नौ बार 'राम' नाम की धूम रही लेकिन कमल दो बार ही खिला..

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नौ बार 'राम' नाम की धूम रही लेकिन कमल दो बार ही खिला..

ओम प्रकाश सिंह

अयोध्या. देश में राजनीति के गिरते स्तर से अयोध्या जनपद की बीकापुर विधानसभा सीट भी अछूती नहीं रही. परिसीमन के बाद भौगोलिक सीमा बदलने से इस विधानसभा का राजनीतिक चरित्र भी बदल गया. यह जरूर है कि जनपद से महिला विधायक देने का श्रेय बीकापुर को ही है. इस विधानसभा से 10 बार ऐसे विधायक जीते हैं जिनके नाम में राम रहा है लेकिन कमल सिर्फ दो बार ही खिल सका है. 

बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीकापुर विधानसभा में भी राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर हैं. किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक यहां से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. भाजपा से वर्तमान विधायक शोभा सिंह चौहान के अलावा जिला पंचायत सदस्य गिरीश पांडे, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन धर्मेंद्र प्रताप सिंह टिल्लू, समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक आनंद सेन यादव, युवजन सभा के नेता अनूप सिंह व यहीं से पूर्व विधायक रहे बाहुबली जितेंद्र सिंह बबलू निषाद पार्टी के रास्ते फिर से विधायक होना चाहते हैं. 

आचार संहिता लगने के पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां आकर दहाड़ चुके हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी का कोई ऐसा चेहरा सामने नहीं दिख रहा है जो कार्यकर्ताओं में जोश भर सके. मुस्लिम मतदाताओं की अहम संख्या इस विधानसभा में है जिसके कारण ओबैसी की पार्टी भी यहां से दम भरेगी. हालांकि पिछले चुनाव में उसके उम्मीदवार को सिर्फ़ 3275 वोट ही मिले थे लेकिन वोट बंटवारे की राजनीतिक चर्चा ने भाजपा को लाभ पहुंचाया था.

सन् 2017 में यहां से पूर्व मंत्री मुन्ना सिंह चौहान की पत्नी शोभा सिंह चौहान ने कमल खिलाया. उसके पूर्व खांटी  समाजवादी संत श्रीराम द्विवेदी 91 में कमलखिला चुके थे. बीकापुर से अब तक 1962-कांग्रेस-अखंड प्रताप सिंह,1967-कांग्रेस-आरबी द्विवेदी,1969-कांग्रेस-रानी मानवती देवी,1974-बीकेडी-सीताराम निषाद,1977-जनता पार्टी-श्रीराम द्विवेदी,1980-कांग्रेस-सीताराम निषाद,1985-कांग्रेस-सीताराम निषाद,1989-कांग्रेस-श्रीराम द्विवेदी,1991-बीजेपी-श्रीराम द्विवेदी,1993-सपा-परशुराम यादव,1996-सपा-सीताराम निषाद,2002-सपा-सीताराम निषाद,2007-बसपा-जितेंद्र सिंह बब्लू,2012-सपा-मित्रसेन यादव2016-सपा-आनंदसेन यादव (उपचुनाव) विधायक रह चुके हैं.

परिसीमन के बाद बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में अधिकांश हिस्सा सोहावल विधानसभा क्षेत्र का शामिल किया गया जिसके कारण पिछले दो चुनावों से इस विधानसभा में दलित और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या निर्णायक स्थिति में है. कांग्रेस के पतन के बाद यहां से मुख्य मुकाबला सपा बसपा के बीच होता रहा है. सन 91 की लहर को छोड़ दें तो भाजपा यहां बहुत अच्छी स्थिति में कभी नहीं रही. 2017 के चुनाव में भाजपा की जीत विपक्ष के मतों में बिखराव का मूल आधार रही है.

बीकापुर अयोध्या जनपद की ऐसी विधानसभा सीट है जिसने दो महिलाओं को चुनकर विधानसभा में भेजा. एक वर्तमान में शोभा सिंह चौहान हैं तो इसके पूर्व में कांग्रेस से 1969 में रानी मानमती देवी जीती थी. इस विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 378850 है जिसमें 200596 पुरुष और 178244 महिला मतदाता हैं. कुल 231 मतदान केंद्र हैं और 427 मतदेय स्थल बनाए गए हैं.


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