अडानी अडानी के नारे के बीच मोदी का भाषण

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अडानी अडानी के नारे के बीच मोदी का भाषण

आलोक कुमार

  नई दिल्ली. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा मंगलवार को हुई.कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने 45 मिनट तक भाषण दिए.राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक बात बार-बार कहते थे कि वो पुराना राहुल अब मर चुका है. हालांकि, उनकी इस बात भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोग मजाक बनाते थे. लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अडाणी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछे. राहुल ने 45 मिनट की स्पीच की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूछे गए लोगों के सवालों से की.फिर इन्हीं सवालों का हवाला देते हुए गौतम अडाणी के मुद्दे पर आ गए.

      राहुल ने कहा, "2014 में गौतम अडाणी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 609वें नंबर पर थे. कुछ ही साल में न जाने क्या जादू हो गया, अडाणी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए." इस पर कांग्रेस सांसदों ने नारा लगाया ‘मोदी है तो मुमकिन है.’

 इस स्पीच के दौरान NDA मेंबर्स ने ऐतराज भी जाहिर किया कि आप प्रधानमंत्री पर बिना आधार के आरोप लगा रहे हैं. आपको इसका सबूत देना चाहिए और अगर नहीं है तो देश से माफी मांगनी चाहिए.हालांकि राहुल की स्पीच इन छोटे-मोटे हंगामों के बीच भी चलती रही और ये अडाणी पर बयानों, सवालों और दावों पर ही फोकस थी.

     लेकिन लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने जिस तरह से सत्ता पक्ष के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगाई और उनके आरोपों से बीजेपी के सदस्य जिस तरह से तिलमिला रहे थे, वो उनके बदले रूप की तस्दीक तो कर ही रही थी.दिलचस्प ये था कि उनके आरोपों की जद में केवल दो ही शख्स थे.एक पीएम नरेंद्र मोदी और दूसरे गौतम अडानी. राहुल के हमलों से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सहमी-सहमी और बैकफुट पर दिखी. उनकी रणनीति छितराई नजर आई.

     जब आप सत्ता पक्ष के सदस्यों की बॉडी लैंग्वेज देखेंगे तो समझ जाएंगे कि राहुल के आरोपों ने उन्हें हिलाकर रख दिया. अपने भाषण के दौरान राहुल ने जो साबित करना चाहते थे उसमें वो बहुत हद तक सफल भी रहे.राहुल ने सदन में तथ्यों के बातें रखी और उसे कोरिलेट कर सीधे-सीधे पीएम मोदी को घेर लिया. खास बात ये भी रही कि अपने भाषण के दौरान राहुल लोगों से कनेक्ट भी कर पा रहे थे.ऐसा पहली बार था कि कांग्रेस के आक्रामक हमले से सत्ता पक्ष का विश्वास डिगा दिख रहा था.

    बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्लास्टिक की बोतलों को ‘रिसाइकिल’ करके बनायी गयी सामग्री से निर्मित सदरी (जैकेट) पहनकर बुधवार को संसद पहुंचे.वह जब सुबह सदन में हल्के नीले रंग की सदरी पहने नजर आए. अधिकारियों ने बताया कि मोदी की सदरी प्लास्टिक की बोतलों का पुनर्चक्रण (रिसाइकिल) करके बनी सामग्री से तैयार की गई है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने सोमवार को बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान प्रधानमंत्री को यह जैकेट भेंट की थी.उन्होंने इस कार्यक्रम में इंडियन ऑयल की 'अनबॉटल्ड' पहल के तहत विभिन्न पोशाक ‘लॉन्च’ की.बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए बताया कि नरेंद्र मोदी ने जो जैकेट पहना है वह 28 सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलों से बनाया गया है.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब 88 मिनटों तक देते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता नकारात्मकता स्वीकार नहीं कर सकती और उनके ऊपर लगाये गये ‘झूठे आरोपों’ पर कभी भरोसा नहीं करेगी.उन्होंने कहा कि उनके पास 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद का सुरक्षा कवच है जिसे कोई भेद नहीं सकता.बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी ग्रुप के मुद्दे पर मोदी सराकर पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.

    प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर बरसते हुए कहा कि देशवासियों का जो मोदी पर भरोसा है वो इनकी समझ से बाहर है, इनकी समझ से ऊपर की बात है.

     अडानी ग्रुप से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्ष के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन पर लोगों का भरोसा अखबार की सुर्खियों और टेलीविजन पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है.उन्होंने कहा, ‘हमने देश के लिए पूरा जीवन खपा दिया है, पल-पल खपा दिया है.देश के लोग झूठे आरोपों पर भरोसा नहीं करने वाले हैं.देशवासियों का जो मोदी पर भरोसा है वो इनकी समझ से बाहर है, इनकी समझ से ऊपर की बात है.’ पीएम के इतना कहते ही सदन में ‘मोदी-मोदी’ का नारा गूंज उठा.

