सब तोप है अपने अपने मैदान में

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

सब तोप है अपने अपने मैदान में

चंचल  
भाई  राजेन्द्र चौधरी , सपा के प्रवक्ता थे , मंत्री थे . हमने जब गांधी लोहिया शोध संस्थान की बात  की तो जबरदस्ती उन्होंने  विधायक निधि से रकम भिजवाया . आज वह  कक्ष बन कर तैयार है . जितना राजेन्द्र भाई ने लगाया  था , ताव खाकर हमने भी लगाना शुरू कर दिया और कक्ष बन गया . इस  पूरे प्रकरण में भाई अम्बरीष जी गवाह रहे हैं , सच तो यह है कि अम्बरीष जी हमारे प्रवक्ता रहे . 9 अगस्त को इस कक्ष का लोकार्पण भाई राजेन्द्र चौधरी करेंगे और अध्यक्षता भाई अम्बरीष जी . बोलने वालों में कई नाम  रहेंगे . सब तोप है अपने अपने मैदान में .  
नाम नही बताऊंगा .  
मिट्टी का साबुन कैसे बनता है बताएगी ज्योति . जो राजा हरपाल  सिंह महाविद्यालय की छात्रा है . खरीदिये या नुस्खा ले जाइए .  
शैम्पू ?  बीस साल की उम्र तक जाते जाते महिला हो या पुरुष या गिरोही ही क्यों न हो सब को बाल  धोखा देने लगे हैं , गिर जाए रहे हैं , नही तो सफेद हो जा रहे हैं कारण केवल दो है एक आपका भोजन दूसरा शैम्पू .  
सविताजी  आपको दो डगर दिखाएंगी . बना बनाया शैम्पू ले जाइए या नुस्खा ले लीजिए . काले चमकते बालों का राज समता घर का उत्पाद . ( भाई हम उत्पाद नही बेच रहे , रामदेव नही हैं , तरीका मुफ्त में दे रहे ) . कॉस्मेटिक , कपड़े , कपड़ों की रंगाई , चुकंदर , दालचीनी , हल्दी चुना से , ?  जी ये सच है . हम भटके हुए समाज हैं . पश्चिम ने हमे हर मौके , हर मुहाने पर पीटा है . खान पान ,  भेष भूषा , रहन सहन , तौर तरीका अगर हम अपना अपना लें तो न हम आत्महत्या की तरफ जायँगे न ही इन धनपशुओं को शोषण का मौका देंगे . क्या आपको मालूम है रिफाइन पहले नामी गिरामी खानदा नो की नमकीन बनाने के बाद रिफिल होकर बाजार में बिकने आती है . पहचान है रिफाइन का पीलापन . तो विकल्प ?  
खुद खोजो . दिक्कत हो तो संपर्क करो  समता घर से . 
 फोटो में चंचल बीएचयू, राजेंद्र चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार अरुण त्रिपाठी और अयोध्या के समाजवादी नेता पूर्व विधायक जयशंकर पांडे जी .

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