लखनऊ .देश के एक निजी न्यूज चैनल के वर्ष 2020 के सर्वे में भी प्रदेश का ही दबदबा है. इस चैनल के सबसे तेज अवार्ड्स 2020 में वाराणसी से लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए पीएम नरेंद्र मोदी को सबसे तेज राजनेता चुना गया है. गोरखपुर से लगातार पांच बार सांसद रहे सीएम योगी आदित्यनाथ को सबसे तेज मुख्यमंत्री घोषित किया गया. चैनल ने खेल, फिल्म और राजनीति के क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों को सबसे तेज अवार्ड्स के लिए जनता के वोट से चुना गया. 2020 के सबसे तेज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुने गए तो सबसे तेज राजनेता का खिताब पीएम नरेंद्र मोदी के नाम रहा. वर्ष 2020 के सबसे तेज राजनेता का खिताब वाराणसी से लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए पीएम नरेंद्र मोदी ने जीता. इसमें दर्शकों ने गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के सीएम नीतीश कुमार व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी अपना वोट दिया. दर्शकों के सर्वाधिक वोट के आधार पर 2020 का सबसे तेज राजनेता पीएम नरेंद्र मोदी को चुना गया. राजनीति की दुनिया में 2020 के सबसे तेज मुख्यमंत्री का खिताब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम रहा. इनके बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रहे. इन सभी ने अपने-अपने क्षेत्र में अच्छा काम किया. दर्शकों ने काम करने के मामले में सबसे तेज तेज मुख्यमंत्री को सीएम योगी आदित्यनाथ को चुना. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं.सर्वे में नम्बर दो पर रहे उद्धव ठाकरे और योगी आदित्यनाथ को मिले वोटों में भी खासा फर्क रहा. योगी आदित्यनाथ पहली बार किसी राज्य मुख्यमंत्री बने हैं. उनको यह सभी उपलब्धियां पहले ही कार्यकाल में मिलना उनकी कार्यशैली को औरों से काफी अलग करता है. सबसे कम उम्र में योगी आदित्यनाथ 1998 में पहली बार गोरखपुर से सांसद चुने गये. एक ही क्षेत्र से लगातार पांच बार सांसद बनने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है. मुख्यमंत्री बनने के पहले सिर्फ 42 वर्ष की आयु में एक ही सीट (गोरखपुर) से लगातार पांच बार चुने जाने वाले देश के इकलौते सांसद हैं. इससे पहले भी एक पत्रिका की रिपोर्ट में सबसे प्रभावशाली भारतीयों की सूची में योगी आदित्यनाथ सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुने गये हैं. अपनी ईमानदार छवि, कठोर निर्णय लेने की क्षमता तथा बुलंद इरादे की वजह से वह देश के सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ते हुए नंबर वन बने थे.(आरके)
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments