इफ्तार पार्टी की सियासत

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इफ्तार पार्टी की सियासत

आलोक कुमार

        

पटना.बिहार में इफ्तार पार्टी की सियासत आजकल खूब गर्म है.इसकी शुरुआत भाजपा के बड़े नेताओं की ओर से अंजुमन इस्‍लामिया हाल में इफ्तार से हुई.इसके बाद 22 अप्रैल को राबड़ी देवी के बंगले पर राजद की इफ्तार, उसके बाद 28 अप्रैल को जदयू की ओर और से और 29 अप्रैल को अलविदा जुमे की नमाज के दिन हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा के द्वारा इफ्तार की पार्टी हुई.इन आठ दिनों में चाचा नीतीश और भतीजा तेजस्वी के साथ तीन बार रू-ब-रू हुए.

सबसे पहले 22 अप्रैल को राजद के दावत-ए-इफ्तार में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. इसके बाद 28 अप्रैल को जदयू के दावत में इनकी मुलाकात हुई.29 अप्रैल को हम

की इफ्तार पार्टी में चाचा और भतीजा का 8 दिनों में तीन बार मिलन हुआ. तीनों पार्टियों में सीएम नीतीश कुमार से नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव की मुलाकात बिहार के सियासी गलियारे में खूब चर्चा बटोरी. सत्ता परिवर्तन होने की सुर्खिया बनती रही.


जानकार सूत्रों के अनुसार राजनीति में वैसे तो चाचा और भतीजे का मिलन फिलहाल मुश्किल ही नजर आ रहा है. उत्तर प्रदेश में जहां चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच तकरार है.तो वहीं बिहार में भी चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच जबरदस्त संग्राम है. हालांकि चाचा-भतीजे की एक जोड़ी ऐसी भी है जो कि दूरियों के बावजूद नजदीक होते दिखाई दे रहे हैं. बिहार की राजनीति में 8 दिनों में ऐसा तीसरा मौका आया है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तथा लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव कैमरे की एक ही फ्रेम में मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं.मौका था राजद,जदयू और हम के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी का.इस दौरान लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे.


 पिछले 8 दिनों से इस बात की चर्चा जोरों पर है कि चाचा-भतीजे में कुछ ना कुछ सियासी खिचड़ी जरूर पक रही है. हालांकि, दोनों ओर से इससे साफ तौर पर इंकार किया जा रहा है. लेकिन यह बात भी सच है कि कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच की दूरी कम होती दिखाई दे रही है. इससे पहले नीतीश कुमार राजद द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे.


5 साल बाद ऐसा मौका आया था जब राजद द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गए थे.जदयू के इफ्तार पार्टी में विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, जल संसाधन मंत्री संजय झा, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए.इफ्तार पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, भाजपा विधायक नंदकिशोर यादव और संजीव चौरसिया भी शामिल हुए.


हालांकि जदयू की इफ्तार पार्टी में एक और दिलचस्प वाकया देखने को मिला.दरअसल हाल में ही इस्तीफे का ऐलान करने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ ही एक ही गाड़ी में बैठकर इस इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे थे.तेज प्रताप के इस्तीफे के ऐलान के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कहीं ना कहीं वह तेजस्वी यादव से नाराज चल रहे हैं.लेकिन आज इस पर कहीं न कहीं विराम लगाने की कोशिश की गई है.


शुक्रवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा माह-ए-रमजान के अलविदा जुमा पर सदाकत आश्रम में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया. इस दौरान बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, इंटक के राष्ट्रीय नेता चन्द्र प्रकाश सिंह और मीडिया विभाग के चेयरमेन राजेश राठौड़ ने दावत में आएं मेहमानों  की जमकर मेजबानी की.


इस दौरान बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि जब देश में धार्मिक चरमपंथ हावी हो रही है ऐसी स्थिति में माह-ए-रमजान हमें अकीदत और भाईचारे का संदेश देती है.उन्होंने कहा कि यह दावत गंगा-जमुनी तहजीब का परिचायक है. धार्मिक मधांता और आपसी वैमनस्यता को खत्म करने का संदेश यह पर्व देता है.कांग्रेस पार्टी शुरू से सामाजिक सद्भाव और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर आधारित राजनीति को बढ़ावा दी है और यह इफ्तार इसी कड़ी में आयोजित की गई है.


बिहार कांग्रेस के दावत-ए-इफ्तार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राजद के प्रमुख नेता भोला यादव और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के साथ पहुंचे.वहीं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा व बिहार सरकार के काबीना मंत्री श्रवण कुमार भी दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए.


लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद चिराग पासवान भी राजू तिवारी के साथ शामिल हुए. वहीं वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी कांग्रेस के द्वारा आयोजित इफ्तार में पहुंचे.डबल इंजन की सरकार चलाने वाली बीजेपी ने इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान को और जदयू ने मुकेश सहनी को नहीं बुलाया.प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में शुक्रवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया.कांग्रेस द्वारा आयोजित इस दावत-ए-इफ्तार में सभी दलों के नेता शामिल हुए वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और चिराग पासवान भी इस इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. दोनों एक ही गाड़ी से सदाकत आश्रम पहुंचे थे.


इस दावत ए-इफ्तार पार्टी में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा0 मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान, वी.आई.पी. पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी, जदयू0 के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार, राजद नेता आलोक मेहता, भोला यादव, मृत्युंजय तिवारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 शकील अहमद, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, कृपानाथ पाठक, नरेन्द्र कुमार, श्रीमती ज्योति, विधायक आबिदुर रहमान, डा0 शकील अहमद खान, प्रेमचन्द्र मिश्रा, मीडिया विभाग के चेयरमेन राजेश राठौड़, इंटक अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह, ब्रजेश पाण्डेय, लाल बाबू लाल, ब्रजेश प्रसाद मुनन, गजानन्द शाही, कुमार आशीष, जया मिश्रा, आनन्द माधव, ज्ञान रंजन, जमाल अहमद भल्लू, प्रवीण सिंह कुशवाहा, गुंजन पटेल, रामायण प्रसाद यादव, भावना झा, पूनम पासवान, सौरभ सिन्हा, अरविन्द लाल रजक, अरशद अब्बास आजाद,शशिकांत तिवारी, कमलदेव नारायण शुक्ला, धनंजय शर्मा, आजमी बारी, जय प्रकाश चौधरी, शशि रंजन, सत्येन्द्र बहादुर, सुधा मिश्रा, नजमूल हसन नजमी, सिद्धार्थ क्षत्रिय, दौलत इमाम, दुर्गा प्रसाद, वसी अख्तर, मृणाल अनामय, अनूप कुमार, विमलेश तिवारी, सुनील कुमार सिंह, उदय शंकर पटेल, नवनीत जयपुरियार, असफर अहमद, मोनी पासवान, आर0एन0चौधरी,निधि पाण्डेय, रूमा सिंह, अरूण पाठक, अबू तमीम, दिलीप सिंह, ललित कुमार, फिरोज हसन, मो0 हनीफ,पारस नाथ  चौधरी  , गुरूदयाल सिंह, सत्येन्द्र कुमार सिंह, राजेन्द्र चौधरी, शम्मी कपूर सहित अन्य वरिष्ठ नेतागण शामिल रहें.

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