कुशवाहा ने शाह से मुलाकात की

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कुशवाहा ने शाह से मुलाकात की

आलोक कुमार

पटना.राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.गृह मंत्रालय के दफ्तर में हुई दोनों नेताओं के बीच इस मुलाकात से कुशवाहा के एनडीए में शामिल होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. गृहमंत्री शाह और कुशवाहा के बीच ये मुलाकात करीब 45 मिनट चली.

       बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अलग होने के बाद राजनीतिक दल राष्ट्रीय लोक जनता दल का गठन करने वाले उपेंद्र कुशवाहा नई दिल्ली में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.आज माननीय श्री उपेंद्र कुशवाहा जी ने माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह  जी के साथ शिष्टाचार मुलाकात उनके कार्यालय में किया. इस मुलाकात के समय डाक्टर संजय जायसवाल और श्री माधव आनंद जी भी मौजूद रहे.

       इससे पहले सीएम नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम के महागठबंधन में रहने के बावजूद भी कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की.गृहमंत्री शाह से मुलाकात के बाद मांझी ने कहा कि वह दशरथ मांझी और श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को लेकर अमित शाह से मुलाकात की. मांझी और शाह की  मुलाकात के बाद भी महागठबंधन के नेताओं की चिंता में इजाफा देखा गया.

       बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कसम खाई है कि वो नीतीश कुमार का साथ छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में उन्होंने सीएम नीतीश को ये भरोसा दिलाया है. जीतन राम को ये बात इसलिए कहनी पड़ी है, क्योंकि बीते दिन सीएम नीतीश ने पूर्णिया की रैली में कहा था कि आजकल मांझी जी पर बीजेपी की नजर है.

       जेडीयू छोड़ने के बाद से ही उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन पर हमलावर हैं. गुरुवार को गृहमंत्री शाह से हुई उनकी मुलाकात को 2024 के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. यह कहा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा अपनी नई पार्टी के साथ एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं.

   उपेंद्र कुशवाहा ने साल 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव एनडीए में शामिल होकर लड़ा. उनकी पार्टी को 3 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला, उन्होंने तीनों सीटें जीतीं. जिसके बाद उपेंद्र कुशवाहा केंद्र में मंत्री भी बने. साल 2017 में नीतीश कुमार के महागठबंधन को छोड़कर वापस बीजेपी के साथ आने का बाद उपेंद्र कुशवाह ने एनडीए छोड़ने का फैसला किया और साल 2018 में वो अलग हो गए.  

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