हिसाम सिद्दीकी
रायपुर! कांग्रेस पार्टी ने अपने तीन रोजा इजलास में शेडयूल्ड कास्ट-शेडयूल्ड ट्राइब्स और ओबीसी तबकों का रिजर्वेशन, हायर ज्यूडीशियरी और प्राइवेट सेक्टर तक में लागू कराने का एलान करके वजीर-ए-आजम नरेन्द्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी के लिए सख्त परेशानी पैदा कर दी है. इस इजलास में पार्टी ने कहा कि एससी/एसटी और बैकवर्ड रिजर्वेशन समेत समाजी इंसाफ, हर तरफ होता दिखना चाहिए. पार्टी ने जात की बुनियाद पर मर्दुमशुमारी कराने जैसे हस्सास (संवेदनशील) मुद्दे की हिमायत का एलान करके जात की बुनियाद पर मर्दुमशुमारी कराए जाने का मतालबा करने वाली बाकी सियासी पार्टियों को साफ मैसेज दिया है कि हमारे अहम मुद्दे एक जैसे हैं तो क्यों न हम मुत्तहिद होकर 2024 में नरेन्द्र मोदी और उनकी बीजेपी केा हराने का काम करें. बिहार में नितीश कुमार और लालू यादव की सरकार रियासती सतह पर जात की बुनियाद पर मर्दुमशुमारी करा रही है. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सदर अखिलेश यादव इसका मतालबा कर रहे हैं. असम्बली में अखिलेश यादव ने सभी गैर बीजेपी इलाकाई पार्टियों के लीडरान से कहलवा भी दिया कि वह भी जात की बुनियाद पर मर्दुमशुमारी चाहते हैं. पीएम नरेन्द्र मोदी उनकी बीजेपी और आरएसएस कोई नहीं चाहता कि देश में जितनी जातों के लोग रहते हैं उन्हें अपनी तादाद और वोट की ताकत का अंदाजा लग सके, क्योकि ऐसा होते ही बीजेपी का हिन्दुत्व कार्ड नाकाम हो जाएगा.
कांग्रेस ने कहा है कि अदलिया (न्यायपालिका) और प्राइवेट सेक्टर में एससी/एसटी और बैकवर्ड रिजर्वेशन न होने की वजह से देश के अहम इदारों में इन तबकों की नुमाइंदगी नहीं हो पाती है जबकि हर तबके को उसकी आबादी के लिहाज से हर शोबे में नुमाइंदगी मिलनी चाहिए. पार्टी ने कहा कि हर शोबे में एससी/एसटी, ओबीसी और अकलियतों की नुमाइंदगी होते दिखने के मामले में कांग्रेस पार्टी पाबंद है. अगर 2024 में पार्टी की सरकार बनती है तो सरकार ‘समाजी इंसाफ राष्ट्रीय परिषद’ बनाएगी. इसी के साथ ओबीसी तबकों को ताकतवर बनाने के लिए अलग से एक वजारत कायम की जाएगी, क्योकि गुजिश्ता नौ सालों में मोदी हुकूमत ने ओबीसी तबकों के लिए काफी रूकावटें पैदा कर दी हैं. यह सरकार एससी/एसटी और ओबीसी के वोट तो ठग लेती है लेकिन सरकार बनने के बाद वह सभी तबकों को पूरी तरह नजरअंदाज ही करती है. न तो उन्हें कहीं कोई नुमाइंदगी दी जाती है और न उनके मुद्दों पर संजीदगी से बात होती है.
मुसलमानों की शक्ल में अपना एक बड़ा वोट बैंक खो चुकी कांग्रेस ने इस इजलास में मुसलमानों को एक बार फिर बेवकूफ बनाने जैसी बातें कीं और कहा कि अगर पार्टी की सरकार बनती है तो अकलियती कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया जाएगा और सच्चर कमेटी की सिफारिशात में अकलियतों के पीछे रह जाने की जो वजूहात बताई गई हैं उन वजूहात को खत्म करने की कोशिश की जाएगी. यह पार्टी का झूट है. क्योंकि कांगे्रस पचास साल से ज्यादा मुद्दत तक मरकजी सरकार में रही है. हर बार यह वादा किया गया कि अकलियती कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया जाएगा लेकिन नहीं दिया गया. सच्चर कमेटी की रिपोर्ट आने के तकरीबन साढे आठ साल बाद तक मरकज में मनमोहन सिंह की कयादत मंे कांग्रेस की सरकार रही. उन्होने सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के एक भी नुक्ते पर कभी गौर नहीं किया. मनमोहन सिंह की हुकूमत के पहले दौर में 2009 तक अर्जुन सिंह एचआरडी वजीर रहे उन्होने तालीम के सिलसिले में मुसलमानों के लिए बहुत काम किए, स्कालरशिप मौलाना आजाद फण्ड और यूजीसी से मुस्लिम इदारों को बड़े पैमाने पर मदद भी कराई लेकिन उसके बाद कोई काम नहीं हुआ. अब तो इंतेहा हो गई. रायपुर इजलास से मुताल्लिक जो इश्तेहार अखबारात में शाया कराया गया उसमें एक सौ सैंतीस सालों में जितने पार्टी सदर हुए सभी की तस्वीरें थीं लेकिन मौलाना अबुल कलाम आजाद की तस्वीर गायब थी.
