गोवा विधानसभा चुनाव में इस बार 332 उम्मीदवार मैदान में

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गोवा विधानसभा चुनाव में इस बार 332 उम्मीदवार मैदान में

आलोक कुमार

वेलिम.गोवा विधानसभा चुनाव में इस बार 332 उम्मीदवार मैदान में हैं.चुनाव के लिए प्राप्त कुल नामांकन 587 था. उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2022 है. गोवा में 40 विधानसभा सीट हैं.फिलहाल गोवा में बीजेपी की सरकार है.उसके पास अपने 25 विधायक हैं और एक निर्दलीय का समर्थन है.बता दें कि गोवा में रहते हैं रोड्रिक्स सावियो.बीजेपी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं.सावियो ने Modi Stole My Mask नामक बुक लिखे थे.इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र दमाेदर मोदी खुश हो गये.इसका पुरस्कार सावियो को मिला.वेलिम सीट से रोड्रिक्स सावियो नामक क्रिश्चियन किस्मत अजमाने मैदान में उतरे हैं.अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी का मानना है कि हमारे वोटर ईसाई समुदाय. वर्ष 2017 के पहले से ही रोड्रिक्स सावियो  कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाह रहे थे.परंतु कांग्रेस आलाकमान ने सावियों पर विश्वास नहीं किया. अंततः सावियो ने बीजेपी का दामन थाम लिया.


वेलिम सीट से रोड्रिक्स सावियो को एक चर्च के प्रतिनिधि ने कहा मुझे खुशी है कि एक अच्छा ईसाई उम्मीदवार वेलिम सीट से चुनाव लड़ रहा है.लेकिन हम निराश हैं कि आप ( सावियो ) भाजपा में शामिल हो गए. तब सोवियो ने पूछा अगर मैं निर्दलीय के रूप में खड़ा होता तो क्या सभी ईसाई मुझे वोट देंगे, क्योंकि मैं एक अच्छा ईसाई उम्मीदवार हूं! इस पर वह कोई जवाब नहीं दिया.तब सावियो ने कहा कि इसलिए मैंने बीजेपी को चुना हूं.

कुछ लोग मुझ ( सावियो ) से कहते हैं कि वेलिम में बीजेपी के टिकट पर ईसाई आपको वोट नहीं देंगे. मैं मुस्कुराया मैं नहीं चाहता कि ईसाई मुझे वोट दें, मैं चाहता हूं कि भारतीय मुझे वोट दें.अगर आप वेलिम सोचते हैं, गोवा के बारे में सोचते हैं और भारत के बारे में सोचते हैं तो आप मुझे भाजपा के टिकट पर वोट देंगे.

इस पर जोसफिन स्वामी नामक क्रिश्चियन ने कहा कि सावियो बीजेपी के सदस्य हैं जो नफरत नहीं फैला रहे हैं.इसके उलट कार्य कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि हम आपके निर्णय को समझने में विफल हैं.चुनाव के पहले मतदाता अंतिम निर्णय ले लेंगे. कि वे लोग क्या चाह रहे हैं.जोसफिन कहती हैं कि हमलोग एक नफरत मुक्त गोवा चाहते हैं. जहां शांति, प्रगति और समृद्धि चर्चा का विषय हो.वही तो रोड्रिक्स सावियो करना चाहते हैं.

बताया गया कि रोड्रिक्स सावियो कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने टिकट पाने की कोशिश की थीं. उन्हें टिकट नहीं मिला और इसलिए 2017 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उन्हें आखिरकार बीजेपी का टिकट मिल गया, इसलिए आप जैसे ईसाई स्पष्ट रूप से उनसे नफरत करेंगे.आपने 2017 से पहले कांग्रेसियों ने उन्हें ‘नफरत विरोधी‘ वोट क्यों नहीं दिया?

इस बीच वेलिम सीट से रोड्रिक्स सावियो ने पाकिस्तान में एक ईसाई पादरी की हत्या की निंदा कर दिया.यह कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विकसित दुनिया में कुछ लोग अपनी धार्मिक शिक्षा के कारण आदिम मानसिकता के साथ कार्य करते हैं.

इस पर आयशा ब्रगेंजा ने रोड्रिक्स सावियो से कहती हैं कि क्या आपने हाल ही में कर्नाटक और अन्य स्थानों पर ईसाइयों पर हुए हमलों की निंदा की? जो आपके देश में हो रहा है?बता दें कि पिछली बार कांग्रेस ने चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन इस बार बीजेपी के सामने आम आदमी पार्टी भी खड़ी हो गई है. गोवा में 14 फरवरी को विधानसभा मतदान होगा और  10 मार्च को मतगणना होगी. इस बार का गोवा विधानसभा चुनाव रोचक होते जा रहा है और कई कारणों से यह चुनाव चर्चित हो रहा है.

बता दें कि इस बार गोवा के चुनाव में 5 दंपती चुनावी मैदान में है. सभी नेता अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं. अगर ये सभी चुनाव जीत जाते हैं तो गोवा के 40 सदस्यीय विधानसभा में 25 फीसदी सदस्य पति-पत्नी होंगे. भाजपा ने दो तो कांग्रेस और टीएमसी ने एक-एक दंपती को टिकट दिया है. वहीं उपमुख्यमंत्री चंद्रकांत भाजपा से तो पत्नी सावित्री निर्दलीय मैदान में हैं. गोवा चुनाव में मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी मैदान में हैं. उत्पल पर्रिकर को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया. जिसके बाद वो निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं. उत्पल पर्रिकर गोवा की पणजी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

भाजपा नेता और गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को पार्टी ने वालपोई से टिकट दिया है, तो उनकी पत्नी दिव्या राणे को पोरीईम से भाजपा ने टिकट दिया है. पोरीईम सीट से दिव्या के ससुर प्रताप सिंह राणे कांग्रेस के विधायक हैं और 11 बार चुनाव जीत चुके हैं. इस बार भी कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया, लेकिन उन्होंने उम्र का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया है.

वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी एक दंपती को चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने मिशेल लोबो को कालनगुट से टिकट दिया है. जबकि उनकी पत्नी डेलिया को सियोलिम से प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि मिशेल गोवा की राजनीति में चर्चित नाम है. हाल ही में उन्होंने बीजेपी छोड़ा है. बीजेपी ने उनकी पत्नी को टिकट देने से मना किया था, जिसके बाद मिशेल ने पत्नी के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया और कांग्रेस ने पति-पत्नी दोनों को टिकट दिया.

 आम आदमी पार्टी भी गोवा में विधानसभा चुनावों की तारीखों के एलान के बाद तैयारियों में जुटी है. आम आदमी पार्टी ने अपने सीएम कैंडिडेट की भी घोषणा कर दी है. अमित पालेकर गोवा में आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट हैं. पालेकर भंडारी समाज से आते हैं, जो गोवा में सबसे अधिक है.46 वर्षीय पालेकर पेशे से वकील हैं और राजनीति में नए हैं. पालेकर सांताक्रूज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे.

 इस बार के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी गोवा में पूरे जोर-शोर के साथ चुनावी मैदान में है. टीएमसी ने किरण कांडोलकर को अलडोना से टिकट दिया है, जबकि उनकी पत्नी कविता को थिविम से प्रत्याशी घोषित किया है. बता दें कि किरण कांडोलकर गोवा फॉरवर्ड पार्टी में थे और हाल ही में उन्होंने गोवा फॉरवर्ड पार्टी को छोड़कर टीएमसी ज्वाइन की है.



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