आलोक कुमार
पटना.जेडीयू कार्यकर्ताओं के नाराजगी के बीच केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह का पत्ता काट दिया गया.उनका राज्यसभा जाने का सपना चकनाचूर हो गया.इस तरह केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के राज्यसभा प्रत्याशी नहीं बनाये जाने को लेकर अटकलें सही साबित हुईं.
जेडीयू ने आरसीपी सिंह का टिकट काट दिया है. जेडीयू ने अपने झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो काे राज्यसभा का टिकट (Khiru Mahto JDU Rajya Sabha candidate) दिया है. खीरू महतो के नाम की घोषणा होने के बाद आरसीपी सिंह ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है. उन्होंने अपने आवास से मीडिया कर्मियों को जाने के लिए कह दिया. किसी से भी वे बातचीत नहीं कर रहे हैं.
देश की क्षेत्रीय पार्टियों में शामिल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) भले ही बिहार में लंबे समय से सरकार चला रही हो लेकिन पड़ोसी राज्य झारखंड में आज भी यह पार्टी अपने अस्तित्व के लिए जद्दोजहद करती नजर आती है. झारखंड में जदयू के इतिहास की बात करें तो राज्य स्थापना के समय कई बड़े नेता थे और विधानसभा में छह विधायक हुआ करते थे. लेकिन आज एक भी विधायक नहीं है.
ऐसे में झारखंड जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा तोहफा दिया है. खीरु महतो को भाया बिहार जदयू की ओर से राज्यसभा भेजा जा रहा है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के हस्ताक्षर से खीरु महतो की उम्मीदवारी की घोषणा की गई है. मालूम हो कि अलग राज्य बनने के बाद खीरु महतो पहले झारखंडी होंगे जो बिहार से राज्यसभा जाएंगे.
1953 में हजारीबाग में जन्मे खिरू महतो झारखंड के पूर्व विधायक रहे हैं. वर्ष 2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मांडू सीट से इन्होंने जीत दर्ज की थी. जनता दल यूनाइटेड के टिकट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. सितंबर 2021 में इन पर पार्टी ने भरोसा जताते हुए झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी. खीरू के साथ गुलाब महतो को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था. इन दोनों को यह जिम्मेदारी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सौंपी थी.
जेडीयू केंद्रीय नेतृत्व ने खीरू महतो को बिहार से राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर एक तीर से दो निशाना साधा है. एक ओर जहां टिकट चाहने वाले बिहार जेडीयू के तमाम नेताओं की दावेदारी को आसानी से निपटा दिया गया, वहीं खीरू महतो को राज्यसभा से उम्मीदवार बनाकर पार्टी की ओर से यह संकेत दिया गया है कि आने वाले समय में झारखंड में भी संगठन को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा. राज्यसभा में जाने के बाद खीरू महतो को एक नयी शक्ति मिलेगी, इससे संगठन के कार्यकर्ताओं का भी उत्साह बढ़ेगा और राज्यभर में जेडीयू को फिर से खड़ा करने की कार्य योजना तैयार की गयी है.
गौरतलब है कि बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव होना है. राज्यसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना पहले ही जारी हो चुकी है और फिलहाल नामांकन दाखिल करने का काम शुरू है. राज्यसभा चुनाव के लिए 31 मई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे. नामांकन पत्रों की जांच एक जून को होगी और तीन जून तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे. 10 जून को सुबह नौ बजे से लेकर शाम चार बजे तक वोटिंग होगी. वोटों की गिनती उसी दिन शाम 5 बजे से शुरू हो जाएगी.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments