आलोक कुमार
पटना.बिहार सरकार के अधिकारियों ने विस्थापित बिंद समुदाय के हजारों लोगों को पुनर्वासित कर दें.इसके आलोक में बिंद टोली को 6 साल पहले बड़े ताम-झाम से बसाया था.उस समय दीघा विधान सभा के विधायक डॉ.संजीव चौरसिया भी मौजूद थे.माननीय चाहते थे कि बिंद टोली गंगा के बीचों-बीच बसाया जा रहा है.तब भूतल को मिट्टी भरकर ऊंचा की जाएं.अधिकारी माननीय की बातों को अनसूना कर दिये.उनपर जिन्न सवार था कि किसी तरह से बिंद समुदाय को पुनर्वासित कर दें.
कई दशक से दीघा बिंद टोली में रहते थे
कई दशक से गंगा किनारे दीघा बिंद टोली में खेतिहर भूमिहीन बिंद समुदाय के लोग रहते थे.ये लोग मालगुजारी पर खेत लेकर खेती करते हैं.किसान से ऋण लेते हैं और उसी किसान से सब्जी बेचते हैं.बता दें कि डी बंदोपाध्याय की अध्यक्षता में ‘भूमि सुधार आयोग’ का 16 जून 2006 को गठित किया गया था. आयोग ने अगस्त 2006 से काम करना शुरू किया था.इसे आठ कार्यक्षेत्र दिए गए थे जिनमें मुख्य थे भूमि हदबंदी के प्रभावी उपाय, ज़मीन का सर्वेक्षण, मालिकाना और बटाईदारी के अधिकार तथा ज़मीन से जुड़े सामान्य सवाल.इसे राजनीतिक स्वार्थ के कारण अनुशंसाओं को लागू नहीं की गयी.इसका खामियाजा मालगुजारी पर खेती करने वाले किसान भुगत रहे हैं. यहां पर कुछ लोगों के पास रैयती जमीन थी,जिसे माननीय पटना उच्च न्यायालय के विद्वान न्यायाधीश ने नहीं माना.इसके कारण संपूर्ण दीघा बिंदटोली के लोगों को पूर्व मध्य रेल परियोजना की सुरक्षा तटबंध निर्माण के लिये विस्थापित होना पड़ा.यह क्षेत्र दीघा थाना में पड़ता है.पटना सदर प्रखंड के नकटा दिराया ग्राम पंचायत में पड़ता है.नकटा दियारा ग्राम पंचायत के मुखिया राम अवधेश सिंह यादव हैं.नकटा दियारा ग्राम कचहरी के सरपंच सुन्दरी देवी हैं.नकटा दियारा पंचायत में दो पंचायत समिति के पद है.एक में विधा प्रसाद और दूसरे चंदन कुमार हैं.नकटा दियारा पंचायत में कुल 14 वार्ड है. बिंद टोली में 13 और 14 वार्ड है.वार्ड नं.- 13 के वार्ड सदस्य शीलम देवी हैं. जो समान वोट पाने के बाद लॉटरी के माध्यम से विजयी हुई.ग्राम पंचायत के वार्ड नं.- 14 की वार्ड सदस्य सुन्दरी देवी हैं.ग्राम कचहरी के पंच 13 वार्ड से देवमुनि देवी और ग्राम कचहरी के पंच 14 बसंती देवी हैं.
दीघा बिंद टोली से 2015 विस्थापित और कुर्जी दियारा क्षेत्र में
पुनर्वासित भी
यहां के निवासी यदु महतो कहते हैं कि पहले हमलोग दीघा में रहते थे.पूर्व मध्य रेलवे परियोजना के कार्य विस्तार के लिए स्थल की आवश्यकता थी.तब बिहार सरकार ने दीघा बिंद टोली को पूर्व मध्य रेलवे को समर्मित कर बिंद समुदाय को सूली पर चढ़ा दी.इस तरह 205 परिवार विस्थापित हो गये.बिंद समुदाय को कुर्जी में बसाया गया.जहां बिंद समुदाय को बसाया गया है गंगा नदी का मुख्य बहाव वाला स्थल है.जहां प्रत्येक साल पानी का बहाव तेज हो जाता है.
जहां पर हम बिंद समुदाय के लोग रहते हैं वहां पर काफी गढ्डा था.तब दीघा विधान सभा के विधायक डॉ.संजीव चौरसिया ने प्रशासन से कहा कि मिट्टी भरवाकर ही लोगों को बसाया जाए. विधायक की बात को अनसुनी कर लोगों को गढ्डा में ही बसा दिया.जहां प्रत्येक साल बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है.इसके नजर पप्पू यादव नामक सामाजिक कार्यकर्ता ने मिट्टी भराई का कार्य करवाया.
