आलोक कुमार
पटना.आरजेडी के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हैं उदय नारायण चौधरी.उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है.श्री चौधरी ने आरोप लगाया है कि इस बार बिहार में कोरोना सरकारी कार्यक्रम के द्वारा फैला है.
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार अपने 'समाज सुधार अभियान' में लगे रहे. साथ ही कई सरकारी कार्यक्रम में भी शामिल हुए. पटना में एनडीए नेताओं के द्वारा कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. निश्चित तौर पर इसी दौरान कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला. उदय नारायण चौधरी ने कहा कि अगर इस तरह के कार्यक्रम नहीं होते तो इस तरह का दिन नहीं देखना पड़ता.
बिहार में कोरोना की तीसरी लहर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास भी अछूता नहीं रहा.सीएम आवास में कोरोना का विस्फोट हुआ है. 3 जनवरी को जनता दरबार में 14 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले थे और उसके बाद मुख्यमंत्री आवास में भी जांच शुरू की गई. पिछले 3 दिनों में जनता दरबार और मुख्यमंत्री आवास में मिलाकर कुल 50 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. बता दें कि राज्य में कोरोना की चपेट में एक बार फिर आम से लेकर खास तक आ रहे हैं.
इससे पहले दोनों उप मुख्यमंत्री और मंत्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. जिसके बाद अब मुख्यमंत्री आवास पर कोरोना विस्फोट हुआ है. यहां 50 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. हांलाकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी जांच की गई है. लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी है.जो मन को सुकून देने वाली बात है.
बता दें कि पहली और दूसरी लहर में भी मुख्यमंत्री आवास में कोरोना का संक्रमण बड़े पैमाने पर देखने को मिला था, मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. मुख्यमंत्री के सचिव से लेकर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी कोरोना पॉजिटिव हुए थे और दूसरी लहर में 80 से अधिक लोगों कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. अब तीसरी लहर ने भी कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या मुख्यमंत्री आवास में लगातार बढ़ रही है.
दोनों मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी के पॉजिटिव मिलने के बाद उनके आवास पर भी कोरोना की जांच की जा रही है.पिछले दो दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री आवास में 30 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बुधवार को 21 स्टाफ और सुरक्षकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए. सोमवार को साल के पहले साप्ताहिक जनता दरबार में सीएम से फरियाद सुनाने आए छह लोगों समेत भोजन बनाने आया स्टाफ भी कोरोना संक्रमित निकल गया था.इसके बाद क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में सख्ती लागू करने का फैसला हुआ. बुधवार को कैबिनेट की बैठक से पहले कराई गई जांच में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, तारकिशोर प्रसाद, मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी संक्रमित हैं. अब राज्य के मुखिया के आवसीय परिसर में कोरोना के इतने मामले मिलने से हड़कंप मच गया है.
कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. इस बीच कोविड से पटना में पहली मौत का मामला सामने आया है. बख्तियारपुर निवासी 65 वर्षीय व्यक्ति की मौत नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) के मातृ शिशु अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई है.
कोविड की तीसरी लहर में यह पहला व्यक्ति है जिसकी इलाज के दौरान मौत हुई है. 4 फरवरी को मातृ शिशु अस्पताल में कोविड पॉजिटिव पाये जाने पर शख्स को भर्ती कराया गया था. जहां बुधवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस बात की पुष्टि कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ मुकुल कुमार ने की है.
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण बेलगाम हो गया है. रोज मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) के द्वारा मंगलवार को जारी हेल्थ अपडेट के मुताबिक प्रदेश में बीते 24 घंटे में 893 नए संक्रमितों की पहचान हुई. इसी के साथ ही सूबे में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2222 हो गया है.
प्रदेश में बीते 24 (Bihar Corona Update) घंटे में सबसे ज्यादा मामले पटना में दर्ज किए गए. यहां रिकॉर्ड 565 मामले मिलने से हड़कंप मच गया. वहीं, गया में 99 नए संक्रमितों की पहचान हुई. मुजफ्फरपुर में 47 मामले, वैशाली, समस्तीपुर में 10-10 और वैशाली में 14 लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अन्य जिलों से भी मामले सामने आए हैं.
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