दिवंगत मां की पेंशन की चोरी ?

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

दिवंगत मां की पेंशन की चोरी ?

आलोक कुमार 
पटना.बिहार विधानसभा सचिवालय ने 13 सितंबर 2021 को आरटीआई (RTI) के तहत जानकारी दी है, कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की मां मीरा सिन्हा को 62 हजार रुपए और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी को हर महीने 30 हजार 750 रुपए पेंशन जारी की जा रही है. 

इसे बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने कैच कर ली है.कमिटी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद अपनी दिवंगत मां की पेंशन की चोरी आज भी कर रहे हैं. रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी जी का निधन 25 दिसंबर 2020 को ही हो गया लेकिन आज भी विधान सभा सचिवालय के जरिए उनको पेंशन दिया जा रहा है.यह पेंशन उनके दिवंगत पति ठाकुर प्रसाद के आश्रित के तौर पर दिया जाता है.अपनी मां की मौत के बाद भी रविशंकर प्रसाद ने उनका बैंक खाता चालू रखा है और विधानसभा की कागजों में उन्हें जिंदा दिखाकर प्रतिमाह 30 हजार 750 की पेंशन हड़प रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि चोरी, लूट और डकैती ही भाजपा की संस्कृति है.सिर्फ रविशंकर प्रसाद ही नहीं बिहार के मौजूदा पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन भी इस बेशर्म लूट का हिस्सा है. नितिन नवीन की मां मीरा प्रसाद जी की मृत्यु 30 मार्च 2021 को हुई लेकिन, उनके नाम पर आज भी विधानसभा से पेंशन जारी की जा रही है.उनके दिवंगत पति नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के आश्रित के तौर पर उनके खाते में आज भी हर महीने 62 हजार रुपए पेंशन के तौर पर जमा हो रहे हैं.इतना ही नहीं भाजपा के पूर्व नेता और 1996 में दानापुर से विधायक रहे विजय सिंह यादव को भी मौत के बाद  44 हजार रुपए हर महीने पेंशन दी जा रही है. 

उन्होंने कहा कि ये सभी भाजपा के बड़े नेता हैं और इन्हें अपनी मृत मां के नाम पर भी पेंशन उठाने में शर्म नहीं आ रही.भारत के इतिहास में ऐसी शर्मनाक हरकत नहीं देखी गई होगी.हिंदुत्व और राष्ट्रवाद की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी मरी हुई मां के नाम पर भी पेंशन उठा लेते हैं और उसे हड़प जाते हैं. इस पूरे मामले की जांच कर जल्दी से जल्दी रविशंकर प्रसाद और नितिन नवीन को जेल भेज देना चाहिए. लेकिन हमें मालूम है मौजूदा सरकार ऐसा नहीं करेगी. यह सरकार लुटेरों को, डाकुओं और गिरहकटों को संरक्षण देती है उन्हें पद और ओहदा भी देती है.सरकार में बैठे यही लोग पूरे देश को लूट रहे हैं. 

दरअसल बिहार विधानसभा सचिवालय ने 13 सितंबर 2021 को आरटीआई (RTI) के तहत जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की मां मीरा सिन्हा को 62 हजार रुपए और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी को हर महीने 30 हजार 750 रुपए पेंशन जारी की जा रही है. 

वहीं पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Nitin Navin) और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने अपनी मां के निधन के बाद भी उनके नाम से पेंशन जारी होने की खबर को गलत बताया है. नितिन नवीन ने कहा कि बैंक को मौत की सूचना दे दी गई थी, जबकि रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एकाउंट को पहले ही बंद करा दिया गया है. वहीं पेंशन देने के मामले में हुई इस कथित गड़बड़ी पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने कहा कि मामले की जांच होगी. 

इस मामले पर नितिन नवीन ने कहा, 'मेरी मां का निधन 29 मार्च को हुआ था और काम-क्रिया 20 अप्रैल के आसपास समाप्त हुआ था. जिसके बाद 13 मई को हमलोगों ने बैंक को मेल के जरिए मौत की सूचना दे दी. बैंक ने उसके बाद अपनी कमी को सुधारते हुए एकाउंट से पेंशन की राशि वापस ले लिया.'बीजेपी नेता नितिन नवीन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि आरटीआई में किस तरह से चीजों को लिया गया है. हो सकता है कि पहले जो दो महीने का पैसा आया होगा, उसी को लेकर बताया गया है, लेकिन वो पैसे तो बैंक ने वापस भी ले लिया है.पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि सारी बातें स्पष्ट है. साथ ही पब्लिक डोमेन पर सभी चीजें बताई गई है कि हमने कब मां की मौत की सूचना बैंक को दी और बैंक ने ऑलरेडी पेंशन के पैसे वापस ले लिया. उन्होंने आशंका जताई कि किसी तरह की गलत मंशा के साथ इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है, जबकि इसमें ऐसी कोई बात नहीं है. 

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने आरटीआई की जानकारी को झूठा बताया है. उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने अपनी मां के पेंशन वाले खाते को दिसंबर 2020 में ही बंद करा दिया था. 

पूर्व विधायकों को पेंशन देने के मामले में बड़े पैमाने पर हुई कथित गड़बड़ी पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि हम जानकारी जुटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पेंशन की राशि विधानसभा से नहीं बल्कि ट्रेजरी से जाती है. विधानसभा पेंशन निर्धारित करती है. जैसे ही डेथ सर्टिफिकेट हमें मिलेगा, तो पेंशन बंद हो जाएगी. स्पीकर ने कहा कि कोरोना काल के कारण आंकड़े अपडेट नहीं हुआ हैं. अब मामला हमारे संज्ञान में आया है तो इसको लेकर जानकारी जुटा रहे हैं. 
 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :