'यूपी में का बा' के लिए नोटिस का विरोध

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'यूपी में का बा' के लिए नोटिस का विरोध

पटना.अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा नेहा सिंह राठौर को उनके गाने 'यूपी में का बा' सीजन-2 के लिए नोटिस जारी किया गया है.इसका ऐपवा के द्वारा कड़ा विरोध किया गया है.

ऐपवा के उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी व सचिव कुसुम वर्मा ने कहा है कि नेहा सिंह राठौर अपने गीतों के जरिए जन मुद्दों को उठाती रही हैं और सरकार की गलत नीतियों का विरोध करती रही हैं. इस गीत में कानपुर में बुलडोज़र से घर गिराने और मां-बेटी की मौत पर सवाल उठाया गया है जो वाजिब सवाल है और सिर्फ कानपुर ही नहीं पूरे देश की महिलाओं का भी सवाल है.

    द्वय महिला नेताओं ने आगे कहा कि एक कलाकार होने के नाते अपने गीतों के जरिए पुलिस दमन का विरोध करने का लोकगायिका नेहा को अधिकार है. योगी सरकार दमनकारी बुलडोजर राज बंद करे और लोकगायिका पर नहीं बल्कि कानपुर जिले के  पुलिस और जिला प्रशासन के विरुद्ध हत्या का मुक़दमा दर्ज करे। ऐपवा मांग करती है की सरकार यह नोटिस वापस ले और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बंद करे.

      बताते चले कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात पुलिस ने ‘यूपी में का बा’ गाने वाली बिहार की लोकगायिका नेहा सिंह राठौर को मंगलवार रात उनके दिल्ली स्थित घर पहुंच नोटिस दिया है. दरअसल नेहा ने हाल ही में हुए कानपुर देहात अग्निकांड पर ‘का बा सीजन-2’ गाना गाया था. आरोप है कि उन्होंने ‘का बा सीजन-2’ वीडियो के जरिये समाज में नफरत फैलाने का काम किया है. पुलिस के द्वारा जारी किए गए नोटिस में नेहा से सात सवाल किए गए हैं, जिनका स्पष्टीकरण तीन दिन में देने के लिए कहा गया है. अगर तीन दिन में सभी सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है.

     भाकपा-माले नेता सह किसान महासभा के राष्ट्रीय पार्षद सुनील कुमार राव ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नेहा सिंह राठौर अपने गीतों के जरिए जन मुद्दों को उठाती रही हैं और सरकार की गलत नीतियों का विरोध करती रही हैं. इस गीत में कानपुर में बुलडोज़र से घर गिराने और मां-बेटी की मौत पर सवाल उठाया गया है जो वाजिब सवाल है और सिर्फ कानपुर ही नहीं पूरे देश का भी सवाल है. उन्होंने कहा कि एक कलाकार होने के नाते अपने गीतों के जरिए पुलिस दमन का विरोध करने का लोकगायिका नेहा को अधिकार है. योगी सरकार दमनकारी बुलडोजर राज बंद करे और लोकगायिका पर नहीं बल्कि कानपुर जिले के पुलिस और जिला प्रशासन के विरुद्ध हत्या का मुक़दमा दर्ज कराना चाहिए। माले नेता ने मांग किया कि सरकार यह नोटिस वापस ले और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बंद करे.

भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) की राष्ट्रीय समिति ने अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है. समिति ने नेहा सिंह राठौर के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से इस अनर्गल और असंवैधानिक कार्रवाई को तत्काल वापस लेने की मांग की है. इप्टा की सभी इकाइयों का आह्वान किया है कि वे अपने स्तर पर अन्य सभी सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों के साथ मिल कर बोलने की आजादी के पक्ष में सांस्कृतिक प्रतिरोध की कार्रवाई सुनिश्चित करें. उत्तर प्रदेश सरकार को असंवैधानिक नोटिस वापस करने के लिए ज्ञापन भेजें. इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश ने बताया है कि नेहा सिंह राठौर डाल्टनगंज (झारखंड) में 17 से 19 मार्च तक इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन और सांस्कृतिक उत्सव में एक विशिष्ट अतिथि कलाकार के रूप में भागीदारी करेंगी.


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