आलोक कुमार
भोपाल.देश में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में शहर के गांधीवादियों ने समय-समय पर खुलकर समर्थन किया है. बीती शाम लखीमपुर में हुई हिंसक घटना को लेकर शहर के गांधीवादी विचारको ने गांधी भवन परिसर में दिनभर का उपवास रखा. उपवास कार्यक्रम 'सबको सम्मति दे, भगवान' पर केंद्रित रहा. उपवास सुबह दस बजे से प्रारंभ हुआ.उपवास की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना से हुई.इसके पश्चात उपवासकर्ताओ ने बापू द्वारा लिखित पुस्तक 'मंगल प्रभात' के 'अहिंसा' अध्याय का स्वाध्यायन किया और आपस में विचारों का आदान-प्रदान करते हुए लखीमपुर की हिंसक घटना पर चिंतन किया.
एकता परिषद के राष्ट्रीय महासचिव अनीष कुमार ने लखीमपुर की घटना पर शोक व्यक्त करते हुए गांधी के चंपारण आंदोलन को याद करते हुए कहा कि "हिंसा गलत है, चाहे वह किसी भी प्रकार की हिंसा हो और हिंसा कोई भी करे, क्योंकि हिंसा किसी चीज का सामाधान नहीं है.किसानों, प्रशासन और जनता से हमारी अपील है कि वे उत्तेजित न हों और दूसरे पक्ष द्वारा हिंसा किए जाने पर भी हिंसक न हों."
सत्याग्रह में शांतिप्रिय लोगों ने अपने विचार प्रकट किए. इस क्रम में गांधी भवन न्यास के सचिव दयाराम नामदेव ने उक्त घटना की कड़े शब्दों में निंदा की.उन्होंने कहा कि बापू के देश में किसानों की हत्या किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है. सरोकार संस्था की संस्थापक और उपवासकर्ता कुमुद सिंह ने कहा कि गांधी जयंती को बीते दो दिन हुए हैं, और देश में इस प्रकार का हिंसक माहौल बना हुआ है. यह हमारे लिए चिंता का विषय है. मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल के शिवाषीश तिवारी ने हिंसा में शहीद हुई आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किसानों के प्रति सद्भावना प्रकट की.
शहर के शांतिप्रिय लोगों ने एक दिवसीय उपवास रखकर किसानों, शासन और प्रशासन से अपील की कि वह अहिंसा के दायरे में रहकर ही आगे कदम उठाएं और इस घटना से सबक लेते हुए हिंसा का प्रतिरोध करने के लिए कार्य करें.एक दिवसीय उपवास को नैतिक समर्थन देने के लिए उपवास स्थल पर कांग्रेस की ओर से विधायक कुणाल चौधरी, अवनीश भार्गव, शकील हुमेद और कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से शैलेंद्र शैली, सत्यम पांडेय, प्रल्हाद दास बैरागी के अलावा शहर के गणमान्य लोग पहुंचे.
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