दस दिनों से चल रही हड़ताल खत्म

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दस दिनों से चल रही हड़ताल खत्म

 आलोक कुमार

पटना. 11सूत्री मांग को लेकर 10 दिनों से चल रही हड़ताल स्थागित हो गई. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के आश्वासन पर राज्य भर के नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत कर्मियों की 10 दिनों से चल रही हड़ताल स्थागित हो गई. बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम रोजगार देने के पक्ष में हैं. आपलोग हड़ताल वापस लीजिए. उन्होंने कहा कि आपकी मांगों पर गंभीरता से विचार करेंगे.उप मुख्यमंत्री के आश्वासन पर हड़ताल को स्थगित कर दी गई है. सभी कर्मी बुधवार की सुबह से कार्य पर आ जाएंगे.  बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने बताया कि तेजस्वी यादव हमसब के साथ हैं. सभी मांगों को उन्होंने गंभीरता से सुना.                               

पटना नगर निगम के सफाईकर्मियों की 11सूत्री मांगों को लेकर चल रही 10 दिनों की हड़ताल आज खत्म हो गई. आज बिहार लोकल बॉडी कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले तमाम यूनियन के नेताओं ने आज नगर विकास मंत्री तेजस्वी यादव के साथ बैठक की. करीब आधे घंटे तक चली बातचीत के बाद मिले आश्वासन नगर निगम की हड़ताल खत्म करने का फैसला किया गया.


बिहार लोकल बॉडी कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह सहित तमाम लोगों ने तेजस्वी यादव के साथ बातचीत करने के बाद हड़ताल खत्म करने का ऐलान करते हुए कहा कि अपनी मांगों को लेकर नगर विकास मंत्री तेजस्वी यादव से सकारात्मक आश्वासन मिला है, जिसके बाद हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया जा रहा है. चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया कि कल कोर्ट में यूनियन अपनी तरफ से एफिडेविट भी दाखिल करेगा.


नगर निगम हड़ताल को लेकर चार दिन पहले ही नगर निगम ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया था, पर कर्मचारी संघ के लोगों ने मांगों के अनुरूप कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण हड़ताल जारी रखने का फैसला किया था. कोर्ट के निर्देश के बाद सफाईकर्मियों और नगर विकास विभाग के अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, पर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने से हड़ताल कायम रखने की बात कही गई थी. कई जगहों पर नगर निगम की गाड़ियों में तोड़फोड़ करने का भी आरोप सफाईकारियों पर लगा था. नगर निगम कार्यालय मौर्यालोक में भीड़ होने और नारेबाजी को देखते हुए नगर निगम ने 144 धारा लगाने की बात कही थी और हंगामा करनेवालों पर सख्ती बरतने की भी बात कही थी. वैसे लोग जो तोड़फोड़ में शामिल थे इनपर एफआईआर करने का भी निर्देश नगर निगम ने दिया था.

बता दे कि बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 27 अगस्त से 11सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर थे.

 1.(क) वर्षों से कार्यरत दैनिक कर्मियों की सेवा को अविलंब नियमित किया जाए.(ख) सभी नगर निकायों में वर्षों से कार्यरत इन कर्मियों को ‘ समान काम समान वेतन‘ की नीति पर अविलम्ब अमल किया जाए. (ग) वर्षों से कार्यरत इन कर्मियों की निजी संचिका खोली जाए.2.सभी नगर निकायों में कार्यरत स्थायी कर्मियों के समतुल्य वेतन,पेंशन,एवं एसीपी आदि का लाभ दिया जाए.3. सभी नगर निकायों में निजीकरण की व्यवस्था पर रोक लगे एवं आउटसोर्स से नियुक्ति बंद हो.वर्ष 2004 अथवा इसके बाद नियुक्त कर्मियों को एनपीएस के साथ जोड़ा जाए एवं सबको प्राण नम्बर आवंटित किया जाए.5 कार्य के दौरान मृत्यु होने पर निकाय कर्मियों यथा स्थाई,दैनिक अथवा आउटसोर्स कर्मियों के आश्रितों को अनुकम्मपा पर नौकरी एवं मुआवजा के रूप में कम से कम 10 (दस)  लाख लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए.6. मृत नगर निगम कर्मियों (दैनिक कर्मियों सहित)  के आश्रितों की नियुक्ति अविलम्ब की जाए एवं इसकी प्रक्रिया पूर्व की तरह नगर निगम स्तर में ही किया जाए.7 नगर निगम एवं आवास विभाग का आदेश पत्रांक-2503 दि0 03. 05.2018,ज्ञापांक-3453 दि0 29.06.2018, ज्ञापांक 1528 दि0 31.03.2021 एवं ज्ञापांक 1801 दि005.052021 को रद्द किया जाए. 8. 74 वां संविधान संशोधन की भूल भावना के साथ छेड़छाड़ बंद हो एवं उक्त के आलोक में राज्य के सभी नगर निकायों की स्वास्यता रखी जाए.9. केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए 04 लेबर कोड को अविलम्ब रद्द करने की मांग करते हैं.10.ब्रह्मदेव महतो मुंगेर की बर्खास्तगी एवं हड़ताल के दौरान किये गये दण्डात्मक कार्रवाई को वापस किया जाए.11.बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधिों के साथ विभाग के स्तर पर महावारी बैठक का आयोजन किया जाए.

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