आलोक कुमार
पटना.बिहार विधानसभा के 17वीं विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो गया है. 27 नवंबर तक चलने वाले इस सत्र के शुरूआती दिन सबसे पहले नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ लेना शुरू कर दिया है. सेंट्रल हॉल में होने वाली इस कार्यवाही में आज और कल नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई. प्रोटेम स्पीकर के तौर पर जीतन राम मांझी सभी विधायकों को शपथ दिलाई.बता दें कि 25 नवंबर को स्पीकर का चुनाव होगा. स्पीकर के पद संभालने के बाद 26 नवंबर को संयुक्त सदन में राज्यपाल का अभिभाषण होगा और फिर उसके बाद दोनों सदन की कार्यवाही 26 और 27 नवंबर को चलेगी.विधानसभा के साथ-साथ विधान परिषद की बैठक भी 26 और 27 नवंबर को बुलाई गई है. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद दोनों सदनों में इस पर चर्चा होगी और सरकार की तरफ से धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा.बिहार विधानसभा की कार्यवाही आज से शुरू हो रही है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही कांग्रेस सदस्यों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधानसभा के बाहर कांग्रेस के विधायकों ने हाथ में तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी की.
सोमवार को प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने 190 सदस्यों को शपथ दिलायी गयी.मंगलवार को 53 सदस्यों को शपथ दिलायी गयी.विधानसभा में जाने के पहले कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर जोरदार हंगामा करके खुद का अहसास होने की याद दिलायी .हाजीपुर में युवती को जिंदा जलाने का मामला और उनके परिजनों को मुवाजने देने की कर रहें मांग के तहत अधिकारियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है.
बता दें कि 30 अक्टूबर की सुबह तीन लड़कों ने गुलनाज नामक अल्पसंख्यक युवती के साथ छेड़खानी की थी. जिसका गुलनाज ने जमकर विरोध किया.जिसका खामियाजा युवती को भुगतना पड़ा.बताया जाता है कि पड़ोस में रहने वाली सुमन देवी और उसका बेटा सन्नी कुमार भी अपराधियों से मिले हुए थे. (इस घटना से पहले भी सुमन देवी ने उसे घर छोड़कर भाग जाने को कहा था जिससे गुलनाज ने साफ इंकार कर दिया था). सुबह को जब गुलनाज कूड़ा फेंकने बाहर निकली तब उस पर किरासन तेल उड़ेल कर आग लगा दिया गया. वह 70 फीसदी जल चुकी थी.गुलनाज का पहले स्थानीय स्तर पर इलाज शुरू किया गया.फिर पटना के पीएमसीएच में भर्ती करायी. उसने 15 नंवबर को अंतिम सांस ली.
यह मामला बिहार के वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र के चांदपुरा ओपी के रसलपुर हबीब गांव का है.गुलनाज नामक युवती को जिंदा जला दी गयी.उस समय बिहार में चुनावी जंग जारी रहने के कारण मामले को ओपी प्रभारी विष्णुदेव दूबे ने दबाकर रख दिया.इसके कारण राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के द्वारा किरकिरी उठानी पड़ी.एडीजी मुख्यालय जितेन्द्र कुमार के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच के लिए महनार एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है.
इस घटना के शुरुआती जांच में लापरवाही और शिथिलता बरतने के आरोप में ओपी प्रभारी को निलंबित किया गया है. मामले की जांच और सबूत इकट्ठा करने के लिए महनार एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. 30 अक्टूबर को रसलपुर हबीब गांव में 20 साल की युवती को तीन युवकों ने किरासन तेल डालकर आग लगा कर जला दिया था. इलाज के क्रम में युवती की पीएमसीएच में मौत ही गई थी.
इस बीच युवती को जिंदा जलाने के मामले में मुख्य आरोपी सतीश कुमार ने बुधवार की शाम आत्म समपर्ण कर दिया. शाम को करीब 5:00 बजे स्टेशन रोड स्थित महनार के एसडीपीओ कार्यालय में उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. वहीं मामले के एक अन्य आरोपी चंदन को पुलिस ने मंगलवार को गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के कर्णपुरा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. तीसरा आरोपी विजय कुमार अब भी फरार है.
गुलनाज के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसमें वह आपबीती बता रही थी. कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने ट्वीट कर रहा था कि किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है-जिसने ये अमानवीय कर्म किया? या जिसने चुनावी फ़ायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे 'सुशासन' की नींव रख सके?
महिला संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया. इसके साथ ही युवती को जलाकर मारने की घटना तूल पकड़ता जा रहा है.नवनिर्वाचित भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि इस सवाल को विधानसभा में भी उठायेंगे.ए एस डब्लू एफ की आसमां खान,विमुक्ता स्त्री मुक्ति संगठन की आकांक्षा प्रिया,ऐपवा नगर सचिव अनीता सिन्हा,ऐपवा की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, राज्य सचिव शशि यादव, नगर सचिव अनीता सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्ता तब्बसुम, आइसा की प्रियंका, रामजी यादव, माले के पुनीत, ऐपवा की नसरीन बानो,अफ्शां जबीं, समता राय, राखी मेहता समेत बड़ी संख्या में महिलाएं वैशाली की गुलनाज को श्रद्धांजलि देने ,उसके हत्यारों को गिरफ्तार करने और उसके परिजनों को इंसाफ की मांग को लेकर पटना के बुद्ध स्मृति पार्क के पास धरना प्रदर्शन किया.मौके इस प्रतिवाद कार्यक्रम में भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम शामिल रहे. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि इस सवाल को वह विधानसभा में भी उठायेंगे.
इंसाफ़ मंच और भाकपा माले के प्रतिनिधि मंडल गुलनाज की मां से मिले.प्रतिनिधि मंडल ने गुलनाज की मां शैमुना से तीनों आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने पर पुलिस पर दबाव बनाने पर जोर दिये.अभी तक केवल सतीश कुमार और चंदन गिरफ्तार हुआ है
तीसरा आरोपी विजय कुमार अब भी फरार है.आरोपी को सजा दिलाने तथा अन्य मांगों को लेकर बातचीत की गयी.इन तीनों आरोपियों को फांसी के अंजाम तक पहुंचाने के लिए पीड़िता की मां के साथ हरेक कदम पर खड़े हैं और उनको फांसी दिलाने तक आंदोलन जारी रखेंगे.देश की बेटियों की सुरक्षा कानून सख्त करने को लेकर आगे भी लड़ते रहेंगे.इंसाफ़ मंच भाकपा माले के प्रतिनिधि मंडल टीम में शामिल रहे भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य तथा किसान महासभा के प्रदेश सचिव विश्वेर यादव, भाकपा माले के औराई विधानसभा पूर्व उम्मीदवार तथा इंसाफ़ मंच प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब आलम , इंसाफ़ मंच प्रदेश प्रवक्ता असलम रहमानी , इंसाफ़ मंच मुजफ्फरपुर जिला अध्यक्ष फहद जमन तथा इंसाफ़ मंच वैशाली जिला प्रभारी राजू वारसी शामिल रहे.हाजीपुर में कार्यरत स्वाभिमान संस्था की सचिव स्मृिता परवार भी गुलनाज की मां शैमुना खातून से मिलकर बेटी की संघर्ष में योगदान देने का वादा किया.
सोमवार को राज्य की सभी महिला संगठनों, नागरिक संगठनों ने कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.बिहार में अतीत की जंगलराज का डर दिखाकर वर्तमान सत्तासीन सरकार में लगातार महिलाओं पर हिंसक हमले हो रहे हैं. महिलाओं को जिन्दा जलाया जा रहा है. सरकार और प्रसाशन इस तरह के तमाम मामले पर कोई कठोर कार्रवाई करने में विफल रही है.पिछले दिनों वैशाली में एक लड़की को जिंदा जला दिया गया. भागलपुर, दरभंगा समेत राज्य में लगातार हमले जारी है.
महिलाओं पर हो रहे बर्बर हमले और गुलनाज़ परिवार को न्याय देनें की मांग को लेकर राज्य की सभी महिला संगठनों, नागरिक संगठनों ने आज कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया.प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिहार महिलाओं के प्रति अपराध में सबसे ज्यादा हिंसक राज्य हो गया है.जघन्य और बर्बर अपराध हो रहे हैं। वैशाली में गुलनाज को जिंदा जला दिया गया, भागलपुर और दरभंगा में महिलाओं के साथ हिंसक घटना हुई. दुखद है कि इन घटनाओं पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.वक्ताओं ने कहा कि नीतीश और बीजेपी की सरकार में महिलाओं पर चौतरफा हमले हो रहे हैं. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा धोखा है. बलात्कार और जिन्दा जलाने की घटनाओं में इजाफा हुआ है.
इतनी बड़ी घटना के बाबजूद सरकार की तरफ से किसी सरकारी प्रतिनिधि को गुलनाज की मां को यह भरोसा दिलाने नहीं भेजा गया कि उसे न्याय मिलेगा. जबकि पूरे राज्य में गुलनाज के लिए न्याय की मांग उठ रही है, और सरकार चुप है. वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा देने में मुख्यमंत्री विफल हैं.
हम मांग करते हैं कि गुलनाज के परिवार को न्याय मिले.इस तरह के मामलों का निपटारा फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत हो.भागलपुर, दरभंगा समेत तमाम मामलों के दोषी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाय.आज की सभा को संबोधित किया बिहार महिला समाज से निवेदिता झा, राजश्री किरण ने ऐपवा से सरोज चौबे ,अनीता सिन्हा, एडवा से रामपरी, सरिता पांडे, एन. ए. पी. एम से कामायनी स्वामी, बिहार विमेंस नेटवर्क से नीलू, नागरिक अधिकार मंच से फादर जोश, गालिब, सिस्टर लीमा, मुस्लिम महिला मंच से अख्तरी, बिहार दलित महिला मंच से प्रतिमा , ए एस डब्लू एफ की आसमां खान, चंद्रकांता, सरफराज, प्रवीण , रूपेश, इबराना, शाइस्ता अंजुम सहित आज के प्रदर्शन में तमाम संगठन शामिल हुए.
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