आलोक कुमार
समस्तीपुर. आइसा के नेतृत्व में रेलवे भर्ती से जुड़े हुए सैकड़ों छात्रों ने आरआरबी एनटीपीसी में व्यापक धांधली, 20 गुना परिणाम जारी करने की घोषणा के बावजूद 4 गुना परिणाम घोषित करने एवं एक ही छात्रों को कई पदों पर रिजल्ट प्रकाशित करने तथा ग्रुप डी के सिलेबस में बदलाव कर सीबीटी 1 व सीबीटी 2 लेने की तुगलकी फरमान जारी करने,रेलवे में पदों की कटौती करने तथा रेलवे के निजीकरण के खिलाफ शहर के स्टेडियम गोलंबर से मंगलवार को मशाल जुलूस निकाला जो समाहारण्यालय, बस स्टैंड होते हुए कर्पूरी स्टैचू पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया. सभा की अध्यक्षता लोकेश राज तथा संचालन राजू झा ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा केंद्र सरकार रेलवे अभ्यर्थियों के साथ अन्याय कर रही है. 2019 के नोटिफिकेशन में 35000 एनटीपीसी के 13 विभिन्न पदों पर नियुक्ति निकाली गई थी. जिसमें प्रत्येक रेलवे भर्ती बोर्ड अलग-अलग 20 गुना रिजल्ट प्रकाशित करने की बात कही गई थी लेकिन लेकिन 4 -5 गुना रिजल्ट प्रकाशित कर एक ही छात्रों को कई पदों पर रिजल्ट दी गई है. जिससे हजारों पद खाली रह जाएगी वही दूसरी ओर ग्रुप डी परीक्षा फॉर्म भरने वक्त भी छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर उतर कर ग्रुप डी के परीक्षा में आईटीआई की डिग्री के बाध्यता के खिलाफ लड़ा था और अभी भी परीक्षा लेने के वक्त लेट लतीफ और परीक्षा के सिलेबस को बदलने के खिलाफ छात्र - युवा आंदोलन कर रहे हैं और सरकार एवं रेलवे बोर्ड संवेदनहीन बनी हुई है जिसे छात्र युवा अब बर्दाश्त नहीं करेगी. छात्र सरकार की चालाकी समझ चुकी हैं साजिश के तहद नौकरी नहीं देने एवं पदों में कटौती करने की सरकार की नब्ज छात्रो ने पकड़ लिया है दो करोड़ मोदी सरकार एवं 19 लाख नीतीश सरकार के रोजगार वादा भी पूरा करना होगा नहीं तो सत्ता से बेदखल यही छात्र नौजवान करेगा.
वही आइसा नेताओं ने पटना - आरा में आंदोलनरत छात्रों पर आंसू गैस के गोले एवं लाठीचार्ज की कड़ी भर्त्सना करते कहा कि छात्रों के असहमति की आवाजों को लाठियों के बल से नहीं दवाई जा सकती है आज केंद्र सरकार या राज्य सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर तुली हुई है जिसे हम छात्रों को भी राजनीति में मजबूत दबिश देनी होगी ताकि हमारा नेतृत्व विधानसभा एवं लोकसभा में रहेगा.
आगे आइसा नेताओं ने राज्य एवं केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि आरआरबी एनटीपीसी के रिवाइज परिणाम पुनः घोषित करने, ग्रुप डी के नए सिलेबस एवं बइज-1 सीबीटी 2 लेने की घोषणा वापस करते हुए पुराने सिलेबस के अनुसार परीक्षा आयोजित कर अभिलंब छात्रों को नियुक्ति करने, रेलवे के पदों में कटौती एवं निजीकरण पर रोक लगाने तथा भारत के इतिहास ऐतिहासिक स्मारकों में छेड़छाड़ स्थानांतरण पर रोक लगाई लगाने की मांग की है यदि छात्रों की मांग पूरी नहीं की गई तो छात्रों को गोलबंद कर छात्र संगठन आइसा निर्णायक आंदोलन चलाएगी.
वही मशाल जुलूस में शामिल, प्रीति कुमारी मनीषा कुमारी दरक्षा जमीन जानवी कुमारी रौशन कुमार मुकेश राय गंगा प्रसाद पासवान रवि रंजन कुमार सोनू कुशवंशी प्रेम कुमार संतोष कुमार राजा कुमार अनिल कुमार अभिषेक कुमार धर्मेंद्र कुमार संजीत कुमार, लालू कुमार शिवम कुमार, रोहित कुमार, दिलीप कुमार,जिला प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, निजी कोचिंग के शिक्षक आदि थे.
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