चंचल
बिहार सरकार में मंत्री रहे , हमारे अग्रज भाई शिवानंद तिवारी ने बिहार के चुलबुले , बयानबाज जूनियर मोदी के एक सन्निपाती बयान का जवाब देते हुए बहुत तार्किक टिप्पणी की है .भाई शिवानंद जी की उस टिप्पणी को पढ़ कर उसके विस्तार में जाने की जरूरत है , क्यों कि शिवानंद जी ने अपनी टिप्पणी में इतिहास के अनगिनत हिस्सो को उघारते हैं .संक्षेप में .सूत्र रूप में .मसलन 75 के जेपी को निरीह बताना ( ऐसा मोदी ने कहा है ) इस पर शिवानंद जी ने 72 साल के जेपी, को 42 के जेपी से याद दिलाते हैं .कहते हैं जेपी निरीह नही हैं - एक कविता याद दिलाते हैं - मुनादी .मरहूम डाक्टर धर्मवीर भारती की बहुचर्चित रचना है .बहरहाल भाई शिवानंद जी जो नही कहते , वह ज्यादा मुखर होता है .मसलन- तिवारी जी मोदी को 42 की याद दिलाते हैं तो यह केवल 42 जे पी के हजारीबाग जेल से बाहर निकल भागने की सौर्यगाथा ही नही याद दिला रहे है माजी में पड़े अनगिनत हिस्सों को परत दर परत उघार कर रहे हैं .पूछ रहे हैं 42 में तुम यानी तुम्हारा संगठन , गिरोह या सोच कहाँ थे ? देश बापू के एक बुलावे पर जान हथेली पर लेकर मैदान में आ डटा था , बंधी मुट्ठियाँ ' करो या मरो ' के संकल्प साथ थी .
' क्विट इंडिया ' दीवारों पर नही दिलों पर धड़क रहा था , उस समय ' स्टिक इंडिया ' ( अंग्रेजो भारत छोड़ो के खिलाफ इनका नारा था अंग्रेजो भारत मे रहो , स्टिक इंडिया ) का नारा कौन लगा रहा था ?
भाई शिवानंद की टिप्पणी कांग्रेस के मूल चरित्र की व्याख्या भी करती चलती है , जनाब छोटे मोदी ने उसे किस रूप में लिया या उसे छोड़ कर खिसक गए , मोदी जाने .तिवारी जी लिखते हैं - ' कांग्रेस कर्म में कुछ भी करे लेकिन वह लोकतांत्रिक व्यवस्था व संविधान की पक्षधर है ' .कांग्रेस की इस संरचना की याद दिलाते हुए तिवारी जी का इशारा मौजूदा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाता है कि आप क्या कर रहे हैं ?
इसी पत्र के इस हिस्से को आज हमने अपने तरीके से उठाया .आज की हमारी पोस्ट है -
' कांग्रेस से लड़ने के लिए कांग्रेस को लाओ '
तिवारी जी अगुआ रहे हैं समाजवादी आंदोलन के हर हिस्से को जिये हैं .सड़क हो या जेल , पूरी उम्र कांग्रेस से लड़ते हुए कटी है .कांग्रेस ने लड़ने ,संघर्ष करने की तमीज दिया है .लड़ाई जनतंत्र की खुराक है .यह खुराक रोकी जा रही है .जाहिर है लोकतंत्र का क्षरण होगा .लोक तंत्र मजबूत करने के लिए ' कांग्रेस ' का आना जरूरी है .
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments