तीन बत्ती झुग्गी के जग्गू दादा उर्फ जैकी श्रॉफ

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

तीन बत्ती झुग्गी के जग्गू दादा उर्फ जैकी श्रॉफ

 जावेद शाह खजराना 

बहुत कम लोग जानते है कि जग्गू दादा उर्फ जैकी श्रॉफ एक मुसलमान माँ की संतान है.  जिन्होंने हीरो बनने से पहले बम्बई की तीन बत्ती की झोपड़पट्टी में अपनी ज़िंदगी गुज़ारी. पिछली शताब्दी के शुरु में जब चीनियों का पूर्वी तुर्किस्तान [शिन्चियांग ] पर पूर्ण कब्जा हो गया और  मुसलमानो को सताया जाने लगा .  उसी समय एक उज्बेक मुस्लिम परिवार भागकर लेह {लद्दाख} आ गया 

उस परिवार में सात लड़कियां थी , जिनमे से एक का नाम था हरून्निशा मशूरनोवा. उस लड़की ने एक गुजराती ज्योतिषी काकू श्रॉफ से शादी कर ली.  हरुन्निशा शादी के बाद रीता श्रॉफ बन गई. काकू श्रॉफ धीरूभाई अम्बानी और कोकिलाबेन के करीबी दोस्त और ज्योतिषी थे.  इन्हीं काकू श्रॉफ और हरुन्निशा की इकलौती संतान है जैकी श्रॉफ. जैकी के वालिद की बहुत-सी बातें सच हुई. जैकी के बचपन में ही उन्होंने अपने बेटे के बड़ा सितारा बनने की भविष्यवाणी कर दी थी.  जैकी श्रॉफ ने बताया कि जब उनका भाई काम पर जाने लगा तब उनके वालिद ने बाहर जाने से चेताया और कहा आज का दिन तुम्हारे लिए अशुभ है.  फिर भी भाई बाहर चला गया और समुंदर में डूबते एक शख्स को बचाने के चक्कर में खुद ही डूब गया. 

उन्होंने मुझे भी बताया था कि मैं ऐक्टर बनूंगा. 

 मैं ऐक्टर बन गया.  वह धीरू भाई अंबानी और कोकिलाबेन अंबानी उनके करीबी थे.  उन्होंने कोकिलाबेन से कहा था आपके पति एक दिन बड़े आदमी बनेंगे.  धीरूभाई कहा करते थे, गंधो थयो छे (ये पागल हो गया है) . उसी लड़की हरून्निशा मशूरनोवा के दो बेटे हुए. बड़ा बेटा सिर्फ 17 बरस की उम्र में बम्बई के समुंदर में डूबने से मर गया.  छोटा बेटा मशहूर फिल्म एक्टर जैकी श्रॉफ है.  

जैकी श्रॉफ और सुनील शेट्टी अच्छे दोस्त है. एक टीवी शो में सुनील शेट्टी कहते हैं- ' अपनी माँ को लेकर बहुत खूबसूरत बात दादा ने कही थी.  जब एक रूम की खोली में था और मां खासती थी तो दादा को पता चल जाता था कि मां खांस रही है और जब बड़े घर में गई तो बता नहीं चला मां कब गुजर गई'. इस किस्से को सुनकर अमिताभ बच्चन भी अपने आंसू नहीं रोक पाए थे और सुनील शेट्टी भी रो पड़े थे.  बता दें कि जैकी श्रॉफ अपनी मां हरुन्निशा के बेहद करीब थे और उनका इंतकाल सन 2014 में स्ट्रोक के कारण हो गया. 

वहीं इस किस्से को याद कर वो भी इमोशनल होते नजर आए.  सुनील शेट्टी को रोते देख जैकी ने उनके माथे पर किस किया और अमिताभ बच्चन बोल पड़े कि 'आज कल के जमाने में बहुत कम मिलती है ऐसी दोस्ती'. 

एक मर्तबा जब जैकी श्रॉफ से टाइगर की परवरिश और एक पिता होने की भूमिका के बारें पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि टाइगर को इतना अच्छा इंसान बनाने में उनका कोई योगदान नहीं है.  जैकी श्रॉफ कहते हैं, टाइगर को उनकी मां आयशा और उनकी दादी हरुन्निशा और नानी ने पाला है.  वह कहते हैं, “तीनों देवियों ने ही टाइगर का पालन-पोषण किया है क्योंकि मैं हमेशा शूटिंग के लिए बाहर रहता था. "जैकी श्रॉफ मुंबई के मालाबार हिल के तीन बत्ती एरिया में रहते थे.  अभिनेता और मॉडल बनने से पहले जैकी लोकल गुंडे थे.  ट्रक ड्रायवरी भी करते थे.  उन्हें जग्गु दादा के नाम से जाना जाता था.  

जैकी के अनुसार उनका भाई चाल का असली दादा था.  वह गरीब लोगों की मदद करता था.  जैकी का भाई, कम उम्र में ही किसी को बचाने के लिए समुद्र में कूदा जबकि उसे तैरना नहीं आता था.  वह जैकी के सामने ही डूब गया.  भाई की मौत के बाद जैकी ने तय किया कि वह अब बस्ती में भलाई का काम करेंगे और अपने भाई की जगह लेंगे.  इस तरह वे जग्गु दादा बने.  

1982 की बात है. देवआनंद की फिल्म 'स्वामी दादा' (1982) की शूटिंग चल रही थी.  शूटिंग देखने जैकी श्रॉफ पहुंचे.  भीड़ में वे अलग ही नजर आ रहे थे.  देव साहब की नजर जैकी पर पड़ी. उन्होंने जैकी को बुलाया और एक छोटा सा रोल करने के लिए कहा.  जैकी मान गए और इस तरह से पहली बार वे बड़े परदे पर नजर आएं.  कुछ समय बाद. स्टार सन्स से परेशान होकर सुभाष घई ने नए चेहरे को हीरो लेकर फिल्म बनाने की सोची. 

ताबड़तोड़ उन्होंने जैकी श्रॉफ को 'हीरो' (1983) का हीरो बना दिया.  सुभाष घई को जयकिशन नाम पुराना और बड़ा लगा.  उन्होंने इसे 'जैकी' कर दिया.  फिल्म हीरो अत्यंत सफल फिल्म थी.  

इसके बाद जैकी ने घई की कई फिल्में रोल की परवाह किए बिना की.  सुभाष घई ने अपने फेवरेट जैकी को कई फिल्मों में लिया. जैकी श्रॉफ ने 5 जून 1987 को अपनी गर्लफ्रेंड आयशा दत्त से शादी की.  उनके बेटे टाइगर श्रॉफ भी बॉलीवुड में करियर बना चुके हैं.  उनकी एक बेटी कृष्णा श्रॉफ भी है.  जैकी और उनकी पत्नी आयशा श्रॉफ इंटरटेनमेंट लिमिटेड नाम की एक मीडिया कंपनी चलाते हैं.   जैकी और उनकी पत्नी आयशा श्रॉफ सोनी टीवी के 10 प्रतिशत शेयर के मालिक करीब 15 साल रहे.  जिन्हें 2012 में उन्होंने बेच दिय.  जैकी टीवी पर एक मैजिक शो के जज भी बन चुके हैं.  


जैकी श्रॉफ की स्टाइल और कुकिंग में काफी दिलचस्पी थी.  उन्होंने ताज में शेफ के तौर पर काम सीखना चाहा परंतु डिग्री न होने के कारण वह ऐसा न कर सके.   जैकी श्रॉफ अच्छे कुक हैं और उनके द्वारा बनाया गया बैगन का भर्ता बॉलीवुड में खासा पसंद किया जाता है.   जैकी श्रॉफ ने एयर इंडिया में फ्लाइट अटेंडेंट बनने की कोशिश की परंतु उनकी कम शिक्षा इसमें भी बाधा बनी.  जैकी श्रॉफ सिर्फ 11वी पास है. 

जैकी श्रॉफ एक बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहे थे तब एक आदमी ने उनसे पूछा मॉडलिंग करेगा? जैकी ने पूछा,'पैसा देगा क्या' और इस तरह उनके सितारा बनने की शुरूआत हुई.  जैकी और उनकी मोहब्बत का भी अजब किस्सा है. जैकी श्रॉफ की पत्नी आयशा राजपरिवार से हैं.  जैकी और आयशा ने एक दूसरे को एक बस में पहली बार जब देखा तब आयशा मात्र 13 साल की थीं. जैकी श्रॉफ की जब आयशा से पहली मुलाकात हुई उस समय जैकी किसी और के साथ रिश्ते में थे.  आयशा ने अमेरिका पढ़ाई के लिए गई इस लड़की को एक पत्र लिखने की जैकी से इजाजत मांगी.  जिसमें उन्होंने जैकी की पत्नी बनने की अनुमति मांगी.  

जैकी दिल से सोचने वाले आदमी हैं इसलिए वे बॉलीवुड में लोकप्रिय हैं.  कई फिल्में उन्होंने निर्माताओं के मदद के तौर पर की, ये जानते हुए भी इससे उनके करियर पर बुरा असर पड़ सकता है.  उनका तकिया कलाम 'बीड़ू' है.  

बचपन में भाई की असमय मौत का सदमा फिर वालिद की मौत और आखिर में वालिदा का जाना.  जैकी टूट से गए है.  कभी कभार वो इमोशनल होकर कहते है -'मेरी मां मरी, बाबा मर गए और भाई भी चला गया.  एक-एक करके सब चले गए.  हम लोग आए और हम भी चले जाएंगे एक दिन. '"अब सब कुछ लेकर घूमना नहीं है.  मेरी जिंदगी से तीन लोग चले गए और तीन नए आ गए.  कृष्णा आईं, टाइगर आया और एक औरत भी आईं.  इसी से लाइफ बैलेंस होती है.  एक दिन आएगा मैं भी चला जाऊंगा और तब कोई नया आएगा. ’1 फरवरी को जग्गू दादा उर्फ जैकी श्राफ का जन्मदिन है.  जग्गू दादा को 65वां जन्मदिन मुबारक

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :