आलोक कुमार
पटना.राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.जब महागठबंधन में हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी थे.तब कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग की थी. अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भी कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग करने लगे है.इस मांग को लेकर राजनीतिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है.यह कयास लगाया जा रहा है कि जिस तरह महागठबंधन से मोहभंग कर एनडीए में चले मांझी चले गये थे.लगभग वैसा ही माहौल बनता जा रहा है.इसका परिणाम आने वाला कल ही ज्ञात होगा.
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस-राजद व अन्य दलों को अल्टीमेटम दे दिया था.
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार पर भी मांझी ने कहा था कि कोऑर्डिनेशन कमेटी नहीं होने से हमें खामियाजा भुगतना पड़ा. महागठबंधन के नेताओं द्वारा मांझी जी की मांग पर तवज्जों नहीं दिये तो दिए गये अल्टीमेटम के आधार पर महागठबंधन को टा-टा बाई-बाई कर नीतीश जी के खेमे में चले गये.
इस बीच हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम ने ट्वीट कर कहा है कि पुर्णिया की घटना के बाद वहाँ के मुस्लिम समाज के लोगों ने दलित समाज के भाईयों के पक्ष में खड़े रहकर बता दिया कि सूबे के दलित-मुस्लिम एकजुट है.दलित-मुस्लिम एकता से जिन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है वही बिहार सरकार के ऊपर उंगली उठा रहें हैं.बिहार में क़ानून अपना काम कर रहा है.
दलित-मुस्लिम एकता से जिन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है वही बिहार सरकार के उंगुली उठा रहें हैं.बिहार में कानून अपना काम कर रहा है.इसको आधार बनाकर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक राजीव रंजन ने जीतनराम मांझी पर हमला बोलते हुए कहा कि अनुकंपा पर राजनीति करने वाले दलित नेताओं का सच जानिए...बंगाल हिंसा: चुप ,बायसी हिंसा: चुप,चंपारण हिंसा: चुप .और अगर कोई आइना दिखा दे तो, हाय मेरा दलित मुस्लिम एकता, हाय मेरा वोटबैंक, हाय मेरा सेक्युलरिज्म .दलितों की लाशें गिरने के बाद भी यह जोगेन्द्रनाथ मंडल आंख खोलने से डरते हैं.
इसको लेकर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुर बदले-बदले नजर आने लगे. इन दिनों ‘हम’ सुप्रीमो जीतनराम मांझी के कई बयान एनडीए के घटक दल भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ रहे हैं.ताजा मामला ‘हम’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान के बयान का है.उनके अनुसार बीजेपी के कुछ नेता नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में एनडीए में समन्वय समिति बनाने की जरूरत है।
दानिश रिजवान ने कहा है कि बीजेपी के कुछ नेता सरकार को अस्थिर करने की कर रहें हैं। वे सरकार के खिलाफ बयानबाज़ी करके विपक्ष को मौका दे रहे हैं। ऐसे में हालात और खराब न हों, इसके लिए एनडीए में कोऑर्डिनेशन कमेटी (समन्वय समिति)बनाने की जरूरत है.
राजनीति गलियारों में जोरदार चर्चा है कि मांझी जी ने इशारों-इशारों में हम से एक मंत्री और एक एमएलसी बनाने को कहा था.पर इस ओर नीतीश जी ने ध्यान ही नहीं दिये या बीजेपी के विरूद्ध वाकयुद्ध जारी रखने के लिए छोड़ दिये है.चर्चा करने वाले कहते हैं कि अगर मांझी की मांगें नहीं मानी गई तो वे एक बार फिर पाला बदल सकते हैं. महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल हो गये थे.अब एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में जा सकते हैं?
इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जीतनराम जी पर डोरा डालना शुरू कर दिये है.नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट कर कहा है कि जीतनराम मांझी जी आप बहुत बड़ा गलती कर रहे हैं.आप राजद के साथ थे, तो अच्छा था. लेकिन एनडीए में आप अच्छा नहीं लग रहे हैं. आप राजद के साथ हो जाए तो बिहार आगे बढ़ेगा. क्योंकि नीतीश जी से बिहार नहीं चल रहा है. सिकंदरा का विधायक कोरोना के समय में ही आया है.सिकंदरा से 'हम' के प्रफुल्ल कुमार मांझी राजद के साथ है.
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