किस आधार पर उनको नोटिस जारी किया

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किस आधार पर उनको नोटिस जारी किया

कानपुर.उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में प्रशासन के बुलडोजर एक्शन के दौरान एक झोपड़ी में "फंसी" मां और बेटी की जलकर मौत हो गई थी. यह हादसा कानपुर देहात के रूरा थाने की सीमा के अंदर आने वाले मड़ौली गांव में 13 फरवरी की दोपहर एक अतिक्रमण विरोधी अभियान के बीच हुआ था.इस पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडल, फेसबुक और यूटूब चैनल से यूपी में का बा सीजन-2  समेत कई गाने पोस्ट कर सरकार पर तंज कसा था.इस पोस्ट से यूपी सरकार की काफी किरकिरी हो रही है.

        यूपी में का बा' गाने वाली बिहार की नेहा सिंह राठौर ने कानपुर देहात के मड़ौली में घटित घटनाओं के पीड़ा को लोक गीत में उठाया.सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट ज्ञानेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी थी और उन्हें जलता छोड़ भाग गए थे. मरने वाली मां-बेटी की पहचान प्रमिला दीक्षित (44) और नेहा दीक्षित (21) के रूप में हुई थी. घटना में प्रमिला के पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी झुलस गए थे.इस पीड़ित परिवार की फरियाद को डीएम अनसुनी कर दी थी.

  पुलिस के मुताबिक इन गानों को लेकर कई ट्वीट और मौखिक शिकायतें मिली थीं. इसमें कहा गया कि नेहा के गानों से समाज में भेदभाव और  वैमनस्यता फैल रही है. भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने 'यूपी में का बा सीजन 2' में बाबा यानि की सीएम योगी की डीएम को रंगबाज बताने के अलावा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया था. साथ ही उन्होंने अधिकारियों और लोकतंत्र पर सवाल उठाते हुए बुलडोजर कार्रवाई को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया था.

       इसके आलोक में नेहा सिंह को नोटिस भेजी गई है.नोटिस पर अकबरपुर देहात के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला की मुहर लगी है.नोटिस में उनसे पूछा गया है कि यह गीत नेहा ने खुद लिखा है.यदि वह इसका जवाब देती हैं तो उन्हें यह भी बताना होगा कि इसके अर्थ से समाज में पड़ने वाले प्रभाव के बारे में वह जानती हैं या नहीं.नोटिस में 7 सवाल पूछे गये हैं जिसका नेहा को 3 दिनों के अंदर जवाब देना था. अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार रात उनके दिल्ली स्थित घर पर नोटिस थमाया है. 

  नेहा ने नोटिस थमाते वक्त निर्मित वीडियों को सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी किया है जिसमें वो पुलिसवालों से बातें करती सुनाई दे रही हैं. पुलिसवालों से नेहा ये पूछ रही हैं कि आपको कौन परेशान कर रहा है? इस पर पुलिसकर्मी कहते हैं कि आप कर रही हैं. 

          नेहा ने बताया कि उनके ससुराल अंबेडकर नगर एक नोटिस दिया गया, जब वहां भी बात नहीं बनी तो उन्हें दिल्ली में आकर नोटिस थमाया गया. नेहा ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस कराया जा रहा है जैसे उन्होंने अपराध किया हो. उनका कहना है कि एक लोक गायिका को अपनी बात रखने का अधिकार भी नहीं रहा.

   पुलिस ने नोटिस भेज कर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा था. इसके बाद नेहा ने नोटिस का जवाब दे दिया है, जिसके बाद पुलिस ने कानूनी परीक्षण कराने के बाद ही किसी तरह की कार्यवाही करने की बात कही है.अकबरपुर पुलिस ने 160 सीआरपीसी का नोटिस भेजकर नेहा से सात बिंदुओं पर जवाब मांगा था. फिलहाल तो इस पूरे मामले में चुप्पी साधे पुलिस ने जवाब मिल जाने की बात स्वीकार कर ली है. नोटिस के बाद नेहा की तबीयत भी बिगड़ गई थी. उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था. हालांकि स्वस्थ होने के बाद नेहा ने दोबारा अपने फेसबुक अकाउंट पर पुराने गानों को पोस्ट किया था और इसके बाद नेहा ने अपने वकील से सलाह लेकर खुद के माध्यम से जवाब भेजने का दावा किया था.

     हालांकि इस पूरे मामले में सवाल उस वक्त भी उठ गया था जब दो दिन पहले नेहा के पति ने स्पीड पोस्ट से जवाब भेजने की बात कही थी और पुलिस इस बात से इनकार कर रही थी. तब पुलिस कह रही थी कि उनको नोटिस का जवाब नहीं मिला है. हालांकि शुक्रवार को पुलिस ने ये बात स्वीकार कर ली कि जवाब मिल गया है. अकबरपुर इंस्पेक्टर प्रमोद शुक्ल ने मीडिया को जानकारी दी कि नेहा सिंह राठौर का जवाब आ गया है. इसका कानूनी परीक्षण कराया जा रहा है, अगर कोई अपराध बनता है तो कार्रवाई की जाएगी.

       नेहा सिंह राठौर ने कानपुर पुलिस को पांच पन्नों का जवाब भेजते हुए जारी नोटिस को विधि विरुद्ध बताया है. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज है. ऐसे में जारी नोटिस नियम विरुद्ध है. नेहा ने पुलिस से सवाल किया है कि आखिर किस आधार पर उनको नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने पुलिस से इस बात को भी पूछा है कि यूपी में का बा पार्ट टू गाने की कौन सी लाइन, शब्द और भाव पर आपत्ति जताई गई है. गाने से किस तरह की भावनाएं आहत हुई है. ये आपत्तियां किस-किस के द्वारा जताई गई है.

      बता दें कि एक पुलिस अधिकारी एक जांच शुरू करने के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत सम्मन या नोटिस जारी कर सकता है, लेकिन ऐसा करने से पहले प्राथमिकी दर्ज करना आवश्यक है.न्यायालय ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज किए बिना जांच शुरू नहीं मानी जा सकती है.

     सामाजिक मुद्दों social issues एवं लोक संस्कृति के गीतों को बेबाकी से गाने वाली नेहा सिंह राठौर Neha Singh Rathore को यूपी पुलिस के द्वारा सीआरपीसी crpc 160 के तहत नोटिस तामिल कराई got tamil गई है.यह नोटिस उनकी गाने यूपी में का बा सीजन 2 के ऊपर जारी की गई है और उनसे कई सवाल पूछे गए हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि जिस प्रावधान और कानून के तहत यूपी पुलिस UP Police के द्वारा नोटिस जारी की गई है उसमें वह प्रावधान ही नहीं है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में नोटिस तामिल कराई जा सके लेकिन अगर दमन चक्र के तहत दमन करना हो तो फिर क्या कानून और क्या नियम.


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