कांग्रेस ने यह भी कहा है कि मआशी (आर्थिक) बुनियाद पर जिन तबकों को दस फीसद रिजर्वेशन दिया गया है उस रिजर्वेशन में मआशी तौर पर पीछे छूट गए एससी/एसटी और ओबीसी तबकों को भी उस रिजर्वेशन में शामिल किया जाएगा. इसके अलावा ख्वातीन को हम तैंतीस फीसद रिजर्वेशन यकीनी बनाने का काम करेंगे. पार्टी की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी ने साफ कहा कि लोक सभा एलक्शन में सिर्फ एक साल बचा है. वह तमाम पार्टियां जिनके नजरियात बीजेेपी और आरएसएस के खिलाफ है उन सबसे उम्मीद है कि सब एकजुट होकर लड़े. सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है कि ऐसी पार्टियों को इकट्ठा करने में नुमायां रोल अदा करे. उन्होने कहा कि पार्टी तंजीम को लेकर कई तरह की चुनौतियां हैं जिनसे निपटना होगा और गांव-गांव तक जाकर लोगों से मिलना होगा. हर कांग्रेसी की जिम्मेदारी है कि वह पार्टी का संदेश और मोदी सरकार की नाकामियों को आम लोगों तक पहुंचाए. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिए नजरियात की एक लम्बी लकीर खींच दी है.
कांग्रेस सदर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह नई कांग्रेस का आगाज है पार्टी के सामने कई बडी चुनौतियां हैं जिनसे निपटने के लिए इत्तेहाद, डिस्पिलिन और मजबूत अजायम (संकल्प) की जरूरत है. ऐसी कोई चुनौती नहीं है जिसका हल कांगे्रस नहीं निकाल सकती. उन्होने कहा नफरत फैलाने वाले नजरियात और ताकतों से मुकाबला करना ही असल काम है. मोदी हुकूमत जो गलतियां कर रही है उसे लोगों तक पहुंचाना है. हमें किसी से डरने की जरूरत नहीं है. कांगे्रस किसी से डरती नहीं है. उन्होने नरेन्द्र मोदी के तंज का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि किसकी छतरी के नीचे आपके अजीज दोस्त ने देश का सबकुछ लूटा है. उन्होने मोदी से पूछा कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में उठाए गए मसायल की तहकीकात के लिए जेपीसी कब बनाई जाएगी. खड़गे ने कहा हम तो कांग्रेसी हैं तिरंगे के साथ खड़े हैं हमने इसी तिरंगे के नीचे मुत्तहिद होकर अंग्रेजों के कम्पनी राज को हराकर मुल्क को आजाद कराया था. इस लिए अब दोबारा कोई कम्पनी राज कायम नहीं होने देंगे.
पार्टी की साबिक सदर और सबसे सीनियर लीडर सोनिया गांधी ने पार्टी के लोगों का हौसला बढाते हुए कहा कि कांग्रेस का एक-एक वर्कर बेखौफ और मुस्तहकम (अडिग) है. अगर हमें दो दिनों तक पूछगछ के लिए बुलाया जा सकता है तो दूसरे लोगों को कितने दिनों तक जेल में डाला जा सकता है, यह आप समझ सकते हैं. उन्होने कहा कि हमें घसीटकर पूछगछ के लिए ले जाया गया तो आपके साथ क्या होता होगा यह हम समझ सकते हैं. उन्होने कहा कि कांग्रेस के हर वर्कर को डिवीजन और ब्लाक सतह तक कांगेे्रस के नजरियात को पहुंचाना चाहिए.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments