वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव का तबादला

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव का तबादला

आलोक कुमार

पटना.आई जी मैडम मुझे रोज गाली देती है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से आग्रह है कि प्लीज मेरा ट्रांसफर कर दिया जाए अन्यथा मेरी जान को खतरा है.यह गिड़गिड़ाहट विकास वैभव का है.मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखते हुए कहा था. इसके आलोक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव का तबादला कर दिया है.अभी उनको कोई पद नहीं दिया गया है.एक तरह से कहा जाए तो विकास वैभव को अगले कुछ महीनों तक खाली रहना होगा. इस बाबत सरकारी आदेश अर्थात नोटिफिकेशन जारी हो चुका है.

     बताते चले कि बिहार सरकार ने गत वर्ष मंगलवार 18 अक्टूबर 2022 की देर शाम 13 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था. साथ ही 5 डीएसपी स्तर के अधिकारियों का भी ट्रांसफर किया गया. बता दें कि आज ही दो आईपीएस अधिकारियों को सस्पेंड करने के बाद 13 आईपीएस अधिकारियों के तबादले से जुड़ी अधिसूचना सरकार ने जारी की. इस तबादले में खास बात ये रही कि आईपीएस विकास वैभव का भी ट्रांसफर किया गया. उन्हें गृह विभाग के विशेष सचिव से बदल कर पुलिस महानिरीक्षक सह गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं के पद पर भेजा गया.

      यहां पर बिहार पुलिस की डीजी (होम गार्ड फायर बिग्रेड) शोभा अहोतकर पदस्थापित है. शोभा ओहोतकर पुणे की रहने वाली हैं. वह 1990 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. रिपोर्ट की मानें तो उन्होंने बिहार में चार्ज संभालने के दौरान पटना से लेकर रांची तक कई मामले का भांडाफोड़ किया था. बिहार से कोल माफिया का सफाया किया था. पटना में एसपी के पद पर रहते हुए नकली सामान बेचने वाले गिरोह का भांडाफोड़ किया था.वह हमेशा से एक दबंग मिजाजी महिला अफसर के तौर पर जानी जाती हैं.     

    बिहार होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की डीजी शोभा ओहोतकर हैं. कर्मवीर दबंग मिजाजी महिला भी बिहार डीजीपी बनने की रेस में थीं, लेकिन अंतिम वक्त पर आरएस भट्टी बिहार डीजीपी बने थे. वह बिहार की पहली महिला डीजी भी रही हैं. इनको हंटरवाली भी कहा जाता है. वह अपने कड़े अनुशासन और सख्त नियमों के लिए जानी जाती हैं. कुछ महीने पहले जब पटना के विश्वेश्वरैया भवन में आग लगी थी तब भी उन्होंने अधिकारियों को खूब फटकार लगाई थी.इस तरह की छवि रखने के बावजूद भी सरकार शोभा को हाशिए पर रख दिया है. इसका असर दबंग महिला अफसर शोभा ओहोतकर को जोर का झटका धीरे से लगा.

    हाल के महीनों में विकास वैभव सामाजिक कार्यों में काफी एक्टिव रहे हैं. वह लेट इंस्पायर बिहार नाम का एक संगठन चलाते हैं. जो सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है. इस संगठन से हजारों लोग जुड़े हुए हैं. 2003 आईपीएस बैच के विकास वैभव एनआईए में भी रह चुके हैं. हाल में इनकी सरकारी पिस्टल चोरी होने के बाद यह काफी सुर्खियों में आए थे.बिहार होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज में पुलिस महानिरीक्षक सह गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशाम सेवाएं के पद 18 अक्टूबर 2022 को दिया गया था .

