आलोक कुमार
पटना.आज अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस है.जाने माने गांधी विचारक पीवी राजगोपाल भी देश-विदेश-प्रदेश में शांति लाने का प्रयास कर रहे हैं.इनके आह्वान पर सैकड़ों से पदयात्रा निकलेगी.नौबतपुर पटना से हरी झंडी दिखाकर 12 दिवसीय शांति न्याय पदयात्रा भारत के 100 जिलों में प्रारंभ हो जाएगी.
इस संदर्भ में विजय गौरेया कहते हैं कि न्याय एवं शांति पदयात्रा 21 सितंबर अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस से 2 अक्टूवर अहिंसा दिवस तक, एकता परिषद् का 'पदयात्रा सह-जन संवाद' कार्यक्रम प्रस्तावित है.संगठन के कुढ़नी, मुजफ्फरपुर इकाई द्वारा 21 सितंबर को तुर्की मेला गाछी से पदयात्रा की शुरुआत होगी तथा 2 अक्टूवर को फतहपुर में इसका समापन होगा.पदयात्रा के दौरान हर दिन अलग-अलग विषयों पर चर्चा होगी. वृक्षारोपण भी किए जायेंगे.बिहार के 15 जिलों में यात्रा आयोजित की जाएगी.
वहीं एकता परिषद के राष्ट्रीय समिति के सदस्य प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि उसके अगले दिन अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर 21 सितंबर को बिहार विधान परिषद के सभागार में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम है.यात्रा के माध्यम से शांति और अहिंसा के प्रति लोगों में चेतना और न्याय के लिए स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए जन जागरण किया जाएगा.पदयात्रा के दौरान आम लोगों के माध्यम से सरकार से केंद्र और राज्य स्तर पर शांति मंत्रालय स्थापना की मांग की जाएगी. पदयात्रा के क्रम में शांति के लिए उपवास पर्यावरण सुरक्षा के लिए पहल सह भोज इत्यादि कार्यक्रम किए जाएंगे.
बताते चले कि दुनियाभर के लोगों में परस्पर प्रेम की भावना और मानवता को संजोए रखने के लिए हर साल 21 सितंबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है. इस दिन दुनियाभर के लोगों में जागरुकता फैलायी जाती है कि हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं. इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के देशों के बीच शांति को बढ़ावा देने और आपसी विवाद को समाप्त करने के लिए किया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर के तमाम देशों के बीच शांति व्यवस्था बनाए रखने, अंतर्राष्ट्रीय युद्धों को खत्म करने और देशों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए इस दिवस की स्थापना की थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार 1981 में इसे मनाए जाने की घोषणा की थी. जिसके बाद हर साल इसे मनाया जाना जारी रखा गया. आज के दिन अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र संगठन से लेकर कई अन्य संगठन कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं.
बता दें कि जन संगठन एकता परिषद तीन दशक से जल,जंगल,जमीन आदि मुद्धों पर कार्यशील है.सर्वप्रथम जमुई से पटना तक पदयात्रा की गयी.काफी संख्या में जमीन संबंधित समस्या सामने आयी.इन समस्याओं का समाधान गांधी,विनोबा,जयप्रकाश के बताएं मार्ग शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन किया जाता है.इस जन संगठन का मानना है कि कई लोग हिंसक गतिविधियों को छोड़कर अहिंसक आंदोलन में जुड़ गये हैं.ऐसे लोग अपने क्षेत्र में शांति न्याय पदयात्रा का नेतृत्व करेंगे.
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