आलोक कुमार
वाल्मीकिनगर.पश्चिम चम्पारण में है वाल्मीकिनगर.यहां पर कल मंगलवार को कैबिनेट बैठक होगी.इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. दो हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी.मंत्रिमंडल की बैठक के लिए दोपहर से ही मंत्रियों के पहुंचने का क्रम शुरू हो जाएगा.
सुरक्षाकर्मी आज शाम तक कमान संभाल लेंगे.सिर्फ वाल्मीकिनगर में एक हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.जो शिफ्ट में ड्यूटी बजाएंगे. इसके अलावा 200 से अधिक दंडाधिकारियों को तैनात किया गया है.जहां जहां सीएम पहुंच सकते हैं, उन इलाकों को 21 दिसंबर को सील रखा जाएगा. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में आम लोगों के लिए आवाजाही जारी रहेगी. दूसरी ओर, बेतिया से वाल्मीकिनगर के बीच प्रमुख चौक-चौराहों पर दंडाधिकारियों की तैनाती की जाएगी.सीएम समेत मंत्रियों की सुरक्षा के लिए जिले में दो हजार सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के लिए हवाई मार्ग से जिला मुख्यालय बेतिया पहुंचेंगे. इसके बाद यहां से वे सड़क मार्ग से वाल्मीकिनगर के लिए रवाना होंगे. सीएम समेत सभी 31 मंत्रियों के स्वागत के लिए वाल्मीकिनगर में पुख्ता तैयारी की गई है.सीएम के ठहरने के लिए वाल्मीकिनगर स्थित वन विभाग के गेस्ट हाउस में व्यवस्था की गई है. उनके नाश्ते और भोजन के लिए पटना से रसोईये 20 दिसंबर को ही वाल्मीकिनगर पहुंच गये हैं. पटना से ही सीएम के भोजन का मेनू तय होगा.हालांकि बहुत हद तक संभावना है कि सीएम की इच्छा के अनुसार इसमें फेरबदल हो. सीएम संध्या पहर आनंदी का भूंजा और आलू की भुजिया का आनंद उठा सकते हैं. उधर, भारतीय थारू कल्याण महासंघ सीएम को पारंपरिक व्यंजन भेंट करेगा.
21 दिसंबर को वाल्मीकिनगर रवानगी के क्रम में सीएम का स्वागत बगहा में कार्यकर्ता करेंगे. जदयू के मुख्य प्रवक्ता राकेश कुमार ने बताया कि वाल्मीकिनगर में कैबिनेट की बैठक है. यह सरकारी कार्यक्रम है, इसलिए यहां कार्यकर्ताओं को सीएम से मिलने का मौका शायद ही मिल सके.सभी कार्यकर्ता चंपारण की धरती पर सीएम का स्वागत अनुमंडल मुख्यालय के समक्ष करेंगे.इस दौरान वे पार्टी के वरीय कार्यकर्ताओं से मिलेंगे.तदुपरांत वाल्मीकिनगर के लिए रवाना हो जाएंगे.
अपने 22 दिसंबर से समाज सुधार अभियान की शुरूआत से पहले नीतीश अपने कैबिनेट की बैठक पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में मंगलवार को करेंगेे. अपने कार्यकाल के दौरान पटना के बाहर वाल्मिकी नगर में बिहार कैबिनेट की यह पांचवी बैठक होगी . इसके पहले नीतीश ने अपने कैबिनेट सहयोगियो के साथ बेगूसराय के बरबीघी गांव में 10 फरवरी 2009 को विकास यात्रा के तीसरे चरण में बैठक की थी.
दूसरी बार 29 दिसंबर 2009 को राजगीर के रत्नगिरीपर्वत पर स्थापित विश्व शांति स्तूप के सभागार में तीसरी बार 14 फरवरी 2010 को फ्लोटिंग रेस्तरां में और 2017 में फिर राजगीर में ही कैबिनेट की बैठक की थी.
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर व्याघ्र परियोजना को पर्यटन स्थल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस स्थल को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिये लगातार प्रयास रत रहे हैं. ऐसे में इस स्थल पर कैबिनेट की बैठक कर नीतीश इस इलाके के विकास के लिये कोई बड़ा फैसला लें तो कोई आश्चर्य की बात नही. इसका संकेत मुख्यमंत्री ने पहले ही दे दिया है. जब शनिवार को उन्होनें गन्ना उत्पादक किसानो के हित में प्रति क्विंटल 20 रूपये की बढोतरी कर दी है. पहली बार इस इलाके मे जुट रहे सभी मंत्रियो और अधिकारियो की फौज पर पूरे इलाके की नजर है . देखना है नीतीश वहां की जनता को क्या सौगात देते है.
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