दरभंगा में गोलीबारी के खिलाफ निकाला आक्रोश मार्च

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दरभंगा में गोलीबारी के खिलाफ निकाला आक्रोश मार्च

आलोक कुमार

दरभंगा.दरभंगा शहर के वार्ड 45 नवटोलिया निवासी जटाशंकर मिश्रा की निर्मम हत्या व कैश लूट कांड के खिलाफ, पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ आज भाकपा(माले) के द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया. मार्च चट्टी चौक से निकलकर जिला शिक्षा कार्यालय होते हुए टावर होते हुए समाहरणालय, एसएसपी कार्यालय होते हुए कमिश्नरी के पास आकर सभा में तब्दील हो गया.

मार्च का नेतृत्व भाकपा(माले) जिला स्थायी समिति सदस्य नंद लाल ठाकुर, अशोक पासवान, नगर सचिव सदीक भारती, भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य सह इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, ऐपवा जिला अध्यक्ष साधना शर्मा, आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज में किया.वही सभा की अध्यक्षता नगर के वरिष्ठ नेता भूषण मंडल ने की.

 

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) नेताओं ने कहा कि आज बिहार के अपराधियों का राज चल रहा है. अपराधियों को सत्ता सरकार की खुली छूट मिली हुई है. दिन दहाड़े शहर में गोली कांड होती है. लेकिन अपराधी आज तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.बिहार के अंदर अपराधी-पुलिस-मंत्री विधायक के गठजोड़ की सरकार चल रही है. आज बिहार में भाजपा-जदयू की सम्मलित सरकार है और भाजपा - जदयू के लोग शहर में बढ़ते अपराध पर चुप्पी साधे हुए है.जिससे साफ प्रतीत होता है कि भाजपा-जदयू के नेता मंत्री अपराधियों को संरक्षण देने का काम करते है.

 

आगे माले नेताआंे ने कहा कि कल दिन दहाड़े थाना से कुछ ही दूरी पर अपराधियो द्वारा जटाशंकर चैधरी की हत्या कर अपराधी निकल जाते है और स्थानीय बहादुरपुर- लहेरियासराय थाना सीमा विवाद में उलझ कर पीड़ित को तड़पते छोर देते है. अगर पुलिस तत्काल तत्परता दिखाते तो आज मौत नहीं होती. पुलिस की निष्क्रियता के चलते जटाशंकर चैधरी की मौत हो गई.


वही आगे माले नेता ने कहा कि जब से दरभंगा के प्रभारी एसएसपी पदभार लिए तब से दरभंगा में अपराध व हत्या की घटना बढ़ गई है. और प्रशासन द्वारा अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है. इस लिए शहर में हुई हत्या व गोलीबारी के जिम्मेवार दरभंगा के प्रभारी एसएसपी पर 302 का मुकदमा दर्ज हो. और कार्रवाई हो.आगे माले नेताओ ने जटाशंकर चैधरी के हत्या की उच्च स्तरीय जांच, पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपया मुआवजा व विधवा पत्नी को आंगनवाड़ी सेविका का नौकरीं देने की मांग सरकार से की है. अन्यथा भाकपा(माले) इस आंदोलन को और तेज करेगी.


आक्रोश मार्च में नंदलाल ठाकुर, नेयाज अहमद, सदीक भारती, भूषण मंडल,अशोक पासवान, रंजन प्रसाद सिंह, साधना शर्मा, प्रिंस राज,साबिता देवी, रविन्द्र ठाकुर, राजेन्द्र राम, राजा पासवान, रंजीत कुमार, गोपाल पासवान, सत्यनारायण मुखिया, मोहम्मद वाहिद, दिनेश मंडल शामिल थे.


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