कुर्जी दियारा क्षेत्र में सरकारी योजनाओं से वंचित
आबादी करीब एक हजार से अधिक लोग रहते है. बिंद टोली के लोगों से सरकार ने वादा किया गया था, कि सरकारी योजनाओं का लाभ और हर तरह की सुख सुविधा बिंद टोली के लोगों को मिलेगी. लेकिन सरकार विस्थापन के बाद अपना वादा भूल गई. सरकारी योजनाओं की बात तो दूर इस टोली में रहने वाले परिवारों को अब हर साल बाढ़ पीड़ित बन कष्ट झेलना पड़ता है.यहां पर जो सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था.उसका रखरखाव की व्यवस्था नहीं की गयी.आज भी शौचालय के अभाव में खुले आकाश में शौचक्रिया करते हैं.पटना-कुर्जी-दीघा मुख्य मार्ग को जोड़ने के लिए ऊपरी पुल की घोषणा हवा-हवाई हो गयी.गंगा का जलस्तर बढ़ने से पूरा बिंद टोली में पानी प्रवेश कर जाता है.लोग जरूरी सामग्री की खरीददारी करने नाव पर चढ़कर शहर आते हैं.हरेक साल बाढ़ आते देख सरकारी टीचर ने सरकारी स्कूल को गोसाई टोला में शिफ्ट कर दी हैं.बच्चे वहां पर पढ़ने नहीं जाते हैं.बाढ़ के कारण लोग परेशान हो जाते हैं.डीएम से लोग नाव की मांग करते-करते थक जाते हैं.तो बिंद टोली के लोग चंदा कर नाव खरीद लिये है.इसी से आवागमन तथा दैनिक आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए प्रयोग करते हैं.
और प्रोत्साहन राशि नहीं मिली
मजे की बात है कि केंद्र और राज्य सरकार को खुश करने के अधिकारियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया.परंतु विस्थापितों को पुर्नवासित पर्चा और जमीन पर मालिकाना हक नहीं दिलला सके.उसी तरह बाढ़ के दौरान शिशु होने पर प्रोत्साहन राशि नहीं दी गयी.कन्या शिशु को 15 व अन्य शिशु को 10 हजार रू.देने का प्रावधान किया गया था.अखिलेश महतो और फुलावर्ती देवी को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ.इनका सामान्य प्रसव था.अकलू महतो व सविता देवी को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ. उसका लोअर सेगमेंट सीजेरियन सेक्शन (एलएससीएस) हुआ.सूरज महतो व सूरती देवी को कन्या शिशु हुई है.इनका भी एलएससीएस से हुआ.कुर्जी बिंद टोली में बाढ़ के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों को पौष्ट्रिक आहार खरीदने के लिए सरकार प्रति बच्चा बीस हजार रू. दें.यह मांग बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने की थी.
विस्थापितों को कुर्जी दियारा क्षेत्र में पुनर्वासित किया पर जमीन का पट्टा नहीं दिया
आखिरकार अधिकारियों के रवैये से खिन्न होकर विधायक डॉ.संजीव चौरसिया ने शीतकालीन सत्र में गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से विधान सभा में बिंद टोली के परिवारों को जमीन का पर्चा दिलाने के लिए बिहार विधानसभा सदन में आवाज बुलंद किये. उन्होंने बिहार विधान सभा सचिवालय द्वारा डॉ.संजीव चौरसिया का गैर सरकारी संकल्प सं.-381/2022 " यह सभा राज्य सरकार से अभिस्ताव करती है कि वर्ष 2015-16 में जे.पी.सेतू निर्माण के क्रम में दीघा में बसे स्लम बस्ती के कुल 205 परिवारों का विस्थापन बिंद टोली के परिवारों को जमीन का पर्ची निर्गत करावें. इस पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने प्रतिउत्तर में कहा कि
"जे.पी.सेतू निर्माण के क्रम में दीघा में बसे स्लम बस्ती के विस्थापित परिवारों को पटना सदर अंचलान्तर्गत मौजा-मैनपुरा दियारा.थाना नं.-140 सर्वे थाना-फुलवारी .तौजी सं.-5070 में रकवा -650 एकड़(6.12 एकड़ वास के लिए एवं 0.38 एकड़ रास्ता एवं अन्य अपयोग के लिए) असर्वेक्षित खासमहाल सरकारी भूमि,जो कुर्जी मोड़ से उत्तर -पूर्व में अवस्थित है.के समीप प्रत्येक परिवार तीन-तीन डिसमिल भूमि कुल -204 परिवारों को उपलब्ध करा दिया गया है.जिस पर वर्तमान में उक्त परिवार आवासित है.असर्वेक्षित खासमहाल भूखण्ड होने के कारण लीज बन्दोबस्ती मो.1/-(एक) रूपये टोकन सलामी एवं लगान पर 30 (तीस) वर्षीय लीज पर नवीकरण विकल्प के साथ पट्टा एकरारनामा की कार्रवाई की जा रही है."अत: माननीय सदस्य से अनुरोध है कि अपना संकल्प वापस लेना चाहेंगे.इसके बाद माननीय ने अपना संकल्प वापस ले लिया.
आज 'माननीय' को गुलदस्ता देकर धन्यवाद दिया और मिठाई भी
माननीय विधायक डॉ.संजीव चौरसिया जी के द्वारा गरीबों के पक्ष लेकर गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से दीघा विधान सभा अंतर्गत बिंद टोली के परिवारों को जमीन का पर्चा दिलाने के लिए बिहार विधानसभा सदन में आवाज उठाने के लिये 'माननीय' को गुलदस्ता देकर समस्त बिंद टोली की ओर से बहुत-बहुत धन्यवाद दिया.
मौके पर यदु महतो,राजकिशोर निषाद, नकटा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया भागीरथ यादव,पूर्व मुखिया अशोक, पूर्वी दीघा मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव,जिला मंत्री संजय राय, प्रवक्ता अरविंद कुमार वर्मा, मनोज, पुरूषोत्तम, इंद्रजीत, भुनेश्वर,संजय पीटर के साथ अन्य लोग उपस्थित थे.
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