       कुछ दिनों के बाद होमगार्ड और फायर सर्विसेज के आईजी विकास वैभव ने ट्वीट और फेसबुक पर पोस्ट कर यह आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा- मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं, परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है.बिहार मूल के अफसरों को गालियां देती हैं और इनकी गालियों व टॉर्चर से परेशान आईजी विकास वैभव दो महीने के लिए छुट्टी पर चले गए.  इससे पहले बिहार के काबिल आईपीएस अधिकारियों में से एक विकास वैभव ने कल ही ट्वीट कर ये बात सार्वजनिक की थी कि डीजी शोभा ओहोतकर उन्हें लगातार गालियां दे रही हैं लेकिन बाद में विकास वैभव ने ट्वीट को डिलीट कर दिया था.अब खबर आ रही है कि विकास वैभव ने दो महीने की छुट्टी का आवेदन सरकार के पास भेज दिया है.

    इस बीच डीजी शोभा ओहोतकर के जुल्म की एक और कहानी सामने आ रही है बीते 20 जनवरी को डीजी ओहोतकर ने एक डीआईजी को इतना टॉर्चर किया और गालियां दी कि वे बैठक में ही बेहोश हो गये थे. डीआईजी लगभग 45 मिनट तक बेहोश रहे.  अपनी फेसबुक पर उन्होंने लिखा था मेरी पत्नी और माता को संबोधित करके मुझे वरीय डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी.रिकॉर्डिंग कर सकता था और इसलिए मोबाइल साथ लाने के लिए मुझे मना किया गया.सच में दुखी हूं. संन्यास के लिए यात्री मन वास्तव में आशान्वित है.परंतु ‘किंकर्तव्य विमूढ़‘ नहीं होना चाहता हुए.भयानक रूप से द्रवित हूं. सब माया है. ऐसे अपमान के लिए सर्वशक्तिमान से प्रार्थनारत हूं.

   अगले पोस्ट में विकास वैभव ने लिखा है कि सबसे अधिक दुख तब हुआ जब नौवीं कक्षा की अनुभूति के पश्चात पुनः बिहारी बोलकर इसलिए गाली दिया गया, क्योंकि उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें डीजी के लिए योग्य नहीं माना और नहीं चुना और चुकी डीजी बनने के लिए उनके द्वारा होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के लिए कार्य किया जा रहा था. परंतु निराशा में भी ऐसी पराकाष्ठा हुई कि वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा. सच में द्रवित हूं. महाराष्ट्र के अनेक महापुरुष मेरे आदर्श हैं छत्रपति शिवाजी तथा स्वतंत्र वीर प्रेरणा है. यात्रीमन गतिमान है....ओम.

   विकास वैभव ने अगले ट्वीट में लिखा है यात्री मन व्याकुल है बंधन से मुक्त होना चाहता है. परिस्थितियां अवरोध उत्पन्न कर करती प्रतीत भले हो रही हो, परंतु यात्री मन यह भी जानता है कि यात्री मन को कोई बांध नहीं सकते हैं जो निर्धारित है वह स्वयं अपना मार्ग प्रशस्त करेगा.शेष सब माया ही  परंतु कर्म महत्वपूर्ण है.

    मीटिंग के दौरान डीजी ओहोतकर द्वारा एक एसपी को गालियां देने के क्रम में पीटने का भी प्रयास किया गया था. खबर ये भी है कि होमगार्ड के अधिकारियों ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखित तौर पर पहले ही डीजी ओहोतकर की शिकायत की थी लेकिन उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.     

     इस वक्त की एक बहुत ही बड़ी खबर राजधानी पटना से सामने आ रही है. शोभा ओहोतकर से विवाद बढ़ जाने के बाद बताया जाता है कि बिहार सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव का तबादला कर दिया है.अभी कोई पद नहीं दिया गया है.एक तरह से कहा जाए तो विकास वैभव को अगले कुछ महीनों तक खाली रहना होगा.इस बाबत सरकारी आदेश अर्थात नोटिफिकेशन जारी हो चुका है.

      इनके साथ विनोद कुमार,भारतीय पुलिस सेवा 2009 जो

 पुलिस उप महानिरीक्षक-सह- उप महासमादेष्टा,गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशाम सेवाएं, बिहार, पटना में पदस्थापित थे.उनको भी स्थानांतरित कर बिहार पुलिस मुख्यालय, पटना  कार्यालय में पदस्थापन की प्रतीक्षा में योगदान का निर्देश दिया गया है.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :