आलोक कुमार
पटना.सम्मानजनक मासिक मानदेय,सामाजिक सुरक्षा और पेंशन की मांग पर ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (ऐक्टू) सहित इसके संयुक्त प्लेटफॉर्म(मंच) के आह्वान पर आज 24 सितम्बर को मोदी राज के खिलाफ स्कीम वर्करों की देशव्यापी हड़ताल सफल रहा, इस राष्ट्रीय हड़ताल को स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की मुख्य राष्ट्रीय संयोजक व आशा कार्यकर्ता संघ अध्यक्ष सशि यादव ने ऐतिहासिक परिघटना बताया है.
उन्होंने कहा कि आज बिहार में बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) के बैनर तले आशाओं ने राष्ट्रीय मांगो के साथ - साथ नीतीश सरकार में लम्बित आशा की मांगों व सरकार की बेरुखी को मुद्दा बनाते हुए राज्य के अधिकांश पीएचसी को ठप कर गेट पर धरना - प्रदर्शन किया.
आज हड़ताल के दौरान नौबतपुर और बिक्रम पीएचसी पर हड़ताली आशा को सम्बोधित करते हुए शशि यादव ने कहा कि नीतीश राज में कोरोना काल की पारिश्रमिक भुगतान नही होना अक्षम्य अपराध है।अर्जित बकाये के साथ राज्य सरकार द्वारा तय 1000 रुपये की मासिक पारितोषिक राशि का भुगतान लम्बे वक्त के बाद अभी तक नही हुआ है.उन्होंने कहा कि आशाओं से सभी तरह का काम सरकार लेती है, चुनावी ड्यूटी में भी लगाती है;लेकिन उन्हें विभागीय कर्मचारी घोषित करने और मासिक मानदेय देने से सरकार भाग रही है.उन्होंने कहा कि इस संयुक्त हड़ताल में दसियों हज़ार आशाओं-आशा फैसिलिटेटरों ने हिस्सा लिया है.राज्य के करीब करीब सभी पीएचसी पर कामकाज ठप रहा है. आवश्यक और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़ सारे कामकाज प्रभावित हुए हैं. यह भी कहा कि बिहार में कोरोना काल की तय और अर्जित राशि भी आशाओं को नीतीश सरकार ने भुगतान नही किया है
आज ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (ऐक्टू) सहित इसके संयुक्त प्लेटफॉर्म(मंच) के आह्वान पर आशाओं की हुई देशव्यापी हड़ताल के तहत राज्य के पटना,रोहतास, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, मुंगेर,बेगूसराय,मुज़फ़्फ़रपुर, दरभंगा, सिवान, गोपालगंज, चंपारण,सीतामढ़ी, मधुबनी,समस्तीपुर,खगड़िया,भभुआ, कटिहार, शिवहर,भोजपुर, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण ,नवादा आदि जिलों में बहुत ही प्रभावी हड़ताल हुई.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments