यह स्वीकार नहीं है नीतीश कुमार

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यह स्वीकार नहीं है नीतीश कुमार

आलोक कुमार 

पटना.भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने पटना के महेन्द्रू स्थित डा अंबेडकर दलित छात्रावास में घुसकर अपराधियों द्वारा पुलिस के सामने दलित छात्रों पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है. इस हमले में तीन छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. कहा कि महागठबंधन की सरकार में भी दलित छात्रों को निशाना बनाया जाए, यह कहीं से स्वीकार नहीं किया जाएगा. सरकार सभी दलित छात्रों पर हमला करने वाले सभी अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करे तथा दलित छात्रों की सुरक्षा की गारंटी दे. घायलों के उचित इलाज की भी व्यवस्था करे.

उन्होंने यह भी कहा कि हमें घायल छात्रों से ही सूचना मिल रही है कि इस हमला में राजद व जाप से जुड़े छात्र नेता भी शामिल हैं. हम इन पार्टियों से भी इसकी जांच की मांग करते हैं और यदि इसे सही पाया जाता है तो ऐसे तत्वों पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.

घटना की जानकारी मिलते ही माले विधायक व आरवाइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल और आइसा नेता कुमार दिव्यम के नेतृत्व में छात्र-युवाओं की एक टीम कल शाम डाॅ. अंबेडकर छात्रावास पहुंची. इस टीम ने छात्रावास में छात्रों से बातचीत की. जांच के बाद मनोज मंजिल ने कहा कि हाॅस्टल के छात्रों पर लगाए जा रहे आरोप का कोई आधार हमें नहीं मिला, लेकिन इसकी आड़ में दलित छात्रावास पर अपराधियों ने जिस बर्बरता से हमला किया, उस पर नीतीश कुमार को तत्काल संझान लेना चाहिए. हम सरकार से इस पूरे घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि हमें बताया गया कि छात्रों ने घटना के बीच में ही पीरबहोर थाने को सूचना दी. पुलिस पहुंची भी लेकिन वह मूकदर्शक बनी रही और अपराधियों को ही संरक्षण देती रही. घायल छात्रों को पुलिस ने अस्पताल भेजना तक उचित नहीं समझा. बाद में बाइक पर उनको अस्पताल भेजा गया. 

टीम हाॅस्टल में बैठक के बाद एम्स पहुंची और वहां घायल छात्र विशाल कुमार पासवान से मुलाकात की, जिनकी गर्दन में गोली लगी है. उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है.प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जहां अपराधियों में महज एक की गिरफ्तारी हुई है, वहीं दोनों घायल दलित छात्र सन्नी कुमार व विकास कुमार को भी थाना पर बुलाकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह कहीं से जायज नहीं है.सभी अपराधियों की गिरफ्तारी, दलित छात्रों की सुरक्षा, घायल छात्रों की सरकारी व्यवस्था पर बेहतर इलाज आदि मांगों पर आइसा-आरवाइए की ओर से कल प्रदर्शन किया जाएगा.

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