कानपुर. केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत घरों में शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये की राशि अनुदान के रूप में प्रत्येक लाभुक को मिलेगी. यह अनुदान चयनित पंचायत के अंर्तगत आने वाले प्रत्येक वार्ड के सभी घरों में शौचालय का निर्माण हो जाने और वार्ड के खुले में शौच से मुक्त घोषित हो जाने के बाद सभी लाभुक को एक साथ देने का प्रावधान है. उत्तर प्रदेश सरकार की सोच है कि उत्तर प्रदेश शौचालय निर्माण योजना से उत्तर प्रदेश साफ सुथरा रहेगा.जिन गरीबों के पास शौचालय बनाने के लिए पैसे नहीं हैं वह भी अब शौचालय का निर्माण करवा सकेंगे.हर घर में शौचालय होगा इससे स्वच्छता अभियान को बढ़ावा मिलेगा.
उत्तर प्रदेश शौचालय निर्माण योजना के तहत कानपुर की एक लड़की के घर में शौचालय नहीं बना था. उसका परिणाम सामने आया है.उत्तर प्रदेश के कानपुर के सचेंडी दिलीपपुर के गांव निवासी किशोरी के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है. जहां पर घर में शौचालय न होने की वजह से लड़की शौच के लिए खेत गई थी. इस दौरान गांव के एक दबंग युवक ने लड़की के साथ रेप किया. घटना के बाद लड़की बेहद घबरायी और गुस्से में है.
कानपुर के एक अस्पताल में इलाज करा रही लड़की अपने भाई से लिपटकर रोती हुई कह रही है कि घर में शौचालय न होने के चलते दरिंदों ने ऐसी वहशी हरकत की. लड़की के साथ शुक्रवार को गांव के ही एक दबंग युवक ने रेप किया था. पीड़िता के अनुसार घर में शौचालय नही था इसलिए वो शौच के लिए खेत पर गई थी. वहां गांव का बदमाश पहले से घात लगाए बैठा था. लड़की ने बताया कि वो पिछले छह महीने से उसके पीछे पड़ा हुआ था.
पीड़िता के भाई का कहना है कि मेरी बहन शौच के लिए गई थी. सचेंडी दिलीपपुर के सुबोध बाजपेई नामक युवक ने उसे पकड़कर उसके साथ रेप किया. हमारे घर में शौचालय की सुविधा नहीं है. इसके कारण यह घटना हुई. इस वारदात के बाद से गांव में दहशत का माहौल है.
बताया जा रहा है कि आरोपी शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. घटना के बाद से आरोपी परिवार समेत भागने की कोशिश की. लेकिन रेलवे लाइन के पास गांव वालों ने उसे पकड़ लिया और जमकर धुनाई की. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है.
इस घटना पर एसपी ग्रामीण कानपुर ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि लड़की के साथ रेप गांव के ही युवक ने किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि गांव वालों ने आरोपी की खूब पिटाई की है जिसकी वजह से उसे काफी चोटें आई हैं. उसका मेडिकल करवाकर जेल भेज दिया और आगे मामले की जांच की जा रही है.
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश में कानपुर के सचेंडी क्षेत्र में गिरफ्तार बलात्कार के आरोपी की चौबेपुर स्थित अस्थाई जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया सचेंडी इलाके में शुक्रवार को एक युवती खेत से वापस घर आ रही थी.युवती का आरोप है कि उसी दौरान गांव के ही सुबोध बाजपेई
ने नशे की हालत में उसे पकड़ लिया और खींच खेत में ले गया था.जान से मारने की धमकी देते सुबोध बाजपेई ने उसके साथ बलात्कार किया और फरार हो गया.युवती ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो आक्रोशित परिजन सुबोध बाजपेई के घर पहुंच गए लेकिन जब वह घर नहीं मिला.
उन्होंने बताया कि परिजन युवती को लेकर थाने गए जहां आरोपी सुबोध बाजपेई के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया.पुलिस ने कहा कि शनिवार को खेत में छुपे बैठे आरोपी सुबोध को पकड़ लिया था और उसकी जमकर पिटाई कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था.पुलिस आरोपी का मेडिकल करवाने के बाद अदालत में पेश किया था.अदालत के आदेश पर सुबोध को चौबेपुर अस्थाई जेल भेज दिया गया था,लेकिन आज सुबह सुबोध की मौत हो गई.
चौबेपुर स्थित अस्थाई जेल में रेप आरोपी की मौत के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा है. चर्चा कि पुलिस अगर उपचार समय पर कराती, तो उसकी जान बच जाती है. जिसे भीड़ ने पीटकर मरणासन्न कर दिया था.पुलिस की लापरवाही से उसकी जान गई. इस संबंध में एसपी ग्रामीण ने कहा कि आरोपी को ग्रामीणों ने पीटा था.जिसके बाद पुलिस के सुपुर्द किया गया. पुलिस ने आरोपी को नहीं मारा.
श्रीवास्तव ने बताया कि सुबोध की मौत की सूचना पर परिजनों ने पुलिस पर इलाज ना करवाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.उन्होंने बताया कि आरोपी सुबोध को ग्रामीणों ने खेतों से पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण कराते हुए अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया था और उसके बाद उसे चौबेपुर अस्थाई जेल आरोपी को भेजा गया था.उसकी मौत किन कारणों से हुई है इसकी जानकारी पोस्टमाटर्म रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
वहीं कानपुर की जनता का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार हिंदु-मुस्लिम करने में व्यस्त है.विकास का कार्य हाशिए पर है.अगर सरकार उत्तर प्रदेश शौचालय निर्माण योजना को गंभीरता से अंजाम दिलवा पाती तो मां-बहन को बाहर नहीं जाना पड़ता.दुष्कर्म की घटना में कमी आती.वहीं किसी की जनता द्वारा पिटायी करने से मौत नहीं होती.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments