेकिन इस विषय के लिए हमने अखिलेश सरकार में पर्यटन मंत्री  रहे ,अपने प्रिय , लड़ाकू ,संघर्षशील और स्पस्ट वक्ता ओम प्रकाश  सिंह को फोन किया . उनसे लम्बी बात  हुई . यह पोस्ट उसी बातचीत पर आधारित है . समाजवादी पार्टी की काहिली और उसकी अजगरी मुद्रा की शिकायत करते हुए हमने पहला ही सवाल किया -  
  - आप लोग भी कांग्रेस की तरह असकती हैं कि जो कुछ करते हैं , उसका प्रचार तक नही कर  पाते ? अखिलेश के कार्यकाल में हुए जनोन्मुखी सार्वजनिक कार्यों की चर्चा और तारीफ  'बेचारे विरोधी ' करते चलते हैं , मजबूरी में ही सही , लेकिन सवालों का जवाब तो देना ही पड़ता है - यह सड़क किसने बनवाया ?  
    - अखिलेश ने  
    - आडिटोरियम ?  
    -  अखिलेश ने  
    - बच्चों को लैपटॉप , साइकिल ?  
    - अखिलेश ने  
    - तो काहे चीखते हो कुछ नही किया ?  
    - अखिलेश ने क्या किया ? यह प्रचार करना हमारा काम नही है , यह समाजवादियों का काम है . हम क्यों करें प्रचार ? हमने बनारस ' सुधार ' दिया / बनारस में कॉरिडोर बनाया , बनारस में रुद्राक्ष हाल दिया . बहुत कुछ कर रहे हैं .  
   यह रुद्राक्ष हाल क्या है ?  
   - इसकी छत शिवलिंग की तरह है . उस पर रुद्राक्ष बना है . पूजापाठ , कथा प्रवचन आदि होगा .  
    - और यह जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर क्या है ?  
   - इसके बारे में किसी समाजवादी से पूछिए .  
हमने ओम प्रकाश सिंह को इसी की जानकारी के लिए खोजा . JPNIC के बारे में जो जानकारी मिली उसी के आधार पर यह रपट है और कुछ सुझाव भी .  
     जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर , डाक्टर लोहिया पार्क का विस्तार है . यह लखनऊ की सबसे ऊंची और सबसे बड़ी ' बहुधंधी ' इमारत है . 812287वर्ग फिट में बनी यह सोलह मंजिली इमारत खेल ,  कला , संवाद , आवास , तरह तरह के भोज्य पदार्थों से लैस रेस्टोरेंट , स्वीमिंग पूल , टेनिस कोर्ट ,एक हजार क्षमता का  कांफ्रेंस हाल , दो हजार की क्षमता का कन्वेंशन सेंटर , तकरीबन 150कमरों का गेस्ट हाउस , छत पर हेलीपैड वग़ैरह की सुविधा है .  यह है JPNIC की ' काया '. अगला हिस्सा है इसकी 'आत्मा ' . किसी इमारत की भव्यता उसकी काया से नही ,आत्मा से होती है . और इस इमारत की आत्मा समाजवादी सोच है जसके सिपाहियों में एक मजबूत सिपाही और अलम्बरदार रहे है. जय प्रकाश नारायण . यह इमारत किसी एक पंथ , जाति , आस्था की नतो पोषक है न प्रचारक , बनारस के ' रुद्राक्ष भवन ' की तरह .  जयप्रकाश नारायण जिस तरह ताउम्र अवाम के लिए रहे , उनके नाम पर खड़ी यह इमारत भी अवाम की सुविधा के लिए है जिसमे किसी भी तरह का कोई भेद नही रहेगा . यह इमारत हर तरह की गैरबराबरी के खिलाफ खड़ी एक आवाज होगी .  
     संक्षिप्त सुझाव -  इतिहास के तीन खंडों से सम्बंधित दस्तावेजो से सुसज्जित केंद्र . 1-  आदिम युग , इसमे मिथक कथाएं , लोकोक्तिया , सामाजिक संरचना ,आर्थिक स्वरूप आदि की विस्तृत जानकारी . 
2- मध्यकालीन इतिहास और उसके बोध पर खड़ा समाज . 3- आधुनिक विचार .  
  कला - लोक कलाओं के संकलन और प्रदर्शन की व्यवस्था . इमारत व्यवस्था विरोध और करुणा की महानता का दिव्यशिखर बने यही कामना है .  
     दीवारों के कान तो होते ही हैं, जुबान भी होती है .JPNIC  की इमारत से एक आवाज गूंजती है - 42 हजारीबाग जेल से भागा आजादी का एक दीवाना 77 में कांग्रेस के दबदबे को ध्वस्त करता है और वही जे पी ठीक उस एन वक्त पर श्रीमती इंदिरा गांधी के घर पर खड़ा इंदिरागांधी को सांत्वना देता है - सब ठीक हो जाएगा इंदु , धैर्य रखो . जे पी के सीने पर श्रीमती गांधी का सिर है , दोनो रो रहे हैं . उसी समय संसद में जनता पार्टी शपथ ग्रहण कर रही होती है .  व्यवस्था का विरोधी विद्रोही है और करुणा से भरा भी .  
   ओम प्रकाश जी ! अखिलेश जी को बधाई दे दीजिएगा

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