    प्रधानमंत्री ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि जो अहंकार में डूबे रहते हैं, उनको लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा और गलत आरोप लगा कर ही आगे बढ़ पाएंगे.कांग्रेस का नाम लिये बिना उसके घटते जनाधार पर तंज कसते हुए पीएम ने प्रसिद्ध कवि दुष्यंत की पंक्तियां पढ़ीं, ‘तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं.’ मोदी ने कहा कि इनकी गालियां और इनके आरोपों को उन कोटि-कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा, जिनको दशकों तक मुसीबत में जिंदगी जीने के लिए इन्होंने मजबूर किया.

     बता दें कि वर्ष 2019 में शिवसेना सांसद संजय राउत के नए ट्वीट ने पार्टी के रुख़ को फिर से स्पष्ट कर दिया है. दरअसल संजय राउत ने बीजेपी पर हमला करते हुए महाकवि दुष्यंत कुमार की एक कविता पोस्ट की है- तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं..चार साल के बाद पीएम मोदी ने भी विपक्ष पर निशाना साधने के लिए महाकवि दुष्यंत कुमार की एक कविता का सहारा लिया.

  खैर, आगे पीएम मोदी ने कहा कि जो कभी यहां बैठते थे, वह वहां जाने के बाद भी फेल हुए और देश पास होता गया. मैं भी यात्रा लेकर कश्मीर तक गया था. लाल चौक पर तिरंगा लहराने का संकल्प लिया था.तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं कि किसमें हिम्मत है और किसने अपनी मां का दूध पिया है, जो यहां आकर तिरंगा लहराता है.तब मैंने कहा था- आतंकी कान खोलकर सुन लें. 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा, बिना सुरक्षा, बिना बुलेट प्रूफ जैकेट आऊंगा और फैसला लाल चौक पर होगा कि किसने अपनी मां का दूध पिया है? जब श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराया, तब मीडिया के लोग सवाल करने लगे कि पहले यहां ऐसे नहीं होता था.आज वहां ऐसी शांति है कि वहां चैन से जा सकते हैं. अखबारों में खबर आई थी, जिस पर ध्यान नहीं गया होगा. लोग टीवी में चमकने की कोशिश में लगे थे. उसी समय श्रीनगर के अंदर दशकों बाद थिएटर हाउसफुल हो गए और अलगाववादी दूर-दूर तक नहीं दिख रहे थे.

    पीएम मोदी ने कहा कि देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए खपा दिया है। देशवासियों का जो मोदी पर भरोसा है, वह इनकी समझ के दायरे से बाहर ही नहीं, समझ के दायरे से काफी ऊपर है। क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर मुफ्त राशन प्राप्त करने वाले देश के 80 करोड़ लोग भरोसा करेंगे? एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड के जरिए जब गरीब को राशन मिल जाता है तो वह आपकी झूठी बातों और गलिच्छ आरोपों पर कैसे भरोसा करेगा? जब 11 करोड़ किसानों के खाते में साल में तीन बार सम्मान निधि का पैसा जमा होता हो, वह आप पर भरोसा कैसे करेगा.मुसीबत के समय मोदी उनके काम आया है, आपके आरोपों पर वह कैसे भरोसा करेगा. आपके इन आरोपों को कोटी-कोटी भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा.कुछ लोग अपने लिए और अपने परिवार के लिए जी रहे हैं. मोदी तो करोड़ों देशवासियों के परिवार का सदस्य है.140 करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा कवच है. झूठ और गालियों के शस्त्रों से तुम इस कवच को भेद नहीं सकते.

    इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मंगलवार को लोकसभा में दिए गए भाषण को डिलीट कर दिया गया है. काग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर इसका दावा किया है. रमेश ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी ने अडानी के महामेगा स्कैम में पीएम मोदी के लिंक का जिक्र किया था. आज लोकसभा में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई.ओम शांति! गौरतलब है कि बीजेपी ने राहुल के अडानी पर दिए गए बयानों का काफी विरोध किया था.हालांकि बीजेपी ने इसे बिना सबूत के लगाए गए आरोप बताए थे और उनकी बातों को सदन की कार्यवाही से हटाने की निंदा की है.

    संसद के बजट सत्र में दो नेताओं के ड्रेस की चर्चा खूब हो रही है. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिसाइकिल प्लास्टिक से बनी जैकेट पहनी थी, तो कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 56 हजार का मफलर लपेटे संसद में पहुंचे थे. खास बात ये है कि लोगों का ध्यान खड़गे की ड्रेस पर गया ही तब, जब वो गरीबों की कम आय को लेकर सरकार पर हमला बोल रहे थे. बस फिर क्या था, देखते ही देखते ट्विटर पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा. खासकर बीजेपी नेताओं ने उन्हें निशाना बनाया. 


मोदी वर्सेज खड़गे हो गया मामला


बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने ट्विटर हैंडल पर दो तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें एक तस्वीर में पीएम मोदी प्लास्टिक की बोतलों को रिसाइकल कर बनाए गए खास जैकेट को पहने नजर आ रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में खड़गे मफलर लगाए नजर आ रहे हैं, जिसमें मफलर की कीमत 56,332 रुपये बताई गई है.

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