राजद को अब सदन में नेता प्रतिपक्ष की पदवी मिल जाएगी

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राजद को अब सदन में नेता प्रतिपक्ष की पदवी मिल जाएगी

आलोक कुमार

पटना.बिहार विधानसभा में आरजेडी मुख्य विपक्षी दल है.अब बिहार विधान परिषद में राजद मुख्य विपक्षी दल बन गया है. विधानसभा में तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हासिल है.अब विधान परिषद में राबड़ी देवी भी नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हासिल कर लेगीं. इस समय  राजद के सदस्यों की संख्या 5 है.अब इसमें 6 इजाफा होने से कुल 11 सदस्यों की संख्या हो जाएगी. अब राजद के पास सदन की कुल संख्या की 10 प्रतिशत सीटें हो गई है. जिसके फलस्वरूप राजद को अब सदन में नेता प्रतिपक्ष की पदवी मिल जाएगी.

बता दें कि विधानसभा में राजद मजबूती से सरकार की नीतियों को प्रभावित करती है, लेकिन विधान परिषद में राजद सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी नहीं कर पाती है.इस समय विधान परिषद में राजद को विपक्षी दल का दर्जा हासिल नहीं है. विधान परिषद चुनाव एनडीए और महागठबंधन के लिए साख की लड़ाई बन गई. राजद को जहां विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हासिल करना है. वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन  को अपने पिछले परफॉर्मेंस को दोहराने की चुनौती है.


विधान परिषद में फिलहाल एनडीए का दबदबा है.मौजूदा 51 में से 40 सदस्य एनडीए गठबंधन के हैं. विधान परिषद में विपक्षी खेमे में सिर्फ 11 सदस्य हैं, जिसमें राजद के सदस्यों की संख्या 5 है. आरजेडी 24 सीटों में से ज्यादा से ज्यादा सीट जीतकर विधान परिषद में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है. सबसे अहम बात यह है कि राबड़ी देवी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा तब मिल पाएगा जब 3 सीटों पर राजद जीत हासिल कर लेगी. 3 के बदले 6 राजद ने सीट जीत ली है.बता दें कि राजद के लिए पटना के कार्तिकेय कुमार, सिवान से विनोद जायसवाल, मुंगेर से अजय कुमार सिंह गया से रिंकू यादव ,पश्चिम चंपारण से सौरभ कुमार और सहरसा से डॉ. अजय कुमार सिंह जीत गए हैं.


यह कारनामा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू-राबड़ी के पुत्र हैं विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कर दिखाया है.लालू-राबड़ी के पुत्र बिहार विधान परिषद में नगर निकाय कोटे की 24 सीटों पर हुए चुनावों के नतीजे में 6 महत्वपूर्ण सीट जीत लिये हैं. अब राजद के पास सदन की कुल संख्या को 10 प्रतिशत सीटें हो गई है. जिसके फलस्वरूप राजद को अब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की पदवी मिल जाएगी.अब राजद विधान परिषद में मुख्य विपक्षी दल होगा और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी संभालेंगी.

 

बता दें कि बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कुल सीटों की संख्या को 10 प्रतिशत सीटें(आठ) चाहिए होती हैं. बिहार विधान परिषद में कुल सीटों की संख्या 75 है. राष्ट्रीय जनता दल के पास पहले से ही विधान परिषद में पांच सीटें हैं. इस जीत के बाद राजद विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की डगमगाई कुर्सी पर राबड़ी देवी का कब्जा ही रहेगा.

महत्वपूर्ण बात यह है कि बिहार की सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के शीर्ष जदयू नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद संजय जायसवाल के क्षेत्र में विपक्षी दल ने सेंधमारी कर दी है. बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री रेणु देवी को भी मात सहनी पड़ी.

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