आलोक कुमार
पटना.कुशेश्वरस्थान व तारापुर विस उपचुनाव का 11अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच और 16 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे.तबतक कांग्रेस का डोर महागठबंधन के साथ बंधा रहेगा.इसके बाद कुशेश्वरस्थान व तारापुर विस क्षेत्र में दगंल होगा. कांग्रेस के पास वर्तमान में 19 विधायक हैं.30 अक्टूबर को मतदान और मतगणना 2 नवंबर को होगी.इसमें 2 विधायकों का इजाफा भविष्य में होगा.यह संख्या सीएम बनने का सपना देखने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव को सहायक नहीं बनने वाली है.
रविवार को पटना में बिहार कांग्रेस के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरणदास ने विधानसभा उपचुनाव और लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या के खिलाफ बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मैराथन बैठकें आयोजित की.
विधानसभा उपचुनाव के दोनों सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में पार्टी के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए 51 सदस्यीय समिति का गठन किया. कुशेश्वरस्थान सीट को लेकर राज्यसभा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह को कन्वेनर और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी को सह-समन्वयक की जिम्मेदारी दी गयी. वहीं तारापुर सीट को लेकर कार्यकारी अध्यक्ष विधान पार्षद डॉ समीर कुमार सिंह को कन्वेनर और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पूर्व विधायक अमिता भूषण को सह-समन्वयक की जिम्मेदारी दी गयी है.
साथ ही इन दोनों सीटों पर प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक की तैयारियों को लेकर 51 सदस्यीय टीम की घोषणा भी की गई.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास ने पहली बैठक कांग्रेस के सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों के साथ की. इसके पश्चात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ दूसरी बैठक हुई.
बैठक को लेकर बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड ने किसानों के प्रति भाजपाई बर्बरता का स्याह पक्ष दिखाया है.उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस इसकी कड़ी निंदा करता है और नैतिकता के आधार पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के इस्तीफे की मांग करती है.
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने बताया कि कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव की दोनों सीटों पर पार्टी के जीत को लेकर लंबी बैठक कर जम्बो टीम तैयार की है.ये टीम प्रत्याशियों के जीत के लिए रणनीतिक और जरूरी तैयारियों पर काम करेंगे.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड को लेकर दिनांक 11 अक्टूबर को पूर्वाह्न 10 बजे से आयकर गोलंबर पर कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास और प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा के नेतृत्व में मौन धरने के आयोजन किया जाएगा.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में हुई दोनों बैठकों में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, डॉ समीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर सिंह धीरज, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा, विधायक राजेश कुमार, आबिदुर रहमान, प्रतिमा कुमारी दास, सिद्धार्थ, मुरारी गौतम, अजय सिंह, संतोष मिश्रा, नीतू सिंह, कृपानाथ पाठक, अवधेश कुमार सिंह, नरेन्द्र कुमार, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, अमिता भूषण, कुमार आशीष, चुन्नू सिंह, वीणा शाही, रवीन्द्रनाथ मिश्रा, खान अली, ऋषि मिश्रा, लाल बाबु लाल, अजय कुमार सिंह, भावना झा, ब्रजेश प्रसाद मुनन, रामप्रीत पासवान, सतीश कुमार, गजानंद शाही, ह्रदय नारायण सिंह, रामायण यादव, नागेन्द्र कुमार विकल, आनंद माधव, असित नाथ तिवारी, शकीलुर रहमान, अशोक गगन, मधुरेन्द्र कुमार सिंह, कमल देव नारायण शुक्ल, शशि कान्त तिवारी, धनंजय शर्मा, अखिलेश्वर सिंह, अजय कुमार यादव, अरबिंद लाल रजक, ज्ञान रंजन, जयप्रकाश चौधरी, विनोद कुमार पाठक, सत्येन्द्र कुमार सिंह, वरुण शर्मा, वसी अख्तर, अमित कुमार सिंह, दिलीप पासवान, डॉ. कुमारी रूपं, मंजीत आनंद साहू, सुधा मिश्रा, सिद्धार्थ क्षत्रिय, राजेंद्र चौधरी, अजय कुमार यादव, रिपुदहन शर्मा, रुमा सिंह, निधि पाण्डेय समेत कई बड़े नेता मौजूद रहें.
इस बीच बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने रविवार को आरजेडी को आईना दिखाते हुए कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव प्रदेश में सरकार नहीं बना सकते जब तक कांग्रेस के 19 विधायक उनका समर्थन ना करें.
भक्त चरण दास ने आगे कहा कि आरजेडी को यह बात समझनी चाहिए कि 19 विधायकों का समर्थन कोई मामूली बात नहीं होती. तेजस्वी अगर बिहार में सरकार बनाना चाहते हैं तो उन्हें कांग्रेस के 19 विधायकों की जरूरत पड़ेगी. इसलिए उन्हें कांग्रेस का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर कांग्रेस मजबूत होगी तो आरजेडी सरकार बनाने के और करीब पहुंचेगी.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस जीत के लिए मैदान में उतरी है. विधानसभा उपचुनाव में इन सीटों पर कोई दोस्ताना लड़ाई नहीं हो रही. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सब पता चल जाएगा. आरजेडी अगर गठबंधन धर्म नहीं निभाएगी तो सबसे बड़ा नुकसान उसे होगा.
गौरतलब है कि बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इन सीटों पर जहां पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है. उपचुनाव के लिए महागठबंधन में टूट पड़ चुकी है. दोनों ही सीट पर कांग्रेस और आरजेडी ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा कर दिया है. कांग्रेस पहले चाहती थी कि कुशेश्वर स्थान सीट उसे मिले. कांग्रेस की दलील थी कि विधानसभा चुनाव में इस सीट से पार्टी का उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा था. उपचुनाव में ये खींचतान तब है जबकि आम विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर लड़ी थीं.
बता दें कि बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास आज राजधानी पटना के दौरे पर हैं.इस दौरान भक्त चरण दास को अपनी पार्टी के कांग्रेसी कार्यकर्ताओ से जबरदस्त विरोध देखने को मिला. कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता हाथों में बैनर लिए भक्त चरण दास को बिहार से जाने तथा इस्तीफा देने की मांग कर रहे थे.यहां तक की कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भक्त चरण दास पर टिकट बेचने तक का आरोप लगाया.
मिली जानकारी के अनुसार, बिहार की राजधानी पटना में सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय के बाहर पार्टी के कार्यकर्ता बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और बिहार प्रभारी भक्त चरण दास को हटाने की मांग कर रहे थे.कांग्रेस कार्यकर्ता इन दोनों नेताओं के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. सदाकत आश्रम के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर रहे बिहार प्रदेश के किसान कांग्रेस के संयोजक मनोज कुमार का कहना है कि दोनों नेता कार्यकर्ताओं से पैसा लेकर टिकट बेचते हैं.
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