नीरा से बना पेड़ा का स्वाद

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नीरा से बना पेड़ा का स्वाद

आलोक कुमार

मोतिहारी.मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग अपर मुख्य सचिव  केके पाठक ने गोपालगंज में कहा कि शराब पीने वालों से ज्यादा हमारी नजर पिलाने वालों पर है.शराबबंदी कानून का मकसद शराब पीने वालों की आदत को छुड़ाना है.इसमें शराब पिलाने वाले सप्लायर सबसे बड़ी बाधा के रूप में सामने आ रहे हैं.इसी को देखते हुए हमारी प्राथमिकता शराब पिलाने वालों तक पहुंचना होनी चाहिए.मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कहा कि अधिकारी शराब पिलाने वाले सप्लायरों पर फोकस करें.

समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने शराब पीने वालों के संबंध में की गई कार्रवाई की विस्तृत समीक्षा की.इसके अलावा उन्होंने उत्पाद व पुलिस विभाग की ओर से शराब पीने व पिलाने वालों पर दर्ज किए गए मामलों, गिरफ्तारी, प्रतिदिन की छापेमारी, ब्रेथ एनालाइजर के इस्तेमाल, सप्लाई चेन, वाहनों की नीलामी, मासिक कुल सीज वाहनों आदि की बिदुवार समीक्षा की.समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि शराब पीने वालों के माध्यम से ही शराब पिलाने वाले सप्लायरों तक पहुंचा जा सकता है.उन्होंने कहा कि यदि शराब पीने वाला शराबी पिलाने वाले सप्लायर के बारे में जानकारी नही देता है तो, उसे तुरंत जेल भेजा जाए. समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को और कड़ा किया गया है. हालांकि, एक अप्रैल के बाद शराब पीने वालों को दो हजार रुपये की पेनल्टी के बाद छोड़ने का नियम है, लेकिन यदि शराबी शराब पिलाने वाले सप्लायर की जानकारी नहीं देता है तो उसे जेल भेजा जाएगा.उन्होंने कहा कि यदि शराब पीने वाला शराब पीकर शोरगुल, गाली-गलौच, मारपीट, महिलाओं के साथ छेड़खानी, अभद्रता, पुलिस के साथ मारपीट इत्यादि का प्रयास करता है तो उसे सीधे जेल भेजा जाएगा.


उन्होंने कहा कि शराब पीने के आदी लोगों की आदत का सप्लायर फायदा उठा रहे हैं.इसलिए सप्लायर पर शिकंजा कसना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए.उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को बिहार सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के दुकानदारों को परिचय पत्र के साथ शराब की बिक्री करने को की व्यवस्था करने तथा दोनों राज्यों के आबकारी व पुलिस पदाधिकारियों को संयुक्त रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया.उन्होंने शराब के साथ जब्त किए जाने वाले वाहनों की जल्द नीलामी करने का निर्देश दिया. इसके पूर्व गुरुवार को समीक्षा बैठक के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अपर मुख्य सचिव का स्वागत किया गया.बैठक में डीएम डा. नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार, डीडीसी अभिषेक रंजन, एसडीओ सदर प्रदीप कुमार, एसडीओ हथुआ राकेश कुमार के अलावा उत्पाद अधीक्षक व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.


इसके बाद श्री के के पाठक, अपर मुख्य सचिव, मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार सरकार एवं जिलाधिकारी, श्री शीर्षत कपिल अशोक भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिला निबंधन कार्यालय, मोतिहारी का निरीक्षण करने पहुंचे.

जिलाधिकारी महोदय के निर्देशानुसार जिला निबंधन कार्यालय, मोतिहारी परिसर में जीविका समूह के द्वारा "दीदी की रसोई" की सुविधा उपलब्ध है.नीरा विक्रय केंद्र का निरीक्षण के क्रम में  नीरा एवं नीरा से निर्मित पेड़ा का उन्होंने स्वाद चखा.इस उपलब्धि के लिए उन्होंने बधाई एवं शुभकामनाएं दी.जीविका परियोजना प्रबंधक ने बताया कि जिले भर में 19 नीरा उपभोक्ता समूह के अंतर्गत 40 नीरा  विक्रय केंद्रों पर 352 लाभुक के द्वारा प्रतिदिन 4300 लीटर नीरा का खपत हो रहा है.इस अवसर पर सभी संबंधित प्रशासनिक पदाधिकारी गण उपस्थित थे.


मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के0 के0 पाठक बेतिया गये.उन्होंने शराब पीने वाले की निशानदेही पर विक्रेता को गिरफ्तार करके सप्लाई चेन तोड़ने का आह्वान किया.उन्होंने सुझाव दिया कि मद्य निषेध को लेकर संवेदनशील स्थलों पर नियमित रूप से पेट्रोलिंग करके धंधे में शामिल लोगों को गिरफ्तार करें.उन्होंने ब्रेथ एनालाईजर से नियमित जांच कराने का निर्देश दिया.शराब कारोबारियों को पकड़ने के लिए डॉग स्क्वॉयड इस्तेमाल करने पर बल दिया. ड्रोन, मोटर बोट, नाव का भी कारगर उपयोग करें.


यहां पर आने के बाद अपर मुख्य सचिव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार सरकार ने शराबबंदी के द्वारा निर्मित सभी कार्यों की समीक्षा की गयी.उन्होंने उत्पाद अधीक्षक सहित उत्पाद कार्यालय, पश्चिम चम्पारण के सभी अधिकारियों के वेतन निकासी पर अगले आदेश तक रोक लगाने का निर्देश दिया.श्री के0 के0 पाठक अपर मुख्य सचिव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार सरकार की अध्यक्षता में शराबबंदी के निमित सभी कार्यों की समीक्षात्मक बैठक आज समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुयी.


अपर मुख्य सचिव महोदय द्वारा मद्य निषेध को लेकर दर्ज कांडों तथा कुल गिरफ्तारी, वाहनों की जब्ती, देशी-विदेशी शराब की जब्ती, ब्रेथ एनालाइजर से जांच, धारा-37 के तहत पीने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी और उनकी निशानदेही पर सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए की गयी गिरफ्तारी, वाहनों की नीलामी, एम०एस० टी०सी० में डाटा इन्ट्री, एएलटीएफ की कार्रवाई, ट्रायल की स्थिति आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी.


जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री कुंदन कुमार द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मद्य निषेध को लेकर किये जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी अपर मुख्य सचिव महोदय को दी गयी.अपर सचिव महोदय द्वारा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मद्य निषेध को लेकर किये जा रहे कार्यों पर संतोष प्रकट किया गया और कहा गया कि मद्य निषेध को लेकर जारी अद्यतन दिशा-निर्देशों को कारगर तरीके से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है.


अपर मुख्य सचिव महोदय ने कहा कि मद्य निषेध को लेकर पेट्रोलिंग और गिरफ्तारी में तेजी लाने की आवश्यकता है. उत्पाद विभाग एवं पुलिस अधिकारियों को इस पर विशेष ध्यान देना होगा.उन्होंने कहा कि नदी के तटों के किनारे ट्रैक्टर से पेट्रोलिंग करायी जाय साथ ही नदी में पानी रहने की स्थिति में मोटर बोट एवं नाव के माध्यम से नियमित पेट्रोलिंग करायी जाय. उन्होंने कहा कि ड्रोन की सहायता से संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करें और त्वरित गति से कारगर कार्रवाई करें. साथ ही आवश्यकतानुसार डॉग स्क्वायड का भी इस्तेमाल मद्य निषेध के लिए किया जाय.


उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले में संसाधनों की कमी नहीं है.उत्पाद अधीक्षक ज्यादा से ज्यादा टीम बनाकर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिदिन पेट्रोलिंग कराना सुनिश्चित करेंगे.कंट्री लिकर सीजर के लिए संवेदनशील स्थलों पर नियमित पेट्रोलिंग करायी जाय तथा जब्ती के साथ गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाय. उन्होंने कहा कि एसएसबी द्वारा मद्य निषेध को लेकर खासकर कंट्री लिकर सीजर के लिए सीमाई क्षेत्रों में अच्छा कार्य किया जा रहा है.नेपाल सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग के लिए एसएसबी की सहायता ली जाय.


उन्होंने एएलटीएफ को निर्देश दिया कि कॉल सेंटर से प्राप्त सूचना के आधार पर तुरंत रेड करने जायें. सक्सेसफुल रेड करें और गिरफ्तारी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि सभी एएलटीएफ को आवश्यक संसाधनों से युक्त कर दिया गया है. एएलटीएफ तत्परतापूर्वक कार्य करें.उन्होंने कहा कि शराब पीने को पकड़ने पर उनसे सप्लाई चेन की जानकारी लें, पीने वाले की निशानदेही पर पिलाने वाले तक पहुंचें और उसे गिरफ्तार करें. उन्होंने कहा कि पीने वाले की निशानदेही पर पिलाने को पकड़ने से सप्लाई चेन को तोड़ा जा सकता है.उन्होंने कहा कि शराब माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए ठोस कारगर कार्रवाई करें.


अपर मुख्य सचिव महोदय ने निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थलों पर नियमित रूप से सघन पेट्रोलिंग करायी जाय और ज्यादा से ज्यादा गिरफ्तारी सुनिश्चित किया जाय. ब्रेथ एनालाइजर से लगातार जांच करायी जाय.ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग संवेदनशील क्षेत्र के अंतर्गत कारगर  तरीके से किया जाए.उन्होंने निर्देश दिया कि मद्य निषेध को लेकर जारी अद्यतन एसओपी के संबंध में पुलिस अधिकारियों को अच्छे तरीके से ब्रीफ करायी जाय. साथ ही उत्पाद विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा मद्य निषेध को लेकर की जा रही कार्रवाई की प्रतिदिन समीक्षा की जाय.


उन्होंने कहा कि 15 दिनों के अंदर जब्त शराब का विनष्टीकरण करा देना है.साथ ही जब्त वाहनों की नीलामी भी ससमय कराना सुनिश्चित किया जाय.उन्होंने कहा कि वाहन जब्ती से संबंधित लंबित मामलों का निष्पादन त्वरित गति से कराना सुनिश्चित किया जाय. होमगार्ड से संबंधित रोस्टर को जल्द क्लीयर किया जाय और होमगार्ड को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित करते हुए उनके कार्य पर लगाया जाय.

 

उन्होंने डीपीएम, जीविका को निर्देश दिया कि नीरा उत्पादन को लेकर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति ससमय कराना सुनिश्चित करें.लोक अभियोजकों को मद्य निषेध से संबंधित मामलों के ट्रायल में तेजी लाने का निर्देश दिया गया.साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में शराबबंदी कानून की धारा 37 (ए), (बी) एवं (सी) के तहत विशेष न्यायालय में लंबित मुकदमों का निपटारा करना सुनिश्चित किया जाय.


समीक्षा के क्रम में बताया गया कि पुलिस एवं उत्पाद विभाग द्वारा संयुक्त रूप से मार्च एवं अप्रैल माह में 786 कांड दर्ज किये गये हैं तथा 1011 गिरफ्तारियां की गयी है. इसी तरह मार्च एवं अप्रैल माह में 138 वाहनों को जब्त किया गया है.साढ़े तीन हजार लीटर से ज्यादा विदेशी शराब की जब्ती की गयी है.मार्च एवं अप्रैल माह में ब्रेथ एनालाइजर द्वारा कुल-2816 व्यक्तियों की जांच करायी गयी जिसमें 355 व्यक्ति पॉजिटिव पाये गये.

 

वहीं मार्च एवं अप्रैल माह में धारा-37 के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या-215 तथा गिरफ्तार व्यक्तियों की निशानदेही पर गिरफ्तार शराब विक्रेताओं की संख्या-16 है. संवेदनशील स्थलों पर 1237 छापेमारियां की गयी जिसमें 144 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. कानून में संशोधन के उपरांत 151 अभियुक्तों को अर्थदण्ड अधिरोपित कर मुक्त किया गया है.


समीक्षा के क्रम में गिरफ्तारी, छापेमारी, जब्ती में कमी पाए जाने को लेकर अपर मुख्य सचिव महोदय द्वारा उत्पाद अधीक्षक सहित उत्पाद कार्यालय, पश्चिम चम्पारण के सभी अधिकारियों के वेतन निकासी पर अगले आदेश तक रोक लगाने का निर्देश दिया गया.


इसके पूर्व अपर मुख्य सचिव महोदय को समाहरणालय परिसर में विधिवत गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. समीक्षा बैठक की समाप्ति के उपरांत समाहरणालय मुख्य द्वार पर अवस्थित नीरा बिक्री केंद्र का अपर मुख्य सचिव महोदय सहित सभी वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा जायजा लिया गया और नीरा सहित नीरा के अन्य उत्पादों का सेवन भी किया गया.

इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक, चंपारण रेंज, श्री प्रणव कुमार प्रवीण, पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेंद्र नाथ वर्मा, पुलिस अधीक्षक, बगहा, श्री किरण कुमार गोरख जाधव, अपर समाहर्ता, श्री नंदकिशोर साह सहित सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अधीक्षक, मंडल कारा बेतिया, अधीक्षक, उपकारा, बगहा, अधीक्षक, मद्य निषेध आदि उपस्थित रहे.


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