बनारस में किसानों के साथ एकजुटता दर्ज कराई

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बनारस में किसानों के साथ एकजुटता दर्ज कराई

आज संयुक्त किसान मोर्चा - बनारस के बैनर तले जॉइंट एक्शन कमेटी, एनएसयूआई और  समाजवादी छात्र सभा ने लखीमपुर खीरी में कई किसानों की हत्या मामले में मशाल जुलूस निकालकर किसानों के साथ एकजुटता दर्ज कराई. 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा "मोनू" ने अपनी गाड़ी  चढ़ाकर उनकी हत्या कर दी और गोली भी चलाई. किसानों की निर्मम हत्या के विरोध में व किसानों को न्याय दिलाने के लिए लंका गेट से अस्सी घाट तक मशाल जुलूस निकाला जाना तय था. पर पुलिस प्रशासन ने उसे बलपूर्वक लंका गेट पर ही रोक दिया. जिसके उपरांत किसान समर्थकों ने लंका गेट पर ही सभा कर अपना विरोध दर्ज कराया.  

किसान, दिल्ली की बॉर्डर पर तीन काले कृषि कानून के खिलाफ लगभग 1 वर्ष से धरना दे रहे हैं. साल भर से चल रहे शांतिपूर्ण आंदोलन को मोदी-भाजपा सरकार ने बदनाम व तोड़ने की भरपूर कोशिश की है. किसान आत्मविश्वास व देश की जनता के सहयोग से अत्यंत कष्ट में आंदोलन कर रहे लेकिन कल लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने बर्बरता पूर्वक गाड़ी चढ़ाकर हत्या कर दी. इस घटना में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है और कई घायल हुए हैं. भारतीय इतिहास में जलियांवाला बाग जैसी घटनाये अंग्रेजी शासन में हुआ करती थी अब भाजपा राज में किसानों के साथ हो रही हैं. लखीमपुर की घटना स्वतंत्र भारत में जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसी है. भाजपा सरकार और इसके लोग पूरे देश में खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं.  
    लखीमपुर खीरी की घटना यह साबित करती है कि मोदी सरकार और इसमें बैठे लोग किसानों को न सिर्फ गुलाम बनाना चाहते हैं बल्कि विरोध करने पर हत्या की कर देंगे. 

संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि- 
लखीमपुर घटना के बारे संयुक्त किसान मोर्चा की मांग- 
1. केंद्र सरकार केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्र टेनी को तुरंत बर्खास्त करे. 

2. मंत्री के बेटे आशीष और उसके साथी गुंडों पर तुरंत 302 (हत्या) का मुकदमा दर्ज हो और इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उत्तर प्रदेश से बाहर हो. 

इसी मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों ने  अपने-अपने जिले मुख्यालय पर प्रदर्शन किया . इसी क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा व तमाम छात्र संगठनों ने साथ मिलकर इस घटना पर आक्रोश व्यक्त कर प्रदर्शन किया तथा शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील की.  

हम शांति बनाए रखेंगे..... 
 

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