नीतीश फिर आरजेडी की गोद में

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नीतीश फिर आरजेडी की गोद में

पटना. जिस आरजेडी के भ्रष्टाचार और आतंकराज से संघर्ष करके बीजेपी ने बिहार को निकाला और नीतीश जी को मुख्यमंत्री बनाया, आज नीतीश  फिर जाकर उसी आरजेडी की गोद में जाकर बैठ गए हैं.         8 अगस्त 1942 को भारतीय क्रांतिवीरों ने कहा था..“अंग्रेजों भारत छोड़ो” ! 9 अगस्त 2022 को बिहारी सपूत नीतीश और तेजस्वी ने कहा.. “बीजेपी गद्दी छोड़ो” !!गद्दी छोड़ने के बाद बीजेपी अनगिनत आरोप नीतीश कुमार के माथे पर थोपने लगे है.बिहार में भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया है.इस पर भाजपा नेता नीतीश और जदयू पर हमलावर हो गये हैं. अब नीतीश कुमार के खिलाफ भाजपा ने सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया है.भाजपा नेता पार्टी कार्यालय के बाहर बुधवार को धरना प्रदर्शन करेंगे.

बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल के हवाले से बिहार मीडिया प्रभारी राजेश झा राजू ने बताया कि कल भाजपा के प्रदेश कार्यालय के समक्ष पार्टी के नेता कार्यकर्ता धरना पर बैठेंगे. इसके साथ ही साथ ही 11 अगस्त को जिला मुख्यालय और 12 को सभी प्रखंड मुख्यालय पर बीजेपी नेता धरना देंगे.

नीतीश के इस्तीफे के कुछ देर बाद ही बिहार भाजपा ने कोर कमेटी की बैठक की. इसमें नीतीश कुमार, राजद और महागठबंधन के खिलाफ कैसे मोर्चा खोला जाए, इस पर चर्चा हुई.इसी कड़ी में भाजपा ने 10 अगस्त को पटना में धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.इसके बाद इस प्रदर्शन का दायरा बढ़ाकर 12 अगस्त को जिला मुख्यालय और 13 अगस्त को प्रखंड मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा.

पिछले कई दिनों से बिहार में सियासी ऊआपोह की स्थिति थी, जिसका आज खत्म हो गया है.आखिरकार मंगलवार को नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होने का फैसला ले लिया. नीतीश ने भाजपा को झटका देते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया. अब वे महागठबंधन का हिस्सा बन गये हैं. जल्द ही नीतीश के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन जाएगी, इसका आधारशिला रख दिया गया है.

बिहार एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है, इसकी आधारशिला रख दी गयी है. इससे पहले लोकसभा चुनाव 2014 के बाद भी जदयू, भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल हुई थी.2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू ने महागठबंधन में ही चुनाव लड़ा था.इसमें महागठबंधन को बड़ी जीत हुई थी.हांलाकि यह महगठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया और 2017 में टूट गया. जदयू फिर भाजपा से हाथ मिलाकर एनडीए में शामिल हुई थी.

नीतीश कुमार जी ने अपनी पिछली गलती से भी सबक नहीं लिया और बिहार की जनता के साथ छलावा किया है.

नीतीश कुमार जी ने जनादेश के साथ छलावा किया है.उन्होंने आतंकराज और भ्रष्टतंत्र की पनाहगार आरजेडी  के हाथों जनादेश का सौदा कर लिया.

बीजेपी जनहित और विकास की बात पर हमेशा अडिग रहती थी. नीतीश जी को यह भी बर्दाश्त नहीं हुआ कि बीजेपी विकास की बात कर रही है.

बीजेपी ने बिहार के गरीब, पिछड़ा, दलित, शोषित, वंचित सभी के विकास के लिए संघर्ष किया है.बीजेपी पहले भी बिहार के हित में अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति अडिग थी, आज भी अडिग है और आगे भी अडिग रहेगी.बिहार की जनता समय आने पर जनादेश के इस अपमान का कड़ा जवाब देगी.

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