सदन के अंदर और बाहर हगांमा का सिलसिला जारी

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सदन के अंदर और बाहर हगांमा का सिलसिला जारी

आलोक कुमार 
पटना.बिहार में विधानमंडल का शीतकालीन सत्र जारी है.यह शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ.यह सत्र तीन दिसंबर तक चलेगा.सत्र में जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला सदन में उठा.मंगलवार को बिहार विधान मंडल परिसर में उस वक्त सनसनी फैल गई जब शराब की कई खाली बोतलें एक किनारे में फेंकी हुई मिली. परिसर के अंदर मिले शराब की बोतल पर विपक्ष ने एक बार फिर नीतीश कुमार के शराबबंदी को विफल करार दिया. 

सदन के अंदर और बाहर हगांमा का सिलसिला जारी है.आए दिन 
विधानसभा परिसर में बवाल हो रहा है.मंगलवार को आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र और बीजेपी विधायक संजय सरावगी भिड़ गए थे. बात तुम-ताम से शुरू हुई और गाली-गलौज तक पहुंच गई. आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र और बीजेपी विधायक संजय सरावगी के बीच शुरू हुआ विवाद अंत में पत्रकारों ने बीच-बचाव से शांत हुआ. इसके पहले दोनों माननीयों ने लात-जूता चलाना छोड़कर सब कर दिया था. भाई वीरेंद्र ने बीजेपी विधायक संजय सरावगी के लिए मिलावटी पैदाइश जैसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि आरजेडी का जो संस्कार है वह दिखा रहे हैं. इन लोगों ने पूरे बिहार को लूटा है. वहीं दूसरी ओर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने भी सफाई दी. भाई वीरेंद्र ने कहा कि संजय सरावगी जैसे लोग मिलावटी हैं. उनका क्या धंधा है सबको मालूम है. सरकार में ऐसे मिलावटी लोग मौजूद हैं. संजय सरावगी से मैं सीनियर हूं. 

बुधवार को विधानसभा सत्र के तीसरे दिन राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने भाजपा विधायक संजय सरावगी की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया. भाई वीरेंद्र ने संजय सरावगी के कंधे पर हाथ भी रखा और उनके साथ कल हुए वाक्ये को लेकर सब कुछ भूल जाने के लिए कहा. लेकिन भाजपा विधायक पैचअप के मूड में नहीं दिखे और कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. 

गुरूवार को बीजेपी के मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी को रोक दिया गया. गाड़ी रोकने से जीवेश मिश्रा पुलिसकर्मियों पर भड़क गए. उसके बाद जीवेश मिश्रा पुलिसकर्मियों को धमकी देने लगे.जीवेश मिश्रा का कहना था कि डीएम-एसपी की गाड़ी आ रही थी और उसके कारण मेरी गाड़ी को रोका गया है. जब तक ऐसे पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक चुप नहीं रहने वाले हैं. 

जब एसपी और डीएम आते हैं तो ये मिनिस्टर को रोक देते हैं. और ये खड़ा कराते हैं यहां पर. ये अधिकारी हैं यहां जो खड़े हैं. इनकी सस्पेंशन होगी तभी मैं सदन में जाऊंगा.''- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधान मंत्री, बिहार सरकार में हैं.जीवेश मिश्रा ने विधानसभा में अध्यक्ष विजय सिन्हा से भी इसकी शिकायत की. बीजेपी मंत्री के सपोर्ट में विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया. सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर नारेबाजी भी करने लगे. विधानसभा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि सदस्यों की गरिमा को नुकसान नहीं होने देंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि किसी को बेलगाम होने नहीं दिया जाएगा. मंत्री के भड़कने पर कुछ देर तक विधानसभा परिसर में अफरा-तफरी मच गई.बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी रोकेने के बाद मंत्री जी का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया. दरअसल, वे विधानसभा पहुंचे थे लेकिन उसी समय सीएम का काफिला गुजर रहा था. उनके पीछे डीएम और एसपी की गाड़ी जा रही थी. इसलिए उनकी गाड़ी रोक दी गई. इसके बाद गुस्साए मंत्री जीवेश मिश्रा ने गाड़ी रोकने वाले पुलिस अधिकारी को संस्पेंड करने की मांग की है. उन्होंने सदन में कहा, " डीएम बड़ा..एसपी बड़ा या मंत्री बड़ा सरकार तय करे". 

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बवाल का सिलसिला जारी है. अब सरकार में श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा उस समय आगबबूला हो गए, जब उन्हें विधानसभा जाते वक्ते पुलिसकर्मियों ने रोक दिया. पुलिस के इस रवैये पर भड़के मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि अब मैं तब तक सदन नहीं जाऊंगा, जब तक अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होगी. 

दरअसल, विधानसभा सत्र के चौथे दिन बीजेपी कोटे से मंत्री जीवेश मिश्रा विधानसभा की ओर से जा रहे थे, तभी उनको पुलिसकर्मियों ने रोक दिया. इसके बाद जीवेश मिश्रा भड़क गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों की लानत-मलानत शुरू कर दी. उनका कहना था कि पटना के एसपी और डीएम की वजह से उनकी गाड़ी को विधानसभा में आने से रोका गया है. गुस्से से तिलमिलाए श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि हम सरकार हैं, एसपी और डीएम के लिए मुझे रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि एसपी और डीएम की गाड़ी के कारण मंत्री की गाड़ी रोकना कहां का कानून है? जिस अधिकारी ने गाड़ी रोकी है जब तक उसका सस्पेंशन नहीं होगा मैं सदन के अंदर नहीं जाऊंगा. 


मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि वे अब अधिकारी के निलंबन के बाद ही सदन में जाएंगे. उन्होंने कहा कि एक पुलिस वाले ने गाड़ी रोकी और सामने से डीएम और एसपी की गाड़ी निकल गई. पुलिस अधिकारी के रवैये से भड़के जीवेश मिश्रा ने कहा कि अब मैं तब तक सदन नहीं जाऊंगा, जब तक अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होगी. इस मामले में जदयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा, 'जिस सिपाही ने मंत्री जी की गाड़ी को रोका वह थोड़ा मेंटल है और इस पर जरूर से जरूर कार्रवाई होनी चाहिए.' इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अगर मेरी गाड़ी को रोकता तो क्या से क्या हो जाता है. वहीं, कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि अफसरशाही चरम सीमा पर है. 

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में अफसरशाही चरम सीमा पर है, हमने भी कई बार अफसरों को फोन किया है लेकिन अब सब फोन नहीं उठाते हैं, मुख्यमंत्री इसका जवाब दें. 

डीएम और एसपी की वजह से मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी रोके जाने को लेकर बिहार विधानसभा में हंगामा हो रहा है. विपक्ष मंत्री जीवेश कुमार को न्याय दिलाने के लिए वेल में उतरा. मंत्री जीवेश मिश्रा ने पूछा कि मंत्री बड़ा या डीएम-एसपी? 

इससे पहले आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र और बीजेपी विधायक संजय सरावगी विधानसभा परिसर में भिड़ गए थे. दोनों के बीच गाली-गलौज तक हो गई थी. भाई वीरेंद्र ने बीजेपी विधायक संजय सरावगी के लिए मिलावटी पैदाइश जैसे शब्द का इस्तेमाल तक कर दिया था. वहां पर मौजूद लोगों ने बीच बचाव किया था.

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