आलोक कुमार
पटना.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 48 घंटे में रूपेश कुमार सिंह के हत्यारे को पकड़ कर लाने की चुनौती पुलिस को दी है.सीएम के पास गृह विभाग भी है.इसके कारण विरोधियों के साथ साथ सत्ताधारी नेताओं ने भी मुख्यमंत्री पर हमला करने लगे हैं.बहुत सख्त तेवर में भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि बिहार में अपराधियों को सरेआम गोली मारने की जरूरत है. इसके लिए कानून में बदलाव की जरूरत हो तो बदलाव किया जाए.वे ही रूपेश कुमार सिंह को पटना लाये थे.
मंगलवार की शाम इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश कुमार सिंह की हत्या गोली मारकर की गयी.वह भी पॉश एरिया में.जहां मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और सचिवालय से आधा-एक किलोमीटर की परिधि में शास्त्रीनगर थाना है.इस थाना क्षेत्र के बलदेव भवन के पास कुसुम विला अपार्टमेंट हैं. इस अपार्टमेंट के नीचे इंडिगो के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गयी.15 राउण्ड गोली चली.पांच गोली शरीर में उतरने से जान चली गयी.
हमेशा की तरह हत्यारों तक पहुंचने के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को ठेकेदारी से जुड़े विवाद का सुराग हाथ लगी है, जो गोपालगंज से जुड़ी है. वहीं प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि अपराधियों ने रूपेश की हत्या 7.65 एमएम की गोली से की है. इसके लिए मुंगेर की बनी हुई पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है.
पुलिस की विशेष टीम ने अपना पूरा ध्यान इंडिगो मैनेजर के भाई के नाम पर चल रहे ठेकेदारी के काम से जुड़े विवादों की ओर केंद्रित कर दिया है.रुपेश के बड़े भाई जदयू से जुड़े हैं और वे सारण जिला प्रवक्ता रहे हैं.इन्हीं के लिए टेंडर मैनेजमेंट में रुपेश सक्रिय थे. बता दें इस हाईप्रोफाईल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था.
सारण के जलालपुर निवासी रुपेश सिंह पटना में रह रहे थे, लेकिन छपरा से किसी तरह का विवाद जांच टीम को हाथ नहीं लगा है. जबकि टीम को गोपालगंज से जुड़े टेंडर के विवाद का सुराग मिला है.टेंडर विवाद से जुड़े सुराग को लेकर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है और जल्द से जल्द सुपारी किलरों तक पहुंचने की कोशिश चल रही है.बुधवार दोपहर पुलिस मुख्यालय ने प्रेस नोट जारी कर एफएसएल की मदद से एसआईटी और एसटीएफ के इस मामले में अनुसंधान की औपचारिक जानकारी भी दी.ठेकेदारी दिलाने में रुपेश की महत्वपूर्ण भागीदारी रुपेश सिंह के भाई पेशे से ठेकेदार है. भाई को ठेकेदारी दिलाने में रुपेश सिंह की महत्वपूर्ण भागीदारी होती थी.रुपेश भले ही इंडिगो के स्टेशन मैनेजर थे, लेकिन उनकी पैठ राजनीतिक गलियारे से लेकर बड़े सरकारी अधिकारियों तक थी.ठेकेदारी के किसी विवाद में फुलप्रूफ प्लान के तहत सुपारी देकर हत्या करवाए जाने के एंगल से पुलिस की विशेष टीम जांच कर रही है.
रुपेश के बड़े भाई नागेश्वर (नंदेश्वर) सिंह जदयू के सारण जिला प्रवक्ता रहे हैं और कुछ वर्षों से टेंडर का काम करते हैं.उनके बाद वाले भाई दिनेश कुमार सिंह सारण के ही जलालपुर में स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं. बड़े भाई के टेंडर के काम में रुपेश मदद करते रहे हैं और तफ्तीश में यह सामने आ रहा है कि इन्हीं के किसी टेंडर को लेकर विवाद में किसी दूसरे पक्ष से इस परिवार की अदावत हो गई.रुपेश ही ज्यादातर मैनेजमेंट करते थे, इसलिए उन्हें ही रास्ते से हटा दिया गया.
एयरपोर्ट पर भी सामने आई टेंडर विवाद की बात
बुधवार सुबह से शास्त्रीनगर नगर के थानेदार राम शंकर सिंह पुलिस टीम के साथ एयरपोर्ट पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर पुलिस हरेक से पूछताछ कर रुपेश से गहरे जुड़े हर व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश में लगी है. एयरपोर्ट से भी सुराग मिल रहा है कि हत्या का यह पूरा मामला टेंडर से जुड़ा है.इसी प्वाइंट पर पटना पुलिस की जांच चल रही है.
देर रात इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद सीएम नीतीश का सुशासन कटघरे में है. इधर, पुलिस को घटना के चंद मिनट पहले का सीसीटीवी फुटेज मिला है.घटना के बाद सीएम नीतीश के सुशासन की चहुंओर खिचाई हो रही है. इसके बाद मुख्यमंत्री खुद सामने आये हैं.
पटना पुलिस को मंगलवार की शाम सात बजकर एक मिनट का वीडियो मिला है.वीडियो रूपेश के घर से चंद दूरी पर का है.सीसीटीवी के वीडियो में रूपेश की गाड़ी घर की तरफ जाती हुई दिख रही है. जाम की वजह से रूपेश की गाड़ी घीरे होती है तभी एक बाईक बहुत तेजी से ओवरटेक कर आगे निकलती है. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि बाइक सवार स्टंट लेते हुए बहुत तेजी से उनकी गाड़ी को क्रास कर आगे निकलता है.पुलिस अब इस पड़ताल में जुटी है कि कहीं बाईक सवार ने ही लाइनर का काम तो नहीं किया ?
घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. हाई प्रोफाइल मर्डर के बाद पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे.पटना आईजी ने एसआईटी का गठन किया है.संजय सिंह ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम गठित कर दी है.पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गई है.घटना के पीछे पुरानी दुश्मनी की आशंका व्यक्त की जा रही है.इधर, पटना पुलिस हत्याकांड की जानकारी जुटाने में लगी है.देर रात दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
बिहार की राजधानी पटना में बदमाशों ने इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी. रूपेश की हत्या के बाद नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है.आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि, 'बिहार में अब अपराधी ही सरकार चला रहे है.' रूपेश सिंह हत्याकांड पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'सत्ता संरक्षित अपराधियों ने पटना में एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश की उनके आवास के बाहर गोलियां मारकर हत्या कर दी. वह मिलनसार और मददगार स्वभाव के धनी थे. उनकी असामयिक मृत्यु से बहुत दुःखी हूं, भगवान उनकी आत्मा को शांति दें.' उन्होंने कहा, 'बिहार में अब अपराधी ही सरकार चला रहे है.'
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