आलोक कुमार
पटना. दोस्त दोस्त ना रहा, प्यार प्यार ना रहा,ज़िंदगी हमें तेरा
ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा....इन दिनों दो दोस्तों में जमकर दुश्मनी चल रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी कभी काफी करीब थे.अब दोनों की राह अलग हो गई है. जेडीयू ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो आरसीपी सिंह ने इस्तीफे की चिट्ठी भेज कर जेडीयू को डूबता जहाज बता दिया. कभी नीतीश आरसीपी सिंह के करीबी हुआ करते थे लेकिन अब दुश्मनी का ऐलान हो गया है!
बिहार में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह व जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक ने आरसीपी सिंह के द्वारा इस्तीफा देने के बाद लगातार सीएम नीतीश कुमार और जदयू पर हमलावर हो गये हैं.आरसीपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम नीतीश पर कई आरोप लगाए.उन्होंने जेडीयू को डूबता हुआ जहाज बताते हुए कहा कि कौन कहता है कि नीतीश कुमार 18 घंटे तक काम करते हैं. आरसीपी सिंह ने बताया कि वे सुबह 11 बजे दफ्तर आते थे और एक बजे खाना खाने के लिए चले जाते थे. शाम 6 बजे से भूंजा पार्टी करते थे जो तीन घंटे तक चलती थी.
वहीं अब पार्टी के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.अजय आलोक ने कहा कि पिछले 12 साल से पीएम बनने की आशा में नीतीश ने बिहार का सत्यानाश कर दिया. ये महान व्यक्ति नहीं बल्कि 'नाश कुमार' हैं. उन्होंने कालीदास का उदाहरण देते हुए कहा कि कालीदास ने अपनी डाल काटी थी ये आदमी अपनी छाया काटने चला है. पलटने का मौसम अब आ गया है. क्या संयोग है और अजब प्रयोग है. पहले पेटभर गालियां देकर पेट में कितने दांत हैं ये बताकर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं. फिर दो दो बार धोखा देकर सीएम बनता है. ये सब काम एक बिरला पार्टी कर सकती है.
उन्होंने आगे कहा कि जरा सोचिए आप लोग, आपका क्या होगा ?" पीएम की नीति आयोग की बैठक में नहीं जाएंगे क्योंकि कोरोना से निकले हैं 'नाश कुमार' लेकिन समारोह में जाएंगे , सांसदो की बैठक करेंगे -अरे खुल के गाइए लालू जी के शब्दों में , पलटने का मौसम आ गया , बिहार की सत्ता में बने रहना इनका 1-1 दिन बिहार को 1-1 साल पीछे ले जा रहा हैं.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने खुद पर लगे आरोपों को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि जिन जमीनों की चर्चा हो रही है, वो 900-1000 रुपये कट्ठा की जमीन है.उन्होंने कहा कि इनमें भी मेरे नाम कुछ भी नहीं है. मेरे नाम ना पटना में ना दिल्ली में, कहीं कुछ नहीं है.जिस जमीन पर आरोप लगाया जा रहा है, उस जमीन को मेरी बेटियों ने खरीदा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने भी सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि वे सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे.वे सिर्फ दिखावा करते हैं. बिहार की जनता के लिए कुछ भी काम नहीं करते हैं.
भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि जदयू डूबता जहाज है.इसका जवाब जदयू के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने रविवार को दिया.उन्होंने कहा कि जदयू डूबता जहाज नहीं है, यह एक तैरता जहाज है, कुछ लोग इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, नीतीश कुमार ने उन लोगों की पहचान की जो इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे और इसे ठीक करने के लिए कदम उठाए गए हैं.ललन सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश थी और इसलिए हमने विधानसभा चुनाव में केवल 43 सीटें जीतीं लेकिन अब हम सतर्क हैं.2020 के चुनाव में एक मॉडल चिराग पासवान के नाम से सामने आया, जबकि दूसरा वर्तमान में बनाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि जदयू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने की क्या जरूरत है? 2019 में ही, आम सहमति पर पहुंचने के बाद, सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि हम केंद्र सरकार में शामिल नहीं होंगे और हम इसके साथ काफी मजबूती से खड़े हैं. नीतीश कुमार के व्यक्तित्व को धूमिल करने की साजिश थी.
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