पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंची प्रियंका

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पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंची प्रियंका

प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों धारदार हथियार से हत्या के मामले पीड़ित परिजनों से मिलने शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा संगमनगरी पहुंची.एयरपोर्ट से निकलकर प्रियंका गांधी सीधे पीड़ित परिजनों के घर पहुंची.दलित पीड़ित परिवार के साथ 40 मिनट तक प्रियंका गांधी ने बात किया. मृतक के भाई और उनकी पत्नी से बात करते हुए घटना के बारे में प्रियंका गांधी ने गहराई से जानकारी ली. 
मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा में दलितों के साथ अन्याय हो रहा है.प्रयागराज की दर्दनाक घटना में पुलिस की पूरी तरह से लापरवाही सामने आई है. दलित परिवार पिछले तीन महीने से थानों के चक्कर लगाता रहा था लेकिन उनको न्याय नहीं मिला. इसी तरह से यूपी में दलितों के साथ अत्याचार और हत्या जैसी घटनाएं घट रही है. 
प्रयागराज.यूपी के प्रयागराज के फाफामऊ के मोहनगंज गोहरी गांव की है.गंगापार के फाफामऊ इलाके में एक दलित परिवार के चार लोगों की क्रूरता से हत्या कर दी गई.मामला जमीन संबंधित है.इसमें फूलचंद (50), उसकी पत्नी मीनू (47), बेटी सपना (17) और बेटे शिव (10) की कमरे के भीतर कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई.यह मामला बुधवार दोपहर के बाद का है.यह परिवार घर से बाहर नहीं निकला था. गुरुवार की सुबह पड़ोस के लोगों को शक हुआ तो घर पहुंचे.कमरे में खून से सनी चार लाशें चारपाई और तख्ते पर पड़ी थी. 

खबर पाकर आईजी राकेश सिंह, डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी समेत सभी अधिकारी मौके पर पहुंच गए. गांव में भारी भीड़. दलित परिवार का आरोप है कि गांव में रहने वाले ठाकुर परिवार से उनका विवाद चल रहा था. एक महीना पहले उस परिवार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की उल्टा इस परिवार के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर दिया. इस मामले में कार्रवाई न होने पर परिवार के लोगों ने पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. चार हत्या से पूरे गांव में तनाव है. क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी परिवार के कई लोगों को उठा लिया है.परिवार का आरोप है कि हत्या उसी परिवार ने की है. 

पुलिस ने छोटे भाई के कहने पर एफ़आईआर दर्ज कर ली 

एफ़आईआर के अनुसार, "सुबह मोहल्ले में नौ बजे हल्ला हुआ कि मेरे बड़े भाई का घर बहुत समय से खुला नहीं है. जब हम वहां पहुँचे तो दरवाज़ा धकेलने पर खुल गया और हमे चारों के शव ख़ून से लथपथ मिले. लड़की के कपडे़ अस्त व्यस्त थे और ऐसा लग रहा था कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है."एफ़आईआर में आरोप लगाया है कि, "गांव के दबंग व्यक्ति आकाश सिंह, उनके पिता अमित सिंह, अमित सिंह की पत्नी बबली सिंह और आठ अन्य लोगों ने ज़मीन के विवाद के चलते 5 और 21 सितम्बर को दलित परिवार से मारपीट की. उन्होंने जान से मारने की धमकी दी. इस मामले की एफ़आईआर थाने में दर्ज है लेकिन अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई है."हां पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की उल्टा इस परिवार के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर दिया.इस मामले में कार्रवाई न होने पर परिवार के लोगों ने पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. चार हत्या से पूरे गांव में तनाव है. क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी परिवार के कई लोगों को उठा लिया है.परिवार का आरोप है कि हत्या उसी परिवार ने की है. 

पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा  

और रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है. पुलिस ने कुछ नामजद अभियुक्तों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ़्तारी होने की पुष्टि नहीं हुई है.प्रयागराज के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ सिंह बुधवार को ही मौक़े पर पहुँचे और हत्याओं की जानकारी देते हुए कहा, "किन कारणों से यह घटना हुई है उसके बारे में अभी विस्तृत जानकारी आएगी. इसके अलावा भी जो जानकारी आई है, जो परिवार वालों से पता चला है और हमने भी रिपोर्ट में देखी है कि 2019 और 2021 में उन्होंने कुछ लोगों के ऊपर भूमि विवाद में, उन्होंने एससी एसटी का केस लिखवाया है." 
"वो केस लिखा गया है. उस केस में कारवाई नहीं होने का उन्होंने आरोप लगाया है जिसके बारे में भी हम लोग कठोर करवाई करेंगे. संदिग्ध लोगों को इनके नाम के आधार पर हम लोगों ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है. और पूछताछ करके इस घटना की जानकारी जल्द ही सामने लाई जाएगी." 

दूर से दूर से पहुंचे लोग अचानक उनके सगे हो  

मोहनपर गोहरी में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या के बाद दूर से दूर से पहुंचे लोग अचानक उनके सगे हो गए थे.लगभग ढ़ाई घंटे तक मानमनौवल के बाद पीड़ित परिवार की लिखित मांग पर पुलिस और प्रशासन मदद के लिए तैयार हो गया.चारों शवों को अंतिम संस्कार के लिए घाट पर ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस और एक टाटा मैजिक को बुलाया गया था. किसी तरह पुलिस ने दो शवों को एम्बुलेंस में रखवाया. इस बीच दो अन्य शव उठाने के दौरान हंगामा शुरू हो गया. बाहर से विरोध करने पहुंचे लोगों ने पुलिस के साथ हाथापाई करने की कोशिश की.विरोध करने वालों का कहना था कि बिना मांग पूरी हुए शव उठने नहीं दिया जाएगा.इस दौरान एक भाई को पुलिस ने मनाया तो विरोध कर रहे लोग कहने लगे यह भाई कब से सगा हो गया.इस दौरान पुलिस से विरोध करने वालों की तीखी नोकझोंक भी हो गई थी.वहीं दूसरी ओर कुछ महिलाएं विरोध करते हुए एम्बुलेंस के आगे खड़ी हो गई और गाड़ी आगे नहीं बढ़ने दे रही थी. फिर मृतक के भाई को गाड़ी में बैठाकर किसी प्रकार अंतिम संस्कार के लिए शवों को भेजा गया. 

शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा संगमनगरी पहुंची 

प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों धारदार हथियार से हत्या के मामले पीड़ित परिजनों से मिलने शुक्रवार को प्रियंका गांधी वाड्रा संगमनगरी पहुंची.एयरपोर्ट से निकलकर प्रियंका गांधी सीधे पीड़ित परिजनों के घर पहुंची.दलित पीड़ित परिवार के साथ 40 मिनट तक प्रियंका गांधी ने बात किया. मृतक के भाई और उनकी पत्नी से बात करते हुए घटना के बारे में प्रियंका गांधी ने गहराई से जानकारी ली. 
मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा में दलितों के साथ अन्याय हो रहा है.प्रयागराज की दर्दनाक घटना में पुलिस की पूरी तरह से लापरवाही सामने आई है. दलित परिवार पिछले तीन महीने से थानों के चक्कर लगाता रहा था लेकिन उनको न्याय नहीं मिला. इसी तरह से यूपी में दलितों के साथ अत्याचार और हत्या जैसी घटनाएं घट रही है.

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