आलोक कुमार
पटना.बिहार में तीन काले कानून को रद करने की मांग पर महागठबंधन मानव श्रृंखला कॉल रखा है.महागठबंधन के राज्यव्यापी आह्वान पर किसान आंदोलन के समर्थन में 30जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर आयोजित मानव श्रृंखला की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए राजद,भाकपा-माले, सीपीएम,सीपीआई तथा कांग्रेस की संयुक्त बैठक हरिसभा चौक स्थित माले कार्यालय में आयोजित हुई. यह तय किया गया कि मुजफ्फरपुर से गुजरने वाले सभी एनएच सहित शहर में भी मानव श्रृंखला बनाई जायेगी.इसकी तैयारी में एक सप्ताह पहले से ही शहर सहित प्रखंडों में कन्वेंशन,बैठक,पर्चा वितरण और बड़े पैमाने पर जनसंपर्क जारी है.28 और 29 जनवरी को बड़े पैमाने पर माईक से प्रचार तथा नुक्कड़ सभा भी किया जायेगा. मानव श्रृंखला में गांव से शहर तक हजारों लोगों के भाग लेने की संभावना है.महागठबंधन के नेताओं ने सभी किसानों, मजदूरों, छात्र-नौजवानों,वामपंथी- लोकतांत्रिक शक्तियों व नागरिकों से मानव श्रृंखला में बढ़-चढ़़ कर भाग लेने की अपील की है.
बैठक में माले जिला सचिव कृष्णमोहन, राजद के जिला अध्यक्ष रमेश गुप्ता, सीपीएम जिला सचिव अब्दुल गफ्फार, राजद के जिला प्रवक्ता वसीम अहमद मुन्ना सहित कांग्रेस प्रतिनिधि सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे. बैठक के दौरान महागठबंधन के नेताओं ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित ऐतिहासिक ट्रैक्टर परेड की सफलता पर किसानों को बधाई दी.उन्होंने कहा कि देश के कोने- कोने से दिल्ली पहुंचे लाखों किसानों द्वारा अश्रु गैस के गोले, पुलिसिया लाठीचार्ज समेत भारी दमन के बीच अपने ट्रैक्टरों पर सवार हो कर शान से तिरंगा लहराते हुए सड़कों पर भारत गणराज्य की लोकतांत्रिक भावना का उत्सव मनाना अभूतपूर्व था. इस हिम्मत और दृढ़ संकल्प के लिए किसान बधाई के पात्र हैं.उन्होंने ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों पर पुलिस दमन की भर्त्सना भी की जिसमें एक किसान की जान भी चली गई.
उन्होंने देश के किसानों से अपील की कि किसी उकसावे और ध्यान बंटाने की चालबाजी में फंसे बिना अपने आंदोलन को पूर्ववत जारी रखें. इस न्याय संगत आंदोलन के लिए देशवासियों सहित बिहारवासियों का भी समर्थन जारी रहेगा.महागठबंधन के नेताओं ने आगे कहा कि किसानों का आंदोलन संविधान, लोकतंत्र और किसानों सहित जन अधिकारों की रक्षा के लिए जारी है. 30जनवरी को बिहार में आयोजित विराट मानव श्रृंखला किसान आंदोलन को और आवेग प्रदान करेगा.
उन्होंने कहा कि किसानों के ऐतिहासिक ट्रैक्टर परेड की सफलता के बाद मोदी सरकार को अब बिना अगर-मगर किए अविलंब तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी मान्यता दे देनी चाहिए जिसके लिए किसान महीनों से आंदोलन में हैं.जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद कहते हैं कि बिहार वासियों ने सामाजिक मुद्दों के प्रति जन जागरूकता के लिए 2017, 2018 और 2020 में दुनिया की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बना अपने ही पिछले रिकार्ड को तोड़ा है.गरीबों का हक मार कर खरबपति बने 'तेल पिलावन लाठी भजावन' वाले अब जनता को झांसा देने के लिए HumanChain की योजना बना रहे हैं!
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