राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 07 नवबंर को

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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 07 नवबंर को

सीतामढ़ी. जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम करने का समय तय किया गया.राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन  समाहरणालय के परिचर्चा भवन में की गई. बैठक में एन0डी0डी0, एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम, स्वास्थ्य विभाग एवं एक्सरे से संबंधित सभी बिंदुओं पर समीक्षा की गई.

 एनडीडी कार्यक्रम की समीक्षा में जिला पदाधिकारी  द्वारा दिनांक 07.11.2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम और दिनांक 11.11.2022 को मॉप राउंड केे लिए समीक्षा किया गया. जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया की सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे की कृमि की दवा सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में पहुँच जाए और सभी शिक्षक को प्रशिक्षण करा दिया जाए. जिला शिक्षा पदाधिकारी सह सुनिश्चित करेंगे की दवा सभी स्कूलों में पहुँच जाए निर्धारित तिथि को सभी बच्चे इसका सेवन करें.

   एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम  में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के प्रखंडवार समीक्षा के क्रम में एनेमिक गर्भवती महिला को पहचान कर उनका समुचित इलाज करने करने के लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया. उनके द्वारा यह निर्देश दिया गया की प्रत्येक महिना के 9 एवं 21 तारीख को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में जांच के क्रम में पाए गये एनेमिक महिलाओं का लाइन लिस्ट बनाना सुनिश्चित करेंगे. ’सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया गया की ऑगनवाड़ी सेविका द्वारा अति कुपोषित बच्चा को पहचान करते हुए उसे पोषण पूर्नवास केन्द्र, सदर अस्पताल, सीतामढ़ी में भेजना सुनिश्चित करेगें. प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र वार अति कुपोषित बच्चा एवं एनेमिक गर्भवति महिलाओं का लाईन लिस्ट बनाना सुनिश्चित करेगें. जिसकी एक प्रति प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे.

   स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया की प्रत्येक गर्भवती महिला का हीमोग्लोबिन का चार जांच कराना सुनिश्चित करेंगे. सभी गर्भवती महिला को 180 आयरन की गोली उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया की प्रत्येक माह एचएमआईएस पर आयरन वितरण से संबंधित सभी प्रकार का डाटा अपलोड करना सुनिश्चित करेंगे. उनके द्वारा इस कार्य में व्यक्तिगत रूप से अभिरुचि लेने के लिए जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया. एक्स-रे से संबंधित जिला पदाधिकारी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया गया की जिस संस्थान में एक्सरे की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पायी है. वैसे संस्थान को विभागीय निर्देश के अनुसार वैकल्पिक व्यवस्था के अन्तर्गत जनहित एवं कार्यहित में अविलम्ब एक्स रे सेवा प्रारम्भ करने के लिए निर्देश दिया गया.

बताया गया कि इस अभियान के तहत 7 नवम्बर को जिले में 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चे एवं किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक अल्बेंडाजोल की गोली खिलायी जायेगी. यदि कोई बच्चा किन्हीं कारणों से छूट जाता है तो 11 नवम्बर को मॉप अप राउंड में भी गोली खिलाई जाएगी. साथ ही अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा.अभियान के तहत जिले के सरकारी एवं निजी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी  केन्द्रों के माध्यम से अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी.अभियान की सफलता को लेकर सभी सरकारी विद्यालयों एवं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोस्टर, बैनर, पंपलेट और माइकिंग आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाएगा. जिससे कोई भी बच्चा यह दवाई खाने से छूट ना पाए. बताया गया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को उम्र के अनुसार खुराक दी जाएगी. इसे लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है.अभियान को लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया जाएगा.उसी के हिसाब से बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी.कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

        कृमि संक्रमण से बच्चों के स्वास्थ्य पर कई प्रकार के हानिकारक प्रभाव देखे जाते हैं. कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, बेचैनी, पेट में सूजन और उल्टी दस्त से बच्चा परेशान रहता है. यदि दवा खाने के बाद उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं.पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है.दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब ठीक हो जाता है.

     बैठक में सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला भी०बी०डी० नियंत्रण पदाधिकारी, जिला संचारी रोग पदाधिकारी और केयर इंडिया एवं डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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