खेड़ा को जमानत ,सरकार को झटका

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खेड़ा को जमानत ,सरकार को झटका

आलोक कुमार

पत्रकार सुधीर चौधरी ने अपने कार्यक्रम में पवन खेड़ा को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के रूप में प्रस्तुत किया.वहीं सुप्रीम कोर्ट को भी आड़े हाथ लिया.जिसने पवन खेड़ा को 30 मिनट की सुनवाई के बाद खेड़ा को मंगलवार तक अंतरिम जमानत दे दी. यानी खेड़ा को नियमित जमानत के लिए अर्जी लगाने तक पुलिस अरेस्ट नहीं कर पाएगी.

दिल्ली में 20 फरवरी को कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेसवार्ता के दरम्यान हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर बोले कि 'जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है.' अपने बयान में उन्होंने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था.इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास.इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है.उनका काम गौतमदास का है.हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था.फिर तुरंत सुधार कर दामोदरदास कहे.

     पवन खेड़ा की इस टिप्पणी को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने हैं. पवन खेड़ा के खिलाफ भाजपा जमकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं.​​ पवन खेड़ा पर ब'खेड़ा खड़ा करने के लिए असम में एक जगह और उत्तर प्रदेश दो जगह लखनऊ और वाराणसी में केस दर्ज किया गया है.कुल 3 FIR किया गया.दर्ज एफआईआर को लेकर असम और यूपी पुलिस में प्रतिस्पर्धा शुरू हो गयी.बाजी असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा मार लिए.बीजेपी के हैं.एक अन्य बीजेपी से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री पीछे रह गए.

         स्थानीय छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन 24-26 फरवरी तक चलने वाले 85वें राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर के करीब 15 हजार कांग्रेस प्रतिनिधि शामिल होंगे.इसमें पवन खेड़ा भी शामिल हैं. असम पुलिस ने पवन खेड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है.कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को रायपुर जाने वाली उड़ान से नीचे उतार दिया गया और उसके बाद दिल्ली पुलिस उन्हें रनवे से हिरासत में ले गई.दिल्ली हवाई अड्डे पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम में कोई मामला दर्ज हुआ है और दिल्ली पुलिस खेड़ा को रनवे से अपने साथ ले गई. प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनकी हिरासत असम पुलिस को सौंप दी गई. गिरफ्तारी के बाद पवन खेड़ा ने कहा कि पुलिस उन्हें किस मामले में ले जा रही है. इसकी जानकारी उन्हें नही है. लंबी लड़ाई है और मैं लड़ने के लिए तैयार हूं.



 सुप्रीम कोर्ट से पवन खेड़ा को मंगलवार तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण मिला। इसके बाद पवन खेड़ा की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में रेगुलर जमानत के लिए अपील की, जहां उनको जमानत मिल गई। हालांकि, उनके खिलाफ दर्ज तीनों एफआईआर को कहां दर्ज केस में मर्ज किया जाए इसपर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी।


असम पुलिस ने पवन खेड़ा को गिरफ्तार किया। पीएम मोदी के खिलाफ दिए गए बयान के चलते खेड़ा के खिलाफ असम के दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग थाने में मामला दर्ज किया गया है। असम पुलिस ने पवन खेड़ा को दिल्ली के द्वारका कोर्ट में पेश किया।

असम पुलिस ने पवन खेड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को रायपुर जाने वाली उड़ान से नीचे उतार दिया गया और उसके बाद दिल्ली पुलिस उन्हें रनवे से हिरासत में ले गई.दिल्ली हवाई अड्डे पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम में कोई मामला दर्ज हुआ है और दिल्ली पुलिस खेड़ा को रनवे से अपने साथ ले गई. प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनकी हिरासत असम पुलिस को सौंप दी जाएगी. गिरफ्तारी के बाद पवन खेड़ा ने कहा कि पुलिस उन्हें किस मामले में ले जा रही है. इसकी जानकारी उन्हें नही है. लंबी लड़ाई है और मैं लड़ने के लिए तैयार हूं.

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी मामले में गिरफ्तार कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. खेड़ा को रायपुर जाते समय आज ही फ्लाइट से उतारकर दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था.वे पार्टी के अधिवेशन में शामिल होने के लिए जा रहे थे.

खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली तीन जजों की बेंच ने दोपहर 3 बजे से करीब 30 मिनट की सुनवाई के बाद खेड़ा को मंगलवार तक अंतरिम जमानत दे दी. यानी खेड़ा को नियमित जमानत के लिए अर्जी लगाने तक पुलिस अरेस्ट नहीं कर पाएगी.

    कोर्ट ने खेड़ा को राहत के साथ चेतावनी भी दी। CJI ने कहा- हमने आपको प्रोटेक्शन (गिरफ्तारी से) दिया है, लेकिन बयानबाजी का भी कुछ स्तर होना चाहिए। इस पर खेड़ा के वकील सिंघवी ने कहा- हम भी इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करते.इधर, पार्टी नेता जयराम रमेश ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा- 'टाइगर जिंदा है'.

     आज की गिरफ्तारी असम में दर्ज केस के आधार पर हुई थी.अब कोर्ट खेड़ा की गिरफ्तारी और तीनों केस को क्लब करने को लेकर 27 फरवरी को अगली सुनवाई करेगा.इधर, शाम को दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खेड़ा को 30 हजार के बॉन्ड पर अंतरिम जमानत दे दी. द्वारका कोर्ट ने असम पुलिस के ट्रांजिट रिमांड की मांग पर यह फैसला सुनाया.

  पत्रकार सुधीर चौधरी ने सवाल उठाया कि देश  की सभी अदालतों में 4 करोड़ 84 करोड़ से ज्यादा लंबित मामले है. वहीं

 23फरवरी 2023 तक 69511सुप्रीम कोर्ट लंबित मामले है.केवल 50 मिनट में ही खेड़ा को मंगलवार तक अंतरिम जमानत दे दी.क्या सुविधा आम जनता को मिल पाएगी? खेड़ा का जुबान फिसलने का मामला नहीं है यह तो कांग्रेस जनों में हीरों बनने का मामले है.कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, इमरान प्रतापगढ़ी और प्रमोद तिवारी और अन्य को जगह दी गई, लेकिन अन्य प्रमुख जी-23 नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को सूची से बाहर रखा गया. वहीं, कांग्रेस ने पवन खेड़ा (Pawan Khera) को भी सूची में शामिल नहीं किया. जिसके बाद उन्होंने ट्विटर पर अपना दर्द जाहिर किया है.

   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद 29 मई,2022 को ट्विटर पर लिखा, ''शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई.''उसी कमी को खेड़ा ने प्रधानमंत्री की छवि खराब कर दी.कुछ घंटों में मसला वायरल होने पर प्रवक्ता से नेता बन गए.

   55 साल का पवन खेड़ा 25 साल से राजनीतिक में है. पत्रकारिता करते हुए पवन खेड़ा कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित के संपर्क में आए. शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं तो पवन खेड़ा उनके निजी सचिव रहे. 2013 से 2019 तक शीला दीक्षित के साथ पवन खेड़ा ने काम किया. दिल्ली की सत्ता से कांग्रेस और शीला दीक्षित के हटते ही साल 2013 में पवन खेड़ा कांग्रेस के साथ सीधे तौर पर जुड़ गए. कांग्रेस के साथ जुड़ने के बाद उन्हें राजनीतिक रूप से पहचान मीडिया पैनालिस्ट के तौर पर न्यूज चैनल की बहस में हिस्सा लेने से मिली.कांग्रेस ने पवन खेड़ा को पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया और बाद में उन्हें पार्टी कम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट में मीडिया और पब्लिसिटी सेल का चेयरमैन नियुक्त किया.


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