जल निकाजल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं

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जल निकाजल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं

आलोक कुमार

दरभंगा.हायाघाट से दरभंगा जाना 3-4महीने बहुत कठिन हो जाता है,क्योंकि करेह के दोनों तटबंधों के बीच ऊपरी पुल नही है.बाढ़ की विभीषिका के बीच ट्रेन का परिचालन भी बन्द हो जाता है.इलाज के लिये अस्पताल जाना भी मुश्किल हो जाता है.हायाघाट स्टेशन जिस विलासपुर पंचायत(अब नगर पंचायत) में पड़ता है वो 6महीने डूबा क्षेत्र बनकर रह जाता है.तटबंधों और रेल खण्ड के चलते जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है.

सड़क से लेकर सदन तक समस्याओं  पर आवाज उठाने वाले भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम हायाघाट आये थे.यहां के नौजवानों और संभ्रांत नागरिकों का एक शिष्टमंडल भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम से मिला और स्मार पत्र सौंपा.यहां पर सभा भी की गयी.


बताया गया कि अंग्रेजों के समय के बन्द पड़े है अशोक पेपर मिल.दरभंगा राज़ द्वारा निर्मित अशोक पेपर मिल और रामेश्वर जूट मिल बन्द पड़े हैं.सारे चीनी मिल बन्द हो गए हैं.16 वर्षों के भाजपा-जदयू के शासन में कोई एक फैक्ट्री नही लगी.शिक्षा भी राम भरोसे!मज़दूरों और छात्रों का पलायन इस क्षेत्र की नियति बन गयी है.ब्लॉक,बैंक और थाना लूट का अड्डा बना हुआ है और सब गरीबों की योजना को लूटने में लगा है.


इन दिनों मुस्लिम बहुल पंचायत सहित अगल बगल के पंचायतों की आवाज़ को भाकपा माले मज़बूती से उठा रही है.हायाघाट में भाकपा माले का जमीनी आंदोलन जोर पकड़ रहा है.14 पंचायतों के प्रखंड में 15000 से ज्यादा दलित-गरीब खेग्रामस के सदस्य बने हैं.राशन में कटौती और गरीबों को उजाड़ने के खिलाफ गरीब गोलबंद हो रहे हैं.दलित,गरीब और अल्पसंख्यकों का जुड़ाव तेज़ी से भाकपा माले की ओर हो रहा है.क्रांतिकारी कम्युनिष्ट नेता कामरेड उमाधर सिंह का यह इलाका एक बार फिर से लाल झण्डा आंदोलन का केंद्र बन रहा है!

 

भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से निवेदन किया है कि विकास को देखना हो-समझना हो तो दरभंगा आ जीईये.उसके लिये कुशेश्वरस्थान जैसे दुरूह और दुर्गम क्षेत्र जाने की भी जरूरत नहीं.ज़िला मुख्यालय से 15km की दूरी पर स्थित हायाघाट ही आ जाईये.जहां आप हायाघाट की समस्याओं का अवलोकन कर सकेंगे. हायाघाट से दरभंगा जाना 3-4महीने बहुत कठिन हो जाता है, क्योंकि करेह के दोनों तटबंधों के बीच ऊपरी पुल नहीं है.बाढ़ की विभीषिका के बीच ट्रेन का परिचालन भी बन्द हो जाता है.इलाज के लिये अस्पताल जाना भी मुश्किल हो जाता है.हायाघाट स्टेशन जिस विलासपुर पंचायत(अब नगर पंचायत) में पड़ता है वो 6महीने डूबा क्षेत्र बनकर रह जाता है.

तटबंधों और रेल खण्ड के चलते जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है.


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