पटना.बिहार सरकार की पुलिस रुपेश मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने का दावा कर रही है.लेकिन बीजेपी, राजद, कांग्रेस, एलजेपी व जाप जैसे राजनीतिक पार्टी को सुशासन की पुलिस की थ्योरी पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा. न पीड़ित पक्ष और न आरोपी के परिवार को.दोनों पक्ष सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
जांच की मांग को लेकर रूपेश सिंह का परिवार रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचा था.मुलाकात के दौरान एसके सिंघल, पटना उपेंद्र कुमार शर्मा और संजय झा भी मौजूद थे.रूपेश का परिवार मुख्यमंत्री आवास में करीब 1 घंटे रहा.अभीसत्ता पक्ष भी पूरे मामले की जांच की मांग कर रहा है.रूपेश की हत्या में पकड़े गए आरोपी की पत्नी की पिटाई की खबर सामने आने के बाद बिहार में बवाल मच गया है.
आखिरकार पटना पुलिस को इंडिगो के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की पत्नी के पास जाना पड़ गया.रुपेश सिंह की हत्या के 22 दिनों के बाद पुलिस ने हत्यारोपी को पेश कर जो थ्योरी बताई थी, रुपेश के परिवार वालों ने उसे झूठ का पुलिंदा कहा था.रुपेश की पत्नी नीतू सिंह ने तो पुलिस को झूठा कहते हुए हाईकोर्ट की निगरानी में जांच की मांग भी कर दी थी. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि रुपेश हत्याकांड के खुलासे में जो कहानी पुलिस सुना रही है उस पर किसी को विश्वास नहीं है. हमारी पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जांच की मांग करती है.
इन्हीं सवालों से जूझने के बाद पटना के उपेंद्र शर्मा पूरी टीम के साथ खुद छपरा पहुंचे.नीतू सिंह से मुलाकात के बाद उपेंद्र शर्मा ने कहा कि शास्त्रीनगर थाना में आईपीसी की धारा 302 एवं 120 बी तथा 27 शस्त्र अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर एवं एक विशेष टीम का गठन कर अनुसंधान कार्य शुरू किया गया है. इस केस का अनुसंधान कैसे किया और अपराधी तक कैसे पहुंचा गया, इसकी जानकारी देने के लिए मुलाकात की है. साथ ही उन्हें सुरक्षा के लिए एक बॉडीगार्ड भी दिया गया है. परिवार को अनुसंधान को लेकर जो संशय है, वह भी जानना जरूरी था.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments