इतिहास नाकाम प्रधानमंत्री लिखेगा !

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

इतिहास नाकाम प्रधानमंत्री लिखेगा !

डा रवि यादव 

यूं तो मणिपुर मे गृहयुद्ध के हालात पिछले ढाई महीने से है जहा पुलिस की मौजूदगी में भीड़ हिंसा कर रही है , आरोपियों को छुड़ा  ले जाती है . थानों से पुलिस के हथियार लूटे जा रहे है , सुरक्षाबलों पर हमले हो रहे है उन्ह  मारा जा रहा है . सरेआम आगजनी हत्या अपहरण बलात्कार हो रहे है मगर मई का एक वीडियो वायरल होने के बाद देश गुस्से,  शोक और शर्म में है. मणिपुर के मुख्य मंत्री एन बिरेन सिंह कहते है यह एक घटना नही है ऐसी ही सैकड़ो घटनाओं की एफआईआर विभिन्न थानों में लिखाई गई है . वह इंटर्नेट बंद करने को उपचारात्मक कार्यवाही बताते है . मुख्य मंत्री भले राजधर्म निभापाने में नाकाम है मगर मोदी जी की तरह अनभिज्ञता का नाटक नहीं कर रहे . 


  मणिपुर का वह वीडियो जिसमें बहुत सारे मर्द दो महिलाओं को नंगा कर उसके अंगों को दबोच रहे हैं। मर्दों की भीड़ निर्वस्त्र कर दी गईं औरतों को पकड़ कर ले जा रही है. भीड़ के कातिल हाथ उन औरतों के जिस्म से खेल रहे. यह घटना उस देश में हुई है, जो हर दिन - "यत्र पूज्यन्ते नार्यस्तु रमन्ते तत्र देवता " का झूठ दोहराता है. यह महिलाओं के प्रति भेदभाव पूर्ण व्यवहार की भरपाई के लिए ही बनाया गया पाखंड है . बेटी बचाओ का नारा भी महिलाओं , बेटियों की असुरक्षा का प्रमाण है मगर इतने सब के बाद भी महिलाओं के प्रति समानता का व्यवहार सिर्फ वक्तव्यों तक ही सीमित है. जातीय, धार्मिक कट्टरता ने समाज की संवेदनशीलता को खत्म कर दिया है . सब कुछ हमारे और उनके के आधार पर देखा, समझा, बोला जाने लगा है .


जाति, धर्म, भाषा, भूगोल के नाम पर पहचान की राजनीति ने आदमी को आदमखोर बना दिया है। मणिपुर की औरतों को घेर कर नोच रही मर्दों की भीड़ देश के हर कोने  में बन गई है.  विश्वगुरु होनें का दंभ , सभ्य होनें का पाखंड, धार्मिक होनें का दिखावा और लोकतांत्रिक होने का भ्रम जरूर पाल सकते है . विश्व समाज में हमारे असभ्य अलोकतांत्रिक, अन्यायपूर्ण और असहिष्णुता का ही डंका बज रहा है. अभी कुछ दिन पूर्व ही मोदी जी के अभिन्न मित्र जिन्ह मोदी जी बेतकल्लुफी से  बराक कह कर सम्बोधित करते है  पूर्व राष्ट्रपति  बराक ओबामा ने अल्पसंख्यकों के प्रति हमारे व्यवहार पर आलोचना की थी अब फिर अमेरिकन राजदूत ने भारत को मणिपुर में हालात सुधारने में मदद की पेशकश की है .द टेलीग्राफ नें जलते मणिपुर पर प्रधान मंत्री के 79 दिन तक एक शब्द  न बोलने पर तीखे टाइटल -  “ दर्द और शर्म को 56” मोटी चमडी भेदने में 79 दिन लगे” से खबर प्रकाशित  की है 

मणिपुर में प्रधान मंत्री की चुप्पी शर्मनाक है . गुजरात दंगो को क्रिया की प्रतिक्रिया बताने वाले मोदी जी मणिपुर क्या है ? मणिपुर में जो हो रहा है वह अचानक अकारण और अकस्मात भी नही,  जाट आरक्षण आंदोलन के समय यही सब आपकी डबल इंजन पावर के समय हुआ जहां दर्जनों महिलाओं की अस्मत से खिलवाड हुआ, पुलिस स्टेशन जले , रोडवेज जलाई गई, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और घरो को जलाया गया. 

 हाथरस में एक दलित बेटी को रात में मिट्टी का तेल छिड़क कर जलाया गया डबल इंजन अपराघियों के साथ मुस्तैदी से खडा रहा . कठुआ में आपकी पार्टी ने बलात्कारी के पक्ष में मार्च निकाला . चिन्मयानन्द से बलात्कार का केस वापस लिया और फितरतन अपराधी चिन्मयानन्द ने फिर वही किया तो फिर आपका राष्ट्रवाद अपराधी के साथ खडा दिखा , बिलकिस बानो के अपराधियों को सदाचारी बता कर छोडा गया और माननीय भी बनाया गया , गौरी लंकेश की हत्या के बाद अपशब्द लिखने वालों को फालो किया जाएगा तो मणिपुर जैसे वीडियोज कैसे रोके जा सकते है.अन्तरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त देश की महिला सशक्तिकरण की प्रतिनिधि महिलाओं को महीनों संघर्ष के बाद भी न्याय नही मिलेगा उत्पीड़न किया जाएगा और बृज भूषण शरण को सिंह बनाया जायेगा तो मणिपुर जैसी घटनाये कैसे रुकेगी ?  कोई कुलदीप सैगर यदि दुराचार करके पीडिता के पूरे कुल को खत्म करता रहेगा और पीडिता की कोई सुनवाई नही होगी तो मणिपुर जैसे केस देखने को देश अभिशप्त रहेगा .  




बेटी बचाओ नारा था या चुनौती यह तो आप ही जाने मगर आप बेटियों पर हो रहे अत्याचार रोकने में नाकाम रहे है . कश्मीर का दोष नेहरू पर मढ सकते है अब मणिपुर के हालात को कौन जिम्मेदार है ? मणिपुर में बेटियों को निर्वस्त्र नही किया गया देश में रूल ऑफ ला नंगा गुआ है , न्याय की अस्मत लूटी गई है लोकतंत्र का चीरहरण हुआ है सभ्य समाज लाचार बेबस और शर्मिदा हुआ है . रोजगार देनें में नाकामी , दलितों आदिवासियों को सम्मान देने में नाकामी , महिलाओं और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में नाकामी , सीमा सुरक्षा में नाकामी आपको इतिहास में एक नाकाम प्रधान मंत्री के रूप में दर्ज  कराने जा रही है.

नई संसद के भवन के उद्घाटन के समय संसद में सेंगोल स्थापित करते हुए आपने कहा था “ सेंगोल कर्तव्य वोध कराएगा ”  लेकिन संविधान की शपथ की तरह सेंगोल भी कर्तव्य वोध कराने मे असफ़ल हुआ और साथ ही आपका कार्यकाल भी असफ़लता के रूप में इतिहास में दर्ज होना सुनिश्चित हो चुका है.

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