गिरफ्तारी के बाद चिराग को सीआरपीसी 41 के तहत बेल

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गिरफ्तारी के बाद चिराग को सीआरपीसी 41 के तहत बेल

          

आलोक कुमार

पटना.बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर आ रही है.लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वे राज्‍य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्‍व वाली सरकार को बर्खास्‍त करने की मांग को लेकर जुलूस निकाल रहे थे. गांधी मैदान से चलकर उनका इरादा विशाल जुलूस की शक्‍ल में राजभवन तक पहुंचने का था.डाकबंगला चौराहा और इनकम टैक्‍स चौराहे के पास पुलिस ने उन्‍हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे और उनके कार्यकर्ता नहीं माने. इसके बाद हड़ताली मोड़ के पास पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और चिराग को गिरफ्तार कर लिया गया.


राजभवन मार्च के समर्थन में राजधानी के सभी प्रमुख क्षेत्रों में पार्टी के नेताओं की ओर से होर्डिंग, पोस्टर, बैनर और पार्टी का झंडा लगाया गया था. दूसरी तरफ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी व प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान सहित अन्य कई नेताओं ने जेपी गोलंबर पर सोमवार को तैयारियों का जायजा लिया था. आज सुबह मां का आशिर्वाद लेकर चिराग घर से निकले थे. उन्होंने कहा कि वो आज अपने पिता के अधुरे सपने को पूरा करने को निकले हैं.


  राजधानी पटना में लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान की अगुवाई में मंगलवार को बिहार बचाओ यात्रा निकाली. इस दौरान भारी भीड़ जमा हो गई, पार्टी के कार्यकर्ता राजभवन की तरफ बढ़ रहे थे कि तभी भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. पुलिस की कार्रवाई पर चिराग ने नाराजगी जाहिर की है.

यही नहीं चिराग पासवान ने इस दौरान साफ कहा कि मैं शेर का बेटा हूं डरता किसी से नहीं हूं पर कानून का पालन करता हूं। इसलिए हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन करते हुए शांतिपूर्ण जा रहा था लेकिन हमें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया रोका गया यह सरासर गलत है. लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) प्रमुख ने कहा कि वाटर कैनन की गाड़ी कार्यकर्ताओं पर दौड़ाना मेरे बर्दाश्त के बाहर है, एक कार्यकर्ता भी उसके नीचे आ जाता तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेता? 


बताते चलें कि चिराग पासवान राज्य की नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. चिराग की अगुवाई में जनशक्ति पार्टी (राम विलास) का रेला गांधी मैदान से चलकर राजभवन तक जाना चाहते था.    


लोजपा-रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, पूर्व सांसद अरुण कुमार, पूर्व सांसद रेणु देवी और पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडे के नेतृत्व में मंगलवार को यहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ऐतिहासिक गांधी मैदान से राजभवन मार्च निकाला गया. मार्च में बड़ी संख्या में शामिल पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेताओं को देखकर काफी उत्साह में थे और रुक-रुक कर सरकार विरोधी नारेबाजी करते रहे.


जानकारी हो कि बढ़ते अपराध को लेकर जनशक्ति पार्टी रामविलास ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एलजेपीआर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर मंगलवार को पटना के गांधी मैदान के पास स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमास्थल से राजभवन तक बिहार बचाओ मार्च निकाला. इसका नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान कर रहे थे.

डाकबंगला चौराहा के पास पुलिस ने उन्‍हें रोकने की कोशिश की लेकिन चिराग नहीं माने. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने, इसके बाद चिराग पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया.

जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को

पटना के सचिवालय थाना में रखा गया. वहां उनसे मिलने के लिए मां रीना पासवान भी पहुंची. राजभवन मार्च के लिए निकले थे चिराग पासवान को गिरफ्तार करने का उन्होंने विरोध किया और सरकार पर गंभीर आरोप लगाये. रीना पासवान ने कहा कि सरकार विरोधियों की आवाज को दबाने का काम कर रही है.

इस बीच पुलिस सूत्रों के अनुसार चिराग को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत प्रिवेंटिव एक्शन लेते हुए गिरफ्तार किया था, क्‍योंकि वे अपने हजारों समर्थकों के साथ राजभवन के प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने पर उतारू थे. उन्‍हें गिरफ्तार कर थाना ले जाया गया.यहां सीआरपीसी 41 के तहत उन्‍हें बेल दे दी गई. इसके बाद चिराग अपने साथ कुछ कार्यकर्ताओं को लेकर पांच सदस्‍यीय प्रतिनिधिमंडल के तौर पर राज्‍यपाल से मिलने के लिए राजभवन रवाना हो गए.

 

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