अंग्रेजो के नाम पर आबाद है कानपुर के ये मोहल्ले

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अंग्रेजो के नाम पर आबाद है कानपुर के ये मोहल्ले

अनूप कुमार शुक्ल अनूप 
  कानपुर शहर मे दर्जनो मोहल्ले व सड़कें व भवन आज भी अंग्रेजो के नाम पर मौजूद है.आजादी के हीरक वर्ष मे प्रवेश कर  रहे हैं लेकिन गुलाम भारत की ये निशानियों अर्थात आंग्ल नामों मे बदलाव नही कर पा रहे हैं. 
1- एलेनगंज - जार्ज बर्नी एलेन के नाम बसा है एलेनगंज .वह कानपुर से पहले इलाहबाद मे रहते थे बाद मे कानपुर आकर बस गये .शहर मे बहुत सा भूभाग व जंगल खरीदा.एलेन फारेस्ट (चिड़ियाघर वाला हिस्सा) भी उन्ही की स्मृति लिये हए है. 
2- कर्नलगंज - कर्नल जेम्स शेफर्ड के नाम से कर्नलगंज मोहल्ला आबाद है.अंग्रेजो के नाम पर यह सबसे पुराना मोहल्ला है.जेम्स शेफर्ड बहुत प्रभावशाली व्यक्ति थे उनको 1801 मे 1000 रूपया पेंशन मिलती थी .  
3-फेथफुल गंज- कैन्ट क्षेत्र का यह मोहल्ला सन 1831के कमिश्नर टू दी बाजीराव पेशवा आफ बिठूर मेजर आर सी फेथफ़ुल की की स्मृति को लिये हुए है.कुछ लोगो का मानना है की 1857 की क्रांति मे अंग्रेजो के वफादारो के लिये फेथफ़ुलगंज बसाया गया. 
4- कूपरगंज - लेफ्टिनेंट जनरल आफ यूनाइटेड प्राविंस  ई  डबल्यू कूपर  जो चीफ कमिश्नर आफ अवध भी रह चुके थे की याद लिये है कूपरगंज मोहल्ला.जो अब विकृत हो कर कोपरगंज भी कहलाता है . 
5- हैरिसगंज -  कर्नल  हैरिस  की स्मृति  लिये बसा  है मोहल्ला  हैरिसगंज .कर्नल  हैरिस कानपुर  मे  सन 1842 मे  तैनात  रहे थे . 
6- बेकनगंज- कानपुर के कलेक्टर रहे डबल्यू बेकन की स्मृति लिये हुए बेकनगंज मोहल्ला आबाद है .अब इसे कुछ लोग बेगमगंज भी कहते है. 
7- मूलगंज - सन  1890 मे कानपुर के कलेक्टर रहे  एच डी  मोले की याद मे बसा मोलगंज आज का मूलगंज है . 
8- सूटरगंज- एडवर्ड एम सूटर की याद मे शहर का मोहल्ला सूटरगंज आबाद है .एडवर्ड सूटर शहर के एम एल ए  और कानपुर इम्प्रूवमेन्ट ट्रस्ट के प्रभारी थे वह मेसर्स फोर्ड एण्ड मैकडोनाल्ड लिमिटेड के मलिक भी थे . 
9- मैकरावर्टगंज- कानपुर शहर के बेताज बादशाह कहलाने  वाले एलेक्जेंडर मैकराबर्ट लालइमली उलेन मिल के मैनेजर थे.उन्हीं के प्रयास से ब्रिटिश इंडिया कार्पोरेशन स्थापित हुआ.आप 1900 से 1909 तक एम एल ए रहे उन्हें बैरोनेट  व सर की उपाधि मिली हुई थी .उन्होनें ही लालइमली के कार्मिको को आवासीय परिसर दिया जो मैकराबर्टगंज कहलाता है . 
10- कलक्टरगंज - स्टेशन के पास बसे कलक्टरगंज मोहल्ला कानपुर के कलेक्टर रहे विलियम स्टर्लिंग हालसी की याद दिलाता है वह कानपुर मे 1865 से1872 तक रहा.उसने दौलतगंज से आनाजमण्डी मो कलक्टरगंज मे शिफ्ट किया जिसका उद्घाटन 19 अक्तूबर 1866 दसहरा को कलेक्टर हालसी द्वारा किया गया.

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