फ़ज़ल इमाम मल्लिक
चुनाव का मौसम आते ही वादों की बरसात शुरू हो जाती है. वोटरों को लुभाने के लिए जुमलों की सौगात और रंग-बिरंगे वादे किए जाते हैं. दो करोड़ नौकरियां, पंद्रह लाख रुपए हर किसी के खाते में, मुफ्त बिजली, रंगीन टीवी से लेकर मुफ्त चावल दे कर वोटरों को लुभाया जाता है. चुनाव के बाद वादों को याद दिलाने पर इसे जुमला करार देने में पल भर की भी देर नहीं लगती. यानी वादें हैं वादों का क्या. सियासी वादे तो सियासी रंग में ही रंगे होते हैं. बिहार में पंचायत चुनाव होने हैं और यहां भी वादों की बानगी देखने को मिल रही है. कमाल के उम्मीदवार हैं मुखिया के. मुखिया जी तो गांव-गांव हवाई अड्डा ही बना देने का वादा अपने घोषणा पत्र में कर डाला है.
पंचायत चुनाव के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. लोगों को लुभाने के लिए उम्मीदवार तरह-तरह के वादे कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर में मुखिया के उम्मीदवार का घोषणापत्र खूब चर्चा में है. इसे पढ़ कर लोग खूब मजे ले रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक उम्मीदवार का पोस्टर वायरल है. लोग इस पोस्टर को देख कर उम्मीदवार की घोषणाओं पर मुस्कुराते हैं और उम्मीदवार की सोच और जुमलेबाजी की दाद देते हैं. ग्राम पंचायत राज मकसूदा से मुखिया के उम्मीदवार हैं मोहम्मद तुफैल अहमद. वे खुद को पढ़ा लिखा और योग्य उम्मीदवार बताते हैं. घोषणापत्र में सात वादे किए गए हैं. तुफैल के इस घोषणापत्र या परचा जो कहें इसकी शुरुआत एक नारे से होती है. तुफैल का नारा है-आप रखिए हम पर विश्वास, एक-एक का होगा विकास.
तुफैल ने सात घोषणाएं की हैं. उनका कहना है कि मुखिया बनते ही गांव के सभी लोगों को सरकारी नौकरी देंगे. फिर वे वादे करते हैं कि उनके मुखिया बनने के बाद गांव में हवाई अड्डे की सुविधा लोगों को मिलेगी. तुफैल ने युवाओं के लिए भी वादे किए हैं. उन्होंने कहा कि हर सिंगल युवा को एक-एक अपाचे बाइक और पांच हजार रुपए प्रतिदिन भत्ता सीधे खाते में वे देंगे. गांव और युवाओं के अलावा तुफैल लड़कियों और बुजुर्गों को भी लुभाने के लिए जुमले उछालते हैं. अपने घोषणापत्र या परचे में वे लड़कियों और बुजुर्गों की बात करते हैं और वादा करते हैं कि लड़कियों को फ्री ब्यूटी पार्लर और एक सिलाई मशीन की व्यवस्था वे करेंगे. तुफैल मुखिया बनने के बाद नल जल योजना में पानी की जगह दूध की सप्लाई वे करवाएंगे. बुजुर्गों को रोजाना एक-एक पैकेट तंबाकू और बीड़ी मुहैया कराएंगे. सातवां वादा भी अजब-गजब है. वे कहते हैं कि गांव में सड़कों के साथ-साथ खेतों में टाइल्स लगवा कर गांव को शहर बना डालेंगे. शहरीकरण करेंगे. जाहिर है कि तुफैल अहमद की घोषणाएं जुमलेबाजी से ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन लोग मजे ले रहे हैं. निवेदक के तौर पर समस्त सम्मानित पंचायत वासी हैं. यूं अब इस घोषणापत्र की शिकायत भी पुलिस में की गई है. पुलिस इसकी जांच कर रही है कि यह किसी की शरारत तो नहीं. मामला जो भी हो लेकिन सोशल मीडिया पर तुफैल का यह परचा तो वायरल है और लोग लुत्फ भी खूब उठा रहे हैं